shabd-logo

इन्तजार (भाग 9)

16 मार्च 2022

14 बार देखा गया 14

पिछले भाग में आपने पढ़ा की अवनी की तबीयत खराब होने की वजह से ध्रुव  उससे मिलने आता है  ।उसे सोता हुआ देखकर वहीं  उसके पास बैठ जाता है। जब अवनी की नींद खुलती है तो वह दोनों बातें करने लगते हैं।
अब आगे  ...............
शोभा रूम में चाय बिस्किट लेकर आ जाती है ।
"अब कैसी तबीयत है बेटा"
"पहले से बेहतर, पर वीकनेस लग रही है ।ध्रुव आया था तो आप ने मुझे जगाया क्यों नहीं ।"
"मैं जगाने ही जा रही थी ध्रुव  ने मना कर दिया"
" ध्रुव मैं दो-तीन दिन तक कॉलेज नहीं जा पाऊंगी तो अपने नोट्स मुझे दे देना मैं कॉपी कर लूंगी ।"
"पर मैंने तो नोट्स बनाए ही नहीं"
ध्रुव ने मन ही मन कहा
" ठीक है पहले तुम ठीक हो जाओ फिर नोट्स ले लेना। और अपना ध्यान रखना अब मैं चलता हूं।"
कह कर वो वापस घर आ जाता है ।उसे अवनी की चिंता होती रहती है। रात भर बेचैनी में वह सो नहीं पाता सुबह वह घर से कॉलेज के लिए निकलता है और उसका मन  कॉलेज में नहीं लगता वह अवनी से मिलने चला जाता है। इसी तरह 3 दिन तक ध्रुव कॉलेज नहीं जा पाता अब अवनी की तबीयत ठीक हो जाने के कारण वह कालेज जाने के लिए बोलती है तो वह परेशान हो जाता है कि अवनी  के लिए नोट्स कैसे बनाएं। फिर वह नोट्स के लिए शिखा की मदद लेता है।
" हेलो"
" हेलो शिखा मैं ध्रुव "
"हां बोलो ,और तुम 3 दिन से कहां गायब हो कॉलेज में दिखाई नहीं दे रहे। "
"अरे वह सब बाद में बताऊंगा पहले  तुम मेरी हेल्प कर दो"
" हां बोलो"
" प्लीज मुझे तुम अपनी नोट्स दे दो अवनी की तबीयत ठीक नहीं थी। तो उसके लिए कॉपी करना है ।"
"ओके ले लेना"
" ठीक है मैं आधे घंटे में घर आ रहा हूं "
ध्रुव शिखा से नोट्स ले आता है ।और अवनी के लिए नोट तैयार करने लगता है। 3 दिन का वर्क  था तो ध्रुव रात  नोट्स लिखता है सुबह के 5:00 बजे उसे नींद आ जाती है। और वह 9:00 बजे तक सोता रहता है ।उसे सोता देख कर ध्रुव की मम्मी उसे जगाती हैं। मम्मी की आवाज सुनकर वह हड़बड़ा के उठ जाता है। और सारे नोट समेट कर तैयार होकर कॉलेज के लिए निकलता है। जब वह कालेज पहुंचता है तो अवनी कॉलेज में ही मिलती है। वह उसे नोट्स दे देता है। तभी शिखा भी वहीं आ जाती है "हेलो ध्रुव मेरे नोट्स ले आए तुम "सिखा ने कहा
"तुम्हारे नोट्स" अवनी ने कहा
" हां अवनी 3 दिन से अपना हीरो कॉलेज नहीं आया तो मेरी नोट ले गया था कॉपी करने के लिए "
"हां ...हां ले आया हूं ,ज्यादा इतराने की जरूरत नहीं है। ध्रुव ने कहा
"ध्रुव तुमने क्लासेस क्यों अटेंड नहीं की "अवनी ने कहा "क्या करें बिचारा तुम्हारे बिना इसका मन ही नहीं लगता पढ़ाई में"
" शिखा तुम फिर शुरू हो गई, अपने नोट्स लो और चलो क्लास में।"
सभी क्लास में आ जाते हैं। मयंक ध्रुव को वहां देखकर मुस्कुराता है ।ध्रुव के मन में अवनी के लिये प्यार को सभी महसूस करते हैं ।परंतु अवनी उसकी  भावनाओं से बेखबर अपनी ही दुनिया में रमी रहती है ।क्लास समाप्त होने पर सभी बाहर आ जाते हैं। मयंक ध्रुव  भी कैंटीन में चले जाते हैं।
"कहां नदारद थे 3 दिन से तुम्हारे तो दर्शन ही नहीं हुए।" "क्या बताऊं यार, कॉलेज में मेरा मन ही नहीं लग रहा था" बस अवनी  के घर के चक्कर काटता रहता था ।"
"तो तुमने अवनी से कुछ कहा"
" नहीं, हिम्मत ही नहीं पड़ती। डर लगता है"
" तू कहे तो मैं बोल दूं "
"नहीं यार आज शाम को पक्का मैं उसे बोलूंगा, क्योंकि अब उसके बिना मेरे लिए एक दिन भी चैन से रहना बहुत मुश्किलहै।"
दोनों बातें कर रहे होते हैं तभी वहां सिखा ,अवनी और रिया आ जाती  है। और सभी वहीं बैठ कर बातें करने लगती हैं ।
"अवनी कॉलेज के बाद चाय पर चलोगी मेरे साथ"
" जाना कहां है, तुम यहीं पर चाय पिला दो ना"
"अभी तुम बीमार थी....
थोड़ा सा घूम फिर लोगी अच्छा लगेगा"
" ठीक है दे देखती हूं"
" कालेज के बाद  ध्रुव अवनी को लेकर शहर से  पास वाले रेस्टोरेंट में ले जाता है। जहां रेस्टोरेंट से सटा हुआ पार्क भी था ।दोनों चाय नाश्ता करके पार्क में टहलने चले जाते हैं। थोड़ी देर टहलने के बाद दोनों वहीं कुर्सी पर बैठ जाते हैं। बहुत देर तक दोनों के बीच कोई बात नहीं होती फिर खामोशी को तोड़ते हुए ध्रुव अवनी से कहता है।
"अवनी मुझे तुमसे एक इंपॉर्टेंट बात करनी है "
"हां बोलो"
" नहीं पहले तुम्हें एक वादा करना होगा "
"क्या"
" मेरी बात सुनकर तुम नाराज नहीं होगी और हमारी दोस्ती में कोई दरार नहीं आएगी ।"
"क्या घुमा फिरा कर बातें कर रहे हो ध्रुव ,साफ-साफ बोलो तुम कहना क्या चाहते हो ।"
"अवनी क्या तुम्हें मेरे साथ अच्छा नहीं लगता ,क्या तुम्हें मैं पसंद नहीं हूं "
"ऐसा तो नहीं है"
" फिर ......फिर मेरी भावनाओं को तुम समझ क्यों नहीं पाती ।क्यों जो सब देख लेते हैं तुम्हें नहीं दिखाई देता '
"तुम क्या कहना चाहते हो मेरे तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा "
"यू घुमा फिरा कर बात ना करो ध्रुव "
"अवनी एक बार मेरी आंखों में देखो क्या तुम्हें इसमें प्यार दिखाई नहीं देता ।अवनी  मैं तुमसे बेइंतहा प्यार करने लगा हूं। दोस्त से तुम कब  मेरी जिंदगी बन गई मुझे खुद ही पता नहीं चला ।पर अब तुम्हारे बिना एक पल भी चैन नहीं आता है ।जब तुम हंसती हो तो ऐसा लगता है सारी कायनात हंस रही है ।तुम उदास होती हो तो ,सारा समा मायूस हो जाता है। मेरी दुनिया में हर जगह तुम ही तुम होती हो। सोते ,जागते खाते-पीते उठते ,बैठते हर जगह में तुम्हें महसूस करता हूं और चाहता हूं कि तुम हरदम मेरे साथ रहो तुमसे दूर रहकर मैं जीने की कल्पना भी नहीं कर सकता lमेरी सांसे मेरी धड़कन बस तुम्हारा नाम लेती हैl अवनी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं ,एक बार तुम मेरा हाथ थाम लो मेरी हमसफर बन जाओ मैं दुनिया की सारी खुशियां तुम्हारे कदमों में रख दूंगाl मैं तुम्हारी आंखों में आंसू का एक कतरा भी नहीं आने दूंगा l"
अवनी खामोशी से ध्रुव की बातें सुनती रहती है ,परंतु कोई प्रतिक्रिया नहीं देती कुछ देर तक दोनों के बीच खामोशी छाई रहती है। अगवनी की प्रतिक्रिया क्या होगी? क्या वह उसके प्यार को स्वीकार लेगी ।यह सोच सोच कर ध्रुव की धड़कन तेज होने लगती हैं। अवनी को खामोश देखकर उसका दिल बैठा जा रहा है ।उसके मन में एक डर भी था कहीं अवनी उससे नाराज होकर उसकी जिंदगी से हमेशा के लिए दूर न हो जाये ।
                                                              क्रमशः


30
रचनाएँ
इन्तजार
0.0
इन्तजार ,सच्चे प्यार की कहानी है ।जिसमें कुछ सामाजिक कुप्रथाओं पर भी प्रकाश डाला गया है।दर्द, तडप ,साहस ,विश्वास सभी इस कहानी के प्रमुख तत्व हैं ।काल्पनिक होते हुये भी जीवन्तता कीअनुभूति कराती यह कहानी आपको अवश्य पसंद आयेगी ।
1

इन्तजार( भाग 1)

9 मार्च 2022
2
1
1

"इंतजार "(भाग 1) यह एक काल्पनिक कहानी है इस कहानी के माध्यम से मैंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास और कुप्रथा पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है। यह पूर्ण

2

इन्तजार (भाग 2)

10 मार्च 2022
1
1
0

अभी तक आपने पढ़ा, अवनी एक स्वप्न देखती है फिर वह कॉलेज चली जाती है ।शाम को उसके घर में लड़की वाले उसे देखने आते हैं, जो कि लगभग उसे पसंद ही कर लेते हैं । अवनी और रोहन बगीचे में एक दूसरे से बात करने के

3

इन्तजार (भाग 2)

10 मार्च 2022
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">अभी तक आपने पढ़ा, अवनी एक स्वप्न देखती है फिर वह कॉलेज चली जाती है ।शाम को उसके घर में लड़की वाले उसे देखने आते हैं, जो कि लगभग उसे पसंद ही कर लेते हैं । अवनी और रोहन बग

4

इन्तजार (भाग 3)

10 मार्च 2022
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">ग्राउंड में कुछ युवक फुटबॉल खेल रहे हैं।दोनों टीम के खिलाड़ी अपने अपने टीम के लिए गोल करने का भरसक प्रयत्न करते हैं ।तभी फुटबाल खेल रहे अनिल के सर में अचानक

5

इंतजार (भाग 4)

12 मार्च 2022
1
1
1

अवनि कॉलेज से लौट रही थी ,तभी रास्ते में उसकी स्कूटी खराब हो जाती है ।उसका घर शहर से दूर पहाड़ियों के पास मैदानी क्षेत्र में है, इसी वजह से वह स्कूटी से आती जाती है ।अब उसके पास यह समस्या है कि यदि वह

6

इन्तजार भाग 5

14 मार्च 2022
1
1
1

<div align="left"><p dir="ltr">पिछले भाग में आपने पढ़ा ,अवनी कॉलेज में होने वाले वार्षिक उत्सव के लिए मंचन हेतु कहानी लिखने का प्रयास करती हैl परंतु आप कुछ भी लिख नहीं पातीl थक हारकर वह सो जाती है ,सो

7

इन्तजार भाग 6

14 मार्च 2022
1
1
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय रूपा से मिलने तालाब के किनारे आता है lऔर उससे कहता है कि वह उसके लिए कुछ उपहार लाया है lपरंतु वह उसे यहां नहीं दिखाएगा यह कह कर तालाब से उसे मंदिर के पीछे के जंगल की तरफ ल

8

इन्तजार भाग 7

14 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आप सब ने पढ़ा कि अवनी और उसके फ्रेंड वार्षिक उत्सव में नाटक का मंचन करते हैं। मुख्य अतिथि के द्वारा सभी कलाकारों को पुरस्कार वितरित किया जाता है। और वार्षिक उत्सव समाप्त हो जाता है। अब आ

9

इन्तजार भाग 8

15 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आप सभी ने पढ़ा की पार्टी समाप्त होने के बाद अवनी स्कूटी से घर जाने के लिए तैयार होती है। लेकिन ध्रुव उसे स्कूटी से जाने के लिए मना कर देता है। और उसे अपने साथ कार से घर छोड़ने का प

10

इन्तजार (भाग 9)

16 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा की अवनी की तबीयत खराब होने की वजह से ध्रुव उससे मिलने आता है ।उसे सोता हुआ देखकर वहीं उसके पास बैठ जाता है। जब अवनी की नींद खुलती है तो वह दोनों बातें करने लग

11

इन्तजार (भाग 10 )

16 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि ध्रुव अवनी से अपने हाल ए दिल बयां करता है। वहीं अवनी उसकी बातों का कोई जवाब नहीं देती, और जड़वत बैठी रहती है। अब आगे ............. "क्या हुआ अवनी तुम खामोश क्यों

12

इन्तजार भाग 11

17 मार्च 2022
0
0
0

"डॉ अनिल अनिल की बेहोशी और सर दर्द की वजह क्या है? मेरे बेटे को कब इस परेशानी से मुक्ति मिलेगी। आप जहां कहेंगे मैं वहां उसका इलाज करा लूंगा। बस वह ठीक हो जाए।" विजय ने कहा "देखिए सर मैंने हर तरह

13

इन्तजार भाग 12

18 मार्च 2022
0
0
0

ध्रुव ,अवनि से मिलने के लिए और उसके सपने के रहस्य को जानने के लिए बेचैन हो जाता है ।शाम को वह अवनी के घर पहुंचता है डोर बेल बजाने पर दरवाजा शोभा खोलती है ।तीनों साथ में चाय पीते हैं फिर शोभा घर

14

इन्तजार भाग 13

18 मार्च 2022
0
0
0

ट्रेन जयपुर स्टेशन पर पहुंचती है, अलका ,स्वीटी ,अनिल और बाकी सभी फ्रेंड से नीचे उतर कर अपना अपना सामान चेक करते हैं lऑटो स्टैंड से ऑटो लेकर वे सभी जयपुर के एक अच्छे होटल में पहुंच जाते हैं l "यार हम स

15

इन्तजार (भाग 14)

19 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा की अवनी का फ्रेंड्स ग्रुप अनिल का फ्रेंड्स ग्रुप दोनों एक साथ हवा महल देखने जाते हैं ।वहां का खूबसूरत दृश्य देखने के दौरान अवनी अनिल से टकरा जाती है ।जिससे दोनों के शरीर में अज

16

इन्तजार( भाग15)

19 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि सभी टूरिस्ट सिटी पैलेस जाते हैं। और वहां की ऐतिहासिक धरोहरों का अवलोकन करते हैं। वहां से आकर सभी अपने अपने रूम में सोने चले जाते हैं। नित्य की भांति अवनी भोर में प्राकृतिक स

17

इन्तजार (भाग16 )

19 मार्च 2022
0
0
0

"तो राजू अब कल आप हमें कहां घुमा रहे हैं ?"अलका ने बस से उतरते हुए कहा। "जयपुर में देखने के लिए अभी कई स्थान बचे हुए हैं जल महल ,नाहरगढ़, रामबाग पैलेस ,रायगढ़ किला, नाहर दुर्ग, जंतर मंतर यह सब यहां क

18

इन्तजार भाग (17)

19 मार्च 2022
0
0
0

दिन भर की थकान के बाद सभी पर्यटक अपने अपने कमरों में सोने चले जाते हैं lपरंतु ध्रुव की आंखों में नींद नहीं थी वह बालकनी में खड़े होकर आकाश में चमकते चांद को देख रहा थाl दूधिया सफेद चाँद उसके ह्रदय की

19

इन्तजार भाग( 18)

23 मार्च 2022
0
0
0

हफ्ते भर जयपुर घूमने के बाद सभी वापस जाने का निर्णय लेते हैं तभी मयंक सुबह का पेपर पढ़ते हुए अवनी के रूम में आ जाता है "अवनी आज का समाचार पढ़ा तुमने?" नहीं, क्यों? कोई खास बातहै" " हां यार पास के ही ए

20

इन्तजार (भाग 19 )

23 मार्च 2022
0
0
0

मयंक सभी को कल के ट्रेन के समय से अवगत कराता है और अपने अपने सामान पैक करने को बोलता हैlवह ध्रुव के पास जाता है और उसे अवनी के मंसूबों के बारे में बताता है। अवनी के रुकने की बात जानकर ध्रुव भी रुकने क

21

इन्तजार (भाग 20)

24 मार्च 2022
0
0
0

अवनी बरछी में रुक कर ग्रामीणों से उस महिला के बारे में जानकारी एकत्र करना चाहती थी। जिसके लिए उसे किसी घर में पेइंग गेस्ट की तरह कुछ दिन रहना था। अवनी इस गांव में किसी को ना जानती थी ।उसे होटल क

22

इन्तजार भाग 21

25 मार्च 2022
0
0
0

,नाश्ता करने के बाद सुधा और राधेश्याम अपने अपने कामों में लग गएl अवनी भी गांव में घूम घूम कर जानकारी एकत्रित करना चाहती थी ।इसके लिए उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ की जरूरत थी जो इस गांव के बारे मे

23

इन्तजार भाग 22

25 मार्च 2022
0
0
0

अवनी और दीपू मिलकर प्लान बनाते हैं जिसके तहत वे गांव में उन घरों में जहां की बहू बेटियों को डायन करार देकर जला दिया गया था वहां जाकर इस प्रथा के खिलाफ विरोध करने के लिए समझाते हैं ।गांव के बाहर

24

इन्तजार (भाग 23)

29 मार्च 2022
0
0
0

भोला ने अवनी को अतीत की कुछ घटनाएं बताना प्रारंभ कर दी " गरीब घर की बेटी थी। बेचारी न जानेकैसे ठाकुर के चंगुल में फंस गई। उसकी कुछ ख्वाहिशों को पूरी न करने के कारण किसी बहाने से ठाकुर ने उसे डाय

25

इन्तजार (भाग 24)

29 मार्च 2022
0
0
0

"रतन सिंह को सजा होगी न दीदी "दीपू ने अवनी से कहा " दीपू जब तक मैं इन्हे सजा ना दिला दूं हार नहीं मानूंगी बस तुम सब विश्वास बनाए रखना। कब तक वह भाड़े के टट्टू के सहारे हमें डराएगा " "जी दीदी हम सब आपक

26

इन्तजार (भाग 25 )

30 मार्च 2022
0
0
0

मंदिर की सीढ़ियों पर अनिल बेसब्री से अवनी का इंतजार कर रहा था। एक मिनट उसे युगों के बराबर लग रहा था तभी उसकी नजर मंदिर की ओर आती हुई अवनी पर पड़ती है, गुलाबी सूट में वह किसी गुड़िया की तरह दिख रही थी

27

इन्तजार (भाग 26)

30 मार्च 2022
0
0
0

जुग जुग जिए हो ललनवा अगनवाँ के भाग जागल हो ललना लाला होइयेहैं कुलवा के दीपक मनवाँ में आस लागल हो आजु के दिनवाँ सुहावन रतिया लुभावन हो ललना दिदिया के होरिला जनमें होरिलवा बडा सुंदर हो सासु

28

इन्तजार (भाग 27)

30 मार्च 2022
0
0
0

उस लड़की ने वहां की सजावट को देखकर अंदाजा लगा लिया कि यहां पर कोई भव्य आयोजन होने वाला है। जहां तरह-तरह पकवान बने थे जिनकी सुगंध उसकी व्याकुलता को और बढ़ाने का कार्य कर रहे थे ।पर उस

29

इन्तजार (भाग 28)

30 मार्च 2022
1
1
0

अवंतिका नियमित रूप से हवेली में काम करने लगी ।उसे नवप्रसूता और नवजात से दूर रखा जाता लेकिन उसके मन में नवजात को देखने की उत्सुकता बलवती होती जा रही थी ।हरिसिंह भी अवंतिका के रूप सौंदर्य से मोहित होकर

30

इन्तजार (भाग 29 ) अंतिम भाग

30 मार्च 2022
0
0
0

अगले दिन अवनी ,अनिल ध्रुव और दीपू सभी गाव वालो को लेकर थाने के सामने आमरण अनशन करने लगती है ,मीडिया को भी घटना कवर करने के लियें बुला लेती है। बरछी की घटना सभी न्यूज चैनलों में दिखाई देने से क्षेत्र व

---

किताब पढ़िए