भाग 2
लोग नाचते गाते आगे बढ़ रहे हैं, किसी ने फोन करके बैंड बाजा भी मंगा लिया और सब बैंड की धुन पर डांस करते हुए ,गांव की तरफ जा रहे हैं ,गांव में भी खबर हो चुकी हैं ,पूरा परिवार पैदल ही भागा आ रहा है, अब इस से बड़ी खुशी क्या हो सकती हैं कि ठाकुर साहब जैसा देवता आदमी मर कर जीवित हो उठे, वह डॉक्टर जिसने उनका चेक अप किया था उसे तो बहुत ही आश्चर्य होता क्योंकि उसने तो प्रॉपर चेक किया था और उसके बाद ही डिक्लेयर किया था, वह डर के मारे गांव से तुरंत ही भाग जाता है, आधे रास्ते में ही सीता पहुंच कर पति से लिपट कर रोने लगती है, ठाकुर साहब के चेहरे से लगता है कि उन्हें ये अच्छा नही लग रहा था, उनकी बेटी ज्योति भी आ जाती हैं ,उनकी बहन उमा और सभी लोग भाग कर आते हैं और फिर नाचते कूदते उन्हे ले जाने लगते है, थोड़ी दूर पर कुछ कुत्ते भिड़ और शोर शराबे से तंग आकर भौंकने लगते हैं, तो ठाकुर साहब की नजर जैसे ही कुत्तों पर पड़ती हैं तो दोनो तरफ से नज़रे मिलते ही कुत्ते अपने पिछवाड़े पुंछ करके कु कू करते भागते हैं,सभी उनके घर पहुंचते हैं ,शमशान से आने की वजह से और अर्थी पर लेटकर जाने की वजह से सभी ठाकुर साहब को हल्दी वाले पानी से फिर दूध से और फिर गुलाब जल वाले पानी से नहलाते है ,पहले तो ठाकुर साहब नहाने के लिए ना नुकुर करते है फिर सभी के फोर्स करने पर वह नहाते हैं, रात पूरी खतम होने वाली थी , सभी अपने अपने घर जाते हैं ,ठाकुर साहब को भी उनके कमरे में ले जाते हैं , सीता उन्हे लिटाकर आती है ,आश्चर्य की बात ये थी कि ठाकुर साहब के पालतू और चहेते भोलू और किटी नजर नहीं आते हैं ,दोनो ही किसी कोने में छिपे बैठे थे ,इतना ही नही घर के पशु भी अजीब व्यवहार कर रहे थे, ठाकुर साहब बिस्तर पर लेटे हुए थे पर उनके चेहरे पर अजीब अजीब से रिएक्शन आ रहे थे, और वह चुप चाप गहरी नींद में सो जाते हैं, सुबह सभी उठकर अपने अपने काम पर लगे हुए थे ,जिन जिन को पता चल रहा था ,वह लोग ठाकुर साहब से मिलने आ रहे थे पर ठाकुर साहब उठने का नाम नहीं ले रहे थे,उनके खराटे बता रहे थे कि वह बहुत गहरी नींद में थे , कुछ मीडिया वाले भी आ जाते हैं, वह सब गांव और घर वालो से पूरी जानकारी लेते हैं पर ठाकुर जी नही मिल पाते हैं तो उनका रिपोर्टर वही से अपना न्यूज बताने लगता है, रिपोर्टर कहता है," आज कि खास खबरों में, जगन पुर गांव का एक लेटेस्ट न्यूज है ,यहां के जमींदार ठाकुर तेज़ प्रताप सिंह की कल सुबह सुबह करीब 4 बजे डेथ हो गई थी और गांव के ही डॉक्टर ने उन्हे मृत घोषित कर दिया था और सभी लोगो ने ठाकुर साहब को मृत समझ उनके क्रिया कर्म की तैयारी भी कर ली थी ,पर शायद उन्हें रात में अटैक आया और वह बेहोश हो गए और गांव के डॉक्टर ये देखिए ये है डॉक्टर का डिस्पेंसरी इसी डॉक्टर ने उन्हे मृत घोषित कर सर्टिफिकेट दिया था ,जो अब डर के मारे गांव छोड़ कर भाग गया है, ऐसे डॉक्टर्स कि वजह से पूरा मेडिकल फील्ड बदनाम हो जाता है, अब सोचिए अगर ठाकुर साहब 10 मिनट भी देरी से उठते तो उनका तो काम हो गया था जीवित ठाकुर साहब को चिता में जला दिया जाता ,वह तो ईश्वर की कृपा थी कि ठाकुर साहब कि बेहोशी टूट गई, और वह बच गए , आइए हम उनके बेटे ठाकुर सर्वेश से बात करते हैं," ( पास जाकर,) हैं जी सर्वेश जी तो आप ठाकुर तेज़ प्रताप के सुपुत्र है ,"!! वह हां में सर हिलाता है ,रिपोर्टर कहता है" आपको कैसा लगा जब आपको पता चला की आपके पिताश्री नही रहे ,"!! सर्वेश उसे देख सोचता है की ये क्या वाहियात सवाल कर रहा है, फिर भी जवाब तो देना ही था वह कहता है," एक बेटे के लिए मां बाप से बढ़कर कोई नहीं होता है, तो उनमें से किसी को भी बक होगा तो सबसे ज्यादा तकलीफ बेटे को हो होती हैं ,और मेरे डैडी तो देवता समान है,वह मेरी ही गोद में थे जब उस बेवकूफ डॉक्टर ने उन्हे मृत घोषित किया था उस वक्त मैं एकदम शॉक्ड रह गया था मेरे जुबान से शब्द नही निकल रहे थे ,मेरे आंखो के सामने पूरा ब्लैक सा छा गया था,,"!
बाहर इंटरव्यू चल रहा था, और अंदर कमरे ठाकुर साहब उठ कर बैठते हैं ,वह एक जगह बैठे बैठे अपनी गर्दन को चारो तरफ गोल घुमा कर देखते हैं , उसी समय एक देशी बिल्ली अंदर छत के रास्ते आती हैं ,उसकी आवाज सुन ठाकुर की नजर उसकी तरफ जाती है और दोनो की आंखे मिलती है तो बिल्ली की बोलती बंद हो जाती है, और ठाकुर साहब उस बिल्ली को देखकर अपने हाथ वही बैठे बैठे लंबे करते हैं, और बिल्ली को पकड़ लेते हैं ,और उसे घूर कर देखते हैं ,और उसके गर्दन में अपने दांत घुसा देते हैं , बिल्ली तड़पने लगती हैं पर उसकी आवाज़ नही नैकलती हैं , दो मिनट में बिल्ली मार चुकी थी और ठाकुर के मुंह में उसका खून लगा था , वह अपने हाथ बढ़ाकर उसी रोशन दान से बिल्ली को इतना दूर फेकते हैं जिस से कोई देख न पाए, इधर रिपोर्टर बार बार ठाकुर साहब से मिलने और उनके बाइट्स लेने की बात कर रहा था ,अंदर ठाकुर साहब के अंदर घुसा शैतान कुछ देर के लिए बाहर आता है वह दिखने में बहुत ही भयानक लग रहा था, उसके चेहरे को जैसे किसी नाखूनों से खरोचा गया था और हर जगह से ख़ून टपक रहा था, उसके बड़े बड़े नुकीले दांत बहुत भयानक लग रहे थे , वह अंगड़ाई लेता है ,तो बाहर बंधे जानवर विचलित हो उठते हैं , वह अपने खुटों को तोड़ देंगे ऐसा लगता है ,तभी रिपोर्टर सर्वेश से कहता है , कि उसे उनके सोए हुए ही सही एक छोटा सा शॉट का कैप्चर करने दो प्लीज, "!!
आगे कि कहानी अगले भाग में पढ़िए"!!