प्यार से नहीं कोई प्यारा,
बेहतरीन है साथ सुनहरा,
कई रिश्तों से हमसे जूडा,
सबसे खुबसुरत मां पापा!
मां है सारथी ,पापा साथ,
दोनों से जूडे है मेरे जज्बात,
भाई- बहन अनमोल गहने,
दर्द में खुश रहने के बहाने!
एक है दोस्त और वहीं प्यार,
क्यूं ही सोचना पास है या दूर,
मन में जो पनपता यकिन बन,
हरा भरा मेरे जीवन का मधुबन!
किसी ओर के राहों का वो राही,
फिर भी ना शिकायत मुझे कोई,
जितनी मेरी किस्मत में था मिला,
अपना है पराया ना इसका गिला!
बदला भी किससे ले मेरा वो अंश,
क्यू करु उसके कामयाबी से रंजिश,
देख तरक्की उसकी दिल मेरा झूमता,
उम्मीद का सवेरा मेरा मेरे पास ठहरता!