भाग 33
ठाकुर साहब का लड़का एस पी से कहता है , *" सर अगर प्लान नही है तो बनाइए ,क्योंकि बिना प्लान का कुछ नही होना है , गुरुजी से पूछते हैं उनका क्या प्लान है ,क्योंकि हम इस प्रकार भागते फिरेंगे तो कुछ नही होगा ,हम पिछले 13 दिनो से यही सब झेल रहे हैं , दो बार पिता के मौत के दुख को झेला है हमने , आज मेरी शेरनी मां पस्त होकर पड़ी है , प्लीज इसका कुछ फाइनल करना है ,मैं आप लोगो के साथ हूं ,जहां भी मेरी जरूरत हो में साथ हूं,*"!!!
वीर सिंह बाकी लोगो को उनको कैसे गांव को घेर रखना है और किस प्रकार शैतान से दूर रहना है यह सब समझा रहा है,!!!
एस पी और सर्वेश दोनो ही केवल नाथ के पास जाते हैं ,सर्वेश पूछता है ,*" गुरु जी कृपया कर आप बताएंगे की आज इसे कैसे समाप्त किया जायेगा ,*"!!
केवल नाथ कहते हैं *" बेटा हमने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर दी है ,अब जैसे ही सूर्यास्त होने वाला होगा उसी समय आप तीनो को घर के सदस्य को एक छोटी सी पूजा में सहयोग देना होगा ,उसके पश्चात हमारा काम है ,आज इस झंझट को समाप्त करना होगा ,अन्यथा फिर अगले पंद्रह दिन तक हम इसका कुछ बिगाड़ नहीं पाएंगे , और यह तब तक तबाही मचा देगा और बलशाली भी होता जायेगा ,*"!!
पागल तांत्रिक बीच में कहता है *" हमे इसे आज ही समाप्त करना होगा , एक काम करते है यदि गुरु जी आज्ञा दे तो कहूं,*"!!
केवल नाथ जी कहते हैं ,*" अवश्य कहो इस शैतान को मारने के लिए सभी सुझाव का स्वागत है ,*"!!
पागल तांत्रिक कहता है *" सूर्यास्त होते ही यहां पर उपस्थित सभी लोग काली मां के बीज मंत्र का जाप करें तो पूरा स्थान शक्ति मय हो जायेगा ,और ऐसे में शैतान की शक्तियां भी कमजोर होंगी ,*"! !!
सभी इस बात से सहमत होते हैं , सर्वेश कहता है *" सूर्यास्त से क्यों ,अभी से जितने लोग हो सकते मंत्र पढ़ना शुरू कर दे तो और अच्छा होगा ,*"!!
केवल नाथ कहते हैं ,*"यदि हो सके तो यह अति उत्तम होगा ,*"!!
सर्वेश कहता है *" आपको जिस भी वस्तु की आवश्यकता हो बता दीजिए सब कुछ मिल जायेगा , में अभी गांव वालो से मिलकर मंत्रोपचार की व्यवस्था करता हूं और एक माइक की भी व्यवस्था करवाता हूं चलिए सर आप भी साथ रहेंगे तो थोड़ा आसानी होगी ,*"!!
वह दोनो जाते है ,!!
केवल नाथ अपने शिष्यों से कहते है ,अपने अपने कार्य में लग जाओ ,यहां से पांच सौ मीटर तक हर दस फीट पर एक पत्र में सरसो के दाने रखो ,और उसमे एक एक दीपक सरसो के तेल का रखो जो सूर्यास्त के बाद प्रज्वलित करना होगा , *"!!!
सभी अपने काम पर लग जाते हैं , शिष्य कुछ गांव के लोगो को भी साथ लेकर काम पर लग गए हैं ,कल की घटना के बाद तो पूरा गांव ही काम धंधा छोड़ कर शैतान के पीछे पड़ गया है ,!!!
वीर सिंह और केवल नाथ इस उधेड़ बुन में लगे हैं की मुरारी कहां गायब हो गया उसकी तो न ही लाश मिली है और न ही उसका कोई पता है ,उसी समय डॉग स्क्वायड वाले आ गए ,वीर सिंह ने उन्हे मुरारी को खोजने के लिए बुलाया था , !!!
मुरारी का कपड़ा डॉग को सुंघाया गया तो वह तेज़ी से भागता है ,पुलिस , गांव के कुछ लड़के और ,वीर सिंह भी उनके पीछे जाता है ,!!!
खोजी कुत्ता उनके गांव से निकल कर मुरारी के गांव की तरफ बढ़ता है और फिर सीधे सीधे उस खेत में घुसता है ,और उस जगह पर पंजे मरने लगता है , जहां पर मुरारी को शैतान ने दबा दिया था , ,!!!
उस जगह पर खुदाई की जाती है ,तो तीन फिट नीचे दबी मुरारी कि लाश दिखाई पड़ती है ,उसका शरीर गलने लगा था , मिट्टी के कीड़े उसके शरीर को कुतरने लगे थे ,मुरारी का बेटा और भाई तो वही दहाड़े मारकर रोने लगते हैं ,लोग उन्हे सम्हालते हैं !!!
पूरे गांव में हंगामा मचता है , मुरारी की पत्नी तो यह सुनते ही बेहोश हो जाती है, उसके घर में रोना धोना मैच जाता है, *"!!!
मुरारी की लाश को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया जाता है , उसी समय कुछ और सिनियर अधिकारी आ जाते हैं ,क्योंकि राज्य के C M तक ये खबर पहुंच गईं थीं , वैसे भी तेरह दिन में करीब चालीस लोग मारे गए थे ,*"!!
वीर सिंह सभी अधिकारियों को सैल्यूट करता है ,और सभी हकीकत से वाकिफ होते हैं ,उन्हे भी बहुत आश्चर्य होता है कि एक शैतान यह सब कर रहा है ,पहले तो उन्हे भी यकीन नही था पर उनमें भी एक अधिकारी जो अच्छा खासा तंत्र मंत्र के जानकार थे वह समझ जाते हैं और कहते हैं ये कोई छोटा मोटा मैटर नही है ,वह वीर सिंह से कहता है कि उसे केवल नाथ जी के पास ले चले वह भी उनके कार्य में सहायक बनाना चाहते हैं , *"!!!
क्रमशः