छोड के ना जाना
चाहे मांग ले मुझसे आसमा में छिपे चांद तारे,
चाहे मांग लेना हर देश विदेश की महंगी कारे,
दिल कहे तो रख लेना बाबर अकबर को गुलाम,
चाहे जि भरके कहना उन्हें तुमसे करवाने सलाम!
चाहे मांग लेना दो जहां की मिल जुडके है मिल्कियत,
चाहे एक बडा एयरपोर्ट अपने घर के बाहर बनवाना,
चाहे तो अमीर, शाहरुख, सलमान के साथ डिनर करना,
या हो महंगी बॅग, सॅडल या फिर हिरों के गहने पहनना!
चाहे करवाना पडे मेरे घर को ही आलिशान हॉटेल,
या फिर पिने को चाहिये मिनरल वॉटर संग कॉकटेल,
चाहे रहना पडे तुम्हें सोने के बने ख्बाबों के महल में,
या फिर करवानी पडे राणी बनकर नोकरों से सेवा!
सोने को हो तुम्हारे वास्ते कोई मखमल से बना बिस्तर,
नहाने के पानी मेें छिडकने को हो कोई देश विदेशी अस्तर,
सारे ख्बाब जो है तेरे बने एक पल में मेरे साथ हकीकत,
मेरे साथ जनम जनम साथ निभाने की बोल क्या है किमत!
किसीने किया ऑफर मुझे सारे शौन शौकत से भरा खजाना,
क्या कहू पगले को दिल की बात मुझसे ना आया है कहना,
प्यार से अगर वह एक बार कहता मुझे कभी छोडके ना जाना
तो बिना एक पल भी गवाये चल पडती मैं उसके साथ निभाने!
ये सुनते ही बोला वह बस इतनी सी बस तेरी थी चाहत,
जानता ना था मैं तो था तेरी दिल की अनमोल अमानत,
साथ तेरा पा लू तो क्या ये दाही दिशा और जमी आसमा,
कदमों में तेरे झूका दुंगा उपरवाले ना बना पाये वो जहां!
बातें सुनकर हस पडी मैं भी जोर जोर से पगली दिवानी,
वहीं है मेरा जहां क्यू फिर ढूंढना कोई ओर अलग जहां,
जब आहट हुंवी कुछ गिरने की तो तेजी से आंख खुली,
बंद आंखों से देख ली चाहत की हिर रांझे के हसी गली!
जो भी था लेकिन बडा हसीन देखा था मैनें एक ख्बाब,
मैं थी जन्नत की एकलौती मलिका और वो था शहजादा,
पूरा हुंवा था बिना फेरों के जनम जनम साथ रहने का वादा,
दिल चाहा की फिर नींद आ जाये और दिख जाये वो शहजादा!