shabd-logo

इन्तजार (भाग16 )

19 मार्च 2022

25 बार देखा गया 25


"तो राजू अब कल आप हमें कहां घुमा रहे हैं ?"अलका ने बस से उतरते हुए कहा।
"जयपुर में देखने के लिए अभी कई स्थान बचे हुए हैं
जल महल ,नाहरगढ़, रामबाग पैलेस ,रायगढ़ किला, नाहर दुर्ग, जंतर मंतर यह सब यहां के खास दर्शनीय स्थल है। अब आप लोग जहां पहले चलना चाहो कल वही चलते हैं" राजू ने कहा।
"जंतर मंतर तो बहुत ही आकर्षक स्थान है ,मैंने इसके बारे में गूगल पर सर्च किया था यहां पर खगोलीय घटनाओं अध्ययन किया जाता था, है ना राजू "विकी ने कहा
"जी हां "
"ठीक है तो कल पहले हम जंतर मंतर चलते हैं उसके बाद उसके आसपास इलाकों में घूम लेंगे "
"ठीक है, आप सभी समय पर तैयार रहिएगा ,शुभ रात्रि" कहकर राजू अपने घर की तरफ चला गयाl अगली सुबह सभी जंतर-मंतर पहुंच गए ।वहां पर पहुंचकर राजू ने उन्हें जंतर मंतर का इतिहास बताया.......
"यह सवाई जयसिंह द्वारा 1724 से   17 34 में निर्मित खगोलीय वेधशाला है इस बेड शाला में 14 प्रमुख यंत्र है जोकि समय मापने, ग्रहण की स्थिति  ,किसी तारे की गति एवं स्थिति जानने ,ग्रहो की भौगोलिक स्थिति जानने में सहायक हैं ।यह यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में भी सम्मिलित हैं ।282 साल पहले लकड़ी, चूने, पत्थर और धातु से निर्मित यंत्रों के माध्यम से खगोलीय घटनाओं के अध्ययन की विधियों को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है ।इन्हीं  यंत्रों की गणना के आधार पर जयपुर का पंचांग आज भी प्रकाशित होता है। यहां के यंत्रों में जयप्रकाश यंत्र, राम यंत्र ,सम्राट यंत्र सबसे प्रसिद्ध यंत्र हैं। चलिए सब क्रमशः मैं आपको दिखाता हूं ।"
सम्राट यंत्र ,नाड़ी वलय यंत्र, ध्रुवपट्टीका यंत्र ,लघु जयप्रकाश यंत्र, जय प्रकाश यंत्र ,सम्राट यंत्र, लघु सम्राट यंत्र ,राशि वलययंत्र ,चक्र यंत्र, राम यंत्र, दक्षिणोदक भित्ति  यंत्र ,दिशा यंत्र ,उन्नतांश यंत्र राजू ने सभी को यह सभी यंत्र दिखाएं। जिसे  देखकर सभी के मन में अपनी प्राचीन संस्कृतिऔर ऐतिहासिक धरोहरों पर गर्व महसूस हुआ। बात-बात पर विदेशियों को ज्ञान विज्ञान में आगे समझने वाले यंगस्टर्स को जंतर मंतर से कई नई जानकारियां मिली।
जंतर मित्र घूमने के बाद सभी नाहरगढ़, रामबाग पैलेस रायगढ़ किला ,नाहर दुर्ग इत्यादि दर्शन स्थल देखने गये । अंत में सभी जलमहल देखने गए।


जल महल जयपुर के मानसागर झील के मध्य स्थित ऐतिहासिक महल है। अरावली पहाड़ियों के गर्भ में स्थित यह महल झील के बीचो बीच स्थित होने के कारण "आई बाल" भी कहा जाता है। स्माल का निर्माण सवाई जयसिंह ने अश्वमेध यज्ञ के बाद रानी और पंडितों के स्नान के लिए करवाया था राजा इस महल को अपनी रानी के साथ खास वक्त बिताने में इस्तेमाल करते थे। तपते रेगिस्तान के बीच बने इस महल में गर्मी नहीं लगती ।इस महल से पहाड़ और झील का खूबसूरत नजारा भी देखा जा सकता है। चांदनी रात में झील के पानी में इस महल का नजारा काफी आकर्षक होता है। वह तरह-तरह के वृक्ष और आकर्षक ।पेड़ पौधे भी लगे हुए थे अवनी प्राकृतिक सुंदरता को बहुत ही प्रसन्नता से देख रही थी। अवनी झील के पास बैठकर पानी से अठखेलियां करने लगी और बाकी सभी टूरिस्ट भी  आसपास के सौंदर्य पान मे व्यस्त थे। झील के पास बैठे हुए अवनी  पास में पडे पत्थरो पानी में फेंकने लगती है। उसने  स्वप्न मे स्वयं को अनिरुद्ध  के साथ इसी तरह पानी में पत्थर फेंकते हुए देखा था ।पत्थर फेंकते फेंकते व वह ख्यालों की दुनिया में खो जाती है। और उसे होश भी नही रहता। तभी उसे शिखा आवाज देती है । शिखा की आवाज से अवनी की तंद्रा भंग होती है। वह झटके से शिखा के पास जाने के लिए खड़ी होती है तभी उसका पैर झील के तरफ फिसल जाता है ।थोड़ी दूर पर खड़ा अनिल उसे देख रहा होता है वह उसे इस तरह फिसलता  देख सहसा ही चीख पड़ता है...... अवंतिका संभल कर....
अवनी गिरते-गिरते बच जाती है और उठ कर शिखा के पास चली जाती है । वह अनिल के द्वारा स्वयं को अवंतिका कहे जाने पर विस्मित होती है।
"अवंतिका यही नाम........ यही नाम था सपने में मेरा फिर उसने मुझे नाम से कैसे बुलाया? जबकि हम दोनों के बीच कभी कोई बात भी नहीं हुई ।........शायद उसने किसी से मेरा नाम सुन लिया हो और उसके मुंह से अवंतिका अनायास ही निकल गया हो। मैं भी न न जाने क्या क्या सोचती रहती हूं।"
अनिल के इस तरह से चीखने पर अलका स्वीटी और उसके दोस्त भी उसके पास आ जातेहैं।
"क्या हुआ भाई आप इस तरह चीखे क्यों?.... और यह वर्तिका कौन है ?"स्वीटी ने कहा।
"बस यूं ही "
कहकर अनिल मुस्कुराने लगता है और उसका शक यकीन में बदल जाता है।
अनिल को जयपुर आए एक हफ्ते हो गए थे। वह तब से अवनी में अवंतिका की झलक महसूस कर रहा था। इसीलिए वह उसके तरफ आकर्षित होता जा रहा था।... "वही बड़ी बड़ी आंखें, मासूम चेहरा ,बस पहनावा अलग है। हो न हो ईश्वर ने हमें मिलाने के लिए ही यहां  बुलाया हो "
यह सोच कर अनिल मुस्कुराता हुआ अपने ग्रुप के साथ बातें करने लगता है।
इधर अवनी भी अनिल के तरफ स्वयं के आकर्षण को महसूस करती है ।पर वह उससे दूर रहने का प्रयास करती है परंतु आज अनिल के मुंह से अनायास ही उसके सपने में देखे जाने वाला नाम निकल जाने से वह भी विचारों के भवर में गोते लगाने लगती है।
"क्या अनिल ही अनिरुद्ध है,,,?
क्या यह वही है .....जिसके लिए मैं बरसों से इंतजार कर रही हूं। पर केवल अवंतिका कह देने से मैं इस बात पर कैसे यकीन कर लूं ।"
वह सारे रास्ते बस इसी विषय पर विचार करती रहती है।
"कहां खोई है ,कब से मैं तुझ से बातें कर रही हूं और तू तो हूँ हां के अलावा कुछ बोल भी नहीं रही" सिखाने व्यंग से  कहा।
इधर ध्रुव भी अवनी से दूर रहने का अभिनय करता है, परंतु उसकी हर सांस हर धड़कन में केवल अवनी ही मौजूद है।
जब अनिल को अवनी  की तरफ देखते हुए देखता है तो उसके सीने में सांप लूटने लगते हैं ।उसे लगता है कि जाकर अनिल की आंखें ही निकाल ले। परंतु वह अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखे हुए तन्हाइयों में रोता है।


30
रचनाएँ
इन्तजार
0.0
इन्तजार ,सच्चे प्यार की कहानी है ।जिसमें कुछ सामाजिक कुप्रथाओं पर भी प्रकाश डाला गया है।दर्द, तडप ,साहस ,विश्वास सभी इस कहानी के प्रमुख तत्व हैं ।काल्पनिक होते हुये भी जीवन्तता कीअनुभूति कराती यह कहानी आपको अवश्य पसंद आयेगी ।
1

इन्तजार( भाग 1)

9 मार्च 2022
2
1
1

"इंतजार "(भाग 1) यह एक काल्पनिक कहानी है इस कहानी के माध्यम से मैंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास और कुप्रथा पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है। यह पूर्ण

2

इन्तजार (भाग 2)

10 मार्च 2022
1
1
0

अभी तक आपने पढ़ा, अवनी एक स्वप्न देखती है फिर वह कॉलेज चली जाती है ।शाम को उसके घर में लड़की वाले उसे देखने आते हैं, जो कि लगभग उसे पसंद ही कर लेते हैं । अवनी और रोहन बगीचे में एक दूसरे से बात करने के

3

इन्तजार (भाग 2)

10 मार्च 2022
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">अभी तक आपने पढ़ा, अवनी एक स्वप्न देखती है फिर वह कॉलेज चली जाती है ।शाम को उसके घर में लड़की वाले उसे देखने आते हैं, जो कि लगभग उसे पसंद ही कर लेते हैं । अवनी और रोहन बग

4

इन्तजार (भाग 3)

10 मार्च 2022
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">ग्राउंड में कुछ युवक फुटबॉल खेल रहे हैं।दोनों टीम के खिलाड़ी अपने अपने टीम के लिए गोल करने का भरसक प्रयत्न करते हैं ।तभी फुटबाल खेल रहे अनिल के सर में अचानक

5

इंतजार (भाग 4)

12 मार्च 2022
1
1
1

अवनि कॉलेज से लौट रही थी ,तभी रास्ते में उसकी स्कूटी खराब हो जाती है ।उसका घर शहर से दूर पहाड़ियों के पास मैदानी क्षेत्र में है, इसी वजह से वह स्कूटी से आती जाती है ।अब उसके पास यह समस्या है कि यदि वह

6

इन्तजार भाग 5

14 मार्च 2022
1
1
1

<div align="left"><p dir="ltr">पिछले भाग में आपने पढ़ा ,अवनी कॉलेज में होने वाले वार्षिक उत्सव के लिए मंचन हेतु कहानी लिखने का प्रयास करती हैl परंतु आप कुछ भी लिख नहीं पातीl थक हारकर वह सो जाती है ,सो

7

इन्तजार भाग 6

14 मार्च 2022
1
1
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा विजय रूपा से मिलने तालाब के किनारे आता है lऔर उससे कहता है कि वह उसके लिए कुछ उपहार लाया है lपरंतु वह उसे यहां नहीं दिखाएगा यह कह कर तालाब से उसे मंदिर के पीछे के जंगल की तरफ ल

8

इन्तजार भाग 7

14 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आप सब ने पढ़ा कि अवनी और उसके फ्रेंड वार्षिक उत्सव में नाटक का मंचन करते हैं। मुख्य अतिथि के द्वारा सभी कलाकारों को पुरस्कार वितरित किया जाता है। और वार्षिक उत्सव समाप्त हो जाता है। अब आ

9

इन्तजार भाग 8

15 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आप सभी ने पढ़ा की पार्टी समाप्त होने के बाद अवनी स्कूटी से घर जाने के लिए तैयार होती है। लेकिन ध्रुव उसे स्कूटी से जाने के लिए मना कर देता है। और उसे अपने साथ कार से घर छोड़ने का प

10

इन्तजार (भाग 9)

16 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा की अवनी की तबीयत खराब होने की वजह से ध्रुव उससे मिलने आता है ।उसे सोता हुआ देखकर वहीं उसके पास बैठ जाता है। जब अवनी की नींद खुलती है तो वह दोनों बातें करने लग

11

इन्तजार (भाग 10 )

16 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि ध्रुव अवनी से अपने हाल ए दिल बयां करता है। वहीं अवनी उसकी बातों का कोई जवाब नहीं देती, और जड़वत बैठी रहती है। अब आगे ............. "क्या हुआ अवनी तुम खामोश क्यों

12

इन्तजार भाग 11

17 मार्च 2022
0
0
0

"डॉ अनिल अनिल की बेहोशी और सर दर्द की वजह क्या है? मेरे बेटे को कब इस परेशानी से मुक्ति मिलेगी। आप जहां कहेंगे मैं वहां उसका इलाज करा लूंगा। बस वह ठीक हो जाए।" विजय ने कहा "देखिए सर मैंने हर तरह

13

इन्तजार भाग 12

18 मार्च 2022
0
0
0

ध्रुव ,अवनि से मिलने के लिए और उसके सपने के रहस्य को जानने के लिए बेचैन हो जाता है ।शाम को वह अवनी के घर पहुंचता है डोर बेल बजाने पर दरवाजा शोभा खोलती है ।तीनों साथ में चाय पीते हैं फिर शोभा घर

14

इन्तजार भाग 13

18 मार्च 2022
0
0
0

ट्रेन जयपुर स्टेशन पर पहुंचती है, अलका ,स्वीटी ,अनिल और बाकी सभी फ्रेंड से नीचे उतर कर अपना अपना सामान चेक करते हैं lऑटो स्टैंड से ऑटो लेकर वे सभी जयपुर के एक अच्छे होटल में पहुंच जाते हैं l "यार हम स

15

इन्तजार (भाग 14)

19 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा की अवनी का फ्रेंड्स ग्रुप अनिल का फ्रेंड्स ग्रुप दोनों एक साथ हवा महल देखने जाते हैं ।वहां का खूबसूरत दृश्य देखने के दौरान अवनी अनिल से टकरा जाती है ।जिससे दोनों के शरीर में अज

16

इन्तजार( भाग15)

19 मार्च 2022
0
0
0

पिछले भाग में आपने पढ़ा कि सभी टूरिस्ट सिटी पैलेस जाते हैं। और वहां की ऐतिहासिक धरोहरों का अवलोकन करते हैं। वहां से आकर सभी अपने अपने रूम में सोने चले जाते हैं। नित्य की भांति अवनी भोर में प्राकृतिक स

17

इन्तजार (भाग16 )

19 मार्च 2022
0
0
0

"तो राजू अब कल आप हमें कहां घुमा रहे हैं ?"अलका ने बस से उतरते हुए कहा। "जयपुर में देखने के लिए अभी कई स्थान बचे हुए हैं जल महल ,नाहरगढ़, रामबाग पैलेस ,रायगढ़ किला, नाहर दुर्ग, जंतर मंतर यह सब यहां क

18

इन्तजार भाग (17)

19 मार्च 2022
0
0
0

दिन भर की थकान के बाद सभी पर्यटक अपने अपने कमरों में सोने चले जाते हैं lपरंतु ध्रुव की आंखों में नींद नहीं थी वह बालकनी में खड़े होकर आकाश में चमकते चांद को देख रहा थाl दूधिया सफेद चाँद उसके ह्रदय की

19

इन्तजार भाग( 18)

23 मार्च 2022
0
0
0

हफ्ते भर जयपुर घूमने के बाद सभी वापस जाने का निर्णय लेते हैं तभी मयंक सुबह का पेपर पढ़ते हुए अवनी के रूम में आ जाता है "अवनी आज का समाचार पढ़ा तुमने?" नहीं, क्यों? कोई खास बातहै" " हां यार पास के ही ए

20

इन्तजार (भाग 19 )

23 मार्च 2022
0
0
0

मयंक सभी को कल के ट्रेन के समय से अवगत कराता है और अपने अपने सामान पैक करने को बोलता हैlवह ध्रुव के पास जाता है और उसे अवनी के मंसूबों के बारे में बताता है। अवनी के रुकने की बात जानकर ध्रुव भी रुकने क

21

इन्तजार (भाग 20)

24 मार्च 2022
0
0
0

अवनी बरछी में रुक कर ग्रामीणों से उस महिला के बारे में जानकारी एकत्र करना चाहती थी। जिसके लिए उसे किसी घर में पेइंग गेस्ट की तरह कुछ दिन रहना था। अवनी इस गांव में किसी को ना जानती थी ।उसे होटल क

22

इन्तजार भाग 21

25 मार्च 2022
0
0
0

,नाश्ता करने के बाद सुधा और राधेश्याम अपने अपने कामों में लग गएl अवनी भी गांव में घूम घूम कर जानकारी एकत्रित करना चाहती थी ।इसके लिए उसे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ की जरूरत थी जो इस गांव के बारे मे

23

इन्तजार भाग 22

25 मार्च 2022
0
0
0

अवनी और दीपू मिलकर प्लान बनाते हैं जिसके तहत वे गांव में उन घरों में जहां की बहू बेटियों को डायन करार देकर जला दिया गया था वहां जाकर इस प्रथा के खिलाफ विरोध करने के लिए समझाते हैं ।गांव के बाहर

24

इन्तजार (भाग 23)

29 मार्च 2022
0
0
0

भोला ने अवनी को अतीत की कुछ घटनाएं बताना प्रारंभ कर दी " गरीब घर की बेटी थी। बेचारी न जानेकैसे ठाकुर के चंगुल में फंस गई। उसकी कुछ ख्वाहिशों को पूरी न करने के कारण किसी बहाने से ठाकुर ने उसे डाय

25

इन्तजार (भाग 24)

29 मार्च 2022
0
0
0

"रतन सिंह को सजा होगी न दीदी "दीपू ने अवनी से कहा " दीपू जब तक मैं इन्हे सजा ना दिला दूं हार नहीं मानूंगी बस तुम सब विश्वास बनाए रखना। कब तक वह भाड़े के टट्टू के सहारे हमें डराएगा " "जी दीदी हम सब आपक

26

इन्तजार (भाग 25 )

30 मार्च 2022
0
0
0

मंदिर की सीढ़ियों पर अनिल बेसब्री से अवनी का इंतजार कर रहा था। एक मिनट उसे युगों के बराबर लग रहा था तभी उसकी नजर मंदिर की ओर आती हुई अवनी पर पड़ती है, गुलाबी सूट में वह किसी गुड़िया की तरह दिख रही थी

27

इन्तजार (भाग 26)

30 मार्च 2022
0
0
0

जुग जुग जिए हो ललनवा अगनवाँ के भाग जागल हो ललना लाला होइयेहैं कुलवा के दीपक मनवाँ में आस लागल हो आजु के दिनवाँ सुहावन रतिया लुभावन हो ललना दिदिया के होरिला जनमें होरिलवा बडा सुंदर हो सासु

28

इन्तजार (भाग 27)

30 मार्च 2022
0
0
0

उस लड़की ने वहां की सजावट को देखकर अंदाजा लगा लिया कि यहां पर कोई भव्य आयोजन होने वाला है। जहां तरह-तरह पकवान बने थे जिनकी सुगंध उसकी व्याकुलता को और बढ़ाने का कार्य कर रहे थे ।पर उस

29

इन्तजार (भाग 28)

30 मार्च 2022
1
1
0

अवंतिका नियमित रूप से हवेली में काम करने लगी ।उसे नवप्रसूता और नवजात से दूर रखा जाता लेकिन उसके मन में नवजात को देखने की उत्सुकता बलवती होती जा रही थी ।हरिसिंह भी अवंतिका के रूप सौंदर्य से मोहित होकर

30

इन्तजार (भाग 29 ) अंतिम भाग

30 मार्च 2022
0
0
0

अगले दिन अवनी ,अनिल ध्रुव और दीपू सभी गाव वालो को लेकर थाने के सामने आमरण अनशन करने लगती है ,मीडिया को भी घटना कवर करने के लियें बुला लेती है। बरछी की घटना सभी न्यूज चैनलों में दिखाई देने से क्षेत्र व

---

किताब पढ़िए