Episode 14 आकाश और आएशा की बात
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा कि आकाश आएशा जो की जीवन के घर पर होती है उसे वह से सीधा घर ना ले जाकर उसे एक होटल में लेकर जाता है। घर इसलिए नहीं जाता है क्यूंकि वैसे ही उसकी तबियत ठीक नहीं थी उपर से उसने कुछ खाया भी नहीं था तो वो कुछ खा ले और मैंने जैसे ही कहा था आकाश को आएशा के आंखों में देखकर कुछ महसूस हुआ था क्या था वो यहीं उसे जानना था, इसके आगे की कहानी देखते है अगले एपिसोड में ।
आगे हम देखेंगे की आकाश और आएशा एक होटल के टेबल पर बैठे है। काफ़ी देर से आकाश और आएशा खामोश है, आकाश राह देख रहा है की अभी आएशा बोल उठेगी पर आएशा खामोश रहकर कुछ सोची जा रही है और उसके सामने जो फ्लावर प्लांट है उसमे से एक फुल निकल कर उसे देखी जा रही है।
इतने में वहा पर होटल का वेटर आता है, पानी के दो ग्लास सामने रखकर वो आकाश को खाने का ऑर्डर बताने के लिए कहता है, आकाश उसे सैंडविच और दो कॉफ़ी लाने के लिए कहता है फिलहाल के लिए, फिर से वो आएशा की तरफ़ देखकर पुछता है तुम्हें और कुछ भी मंगवाना है, आएशा अपने ही सोच में मगन आकाश की बात सुनती नहीं, तो दूसरी बार पूछने पर वो बस ना में सिर हिला देती है।
अब आकाश को आएशा की चुपी बर्दाश नहीं हो रही है। वो उसे पूछ ही बैठता है क्या हुआ आएशा मैने देखा की जीवन के घर पर भी तुम खामोश थी ना ही इतनी देर से तुम मुझे कुछ बता रही हो, क्या हो गया है, कैसे तुम बेहोश हो गई और तुम अकेली कैसे जीवन के घर पहुंच गई।
आएशा कुछ कहने ही जा रही थी की इतने में वह पर होटल का वेटर आ जाता है आकाश का आर्डर लेकर। आकाश आएशा को रोकता है और पहले कुछ खाने को बोलता है। आएशा उसे मना करती है तो आकाश उसे थोड़ा फिक्र से गुस्सा करता है और आएशा चुप चाप से सैंडविच खा लेती है।
आकाश भी कॉफ़ी पीने के बाद आएशा के हाथ पर अपना हाथ रख देता है, और अचानक आएशा के आंख में पानी आ जाता है आकाश समझ ही नहीं पाता है की आएशा को क्या हुआ। वो अपने पहले के व्यवहार के लिए माफी मांगता है पर वो कहता है तुम्हारी तबियत ठीक नहीं थी और तुम खाना भी नहीं खा रही थी तो मैंने फ़िक्र के वजह से तुम्हें डांटा।
आएशा कहती है मैं इसलिए नहीं उदास हु क्यूंकि आज अंजाने में मैंने सच में वो देखा जो सपने में देखती आई हु, जिसके बारे में तुम भी नहीं जानते क्यूंकि मैंने तुम्हें आधा अधूरा ही सच बता दीया है।
अब आकाश का मन में बात जानने के लिए बेताब है वो समझ नहीं पा रहा है ऐसा क्या है जो आएशा ने मुझे भी नही बताया जब की वो तो उसे अपना भाई मानती है। वो पूछ बैठता है ऐसा क्या है जिसे तुम मुझे भी बता नहीं पा रही है।
आएशा बताती है की मैने जीवन के घर पर जो तस्वीर थी उसे अपने सपने में वैसे ही देखा है जेसे की जीवन के घर पर थी। आकाश बड़े गौर से सुने जा रहा था, और आएशा बिना रुके कहती जा रही थी, दोनों के प्लेट में रखा सैंडविच वैसा ही गरम से ठंडा हुआ पड़ा था।
अब आएशा ने बताया कि उसने वहीं गली को जलती हुवे देखा था, एक लड़का जो उसे मंदिर लेकर जाता है और उसी लड़के ने उस पर गोली चलाई होती है, वो समझ नहीं पाती फिर क्यू वो उसी के साथ मंदिर में मुस्कुराते हुवे जा रही है। फिर जीवन के घर पर वो जो तस्वीर देखती है, ऊंचे भी तो उसने अपने ख्वाबों में देखा होता है, कैसे वो नहीं जानती, उन सबसे उसका क्या रिश्ता है, क्यू कोई उसे मार डालना चाहता था और फीर किसने उसे बचाया, इन्हीं सवालों से घिरी आज में वो परेशान हुवे जा रही थी।
आकाश ने उसे शांत कराया इतने में उसके फोन पर उसके मम्मी का फोन आ गया, और आएशा का ध्यान उसकी ओर गया। आकाश ने फोन हलबड़ी में उठाया और फोन पर आकाश की ममी उसे डांटनी लगी, उसने तो फर्मान सुनाया जला से आएशा को लेकर घर आ जाना। उसने हां कहके फोन रख दिया जैसे ही उसका ध्यान घडी की तरफ़ गया, शाम के सांत बज गए थे एक तो वैसे ही आएशा की तबियत ठीक ना थी उपर से काफ़ी समय से वो बाहर ही थी तो आकाश के मम्मी का फिक्र करना लाज़मी था।
आकाश ने बिल पे किया और आएशा को लेकर गाड़ी में बैठ गया, पूरी रास्ते आएशा चुप ही बैठी थी उसने एक लफ़्ज़ भी नहीं कहा आकाश को ना आकाश ने उसे फोर्स किया कुछ बोलने के लिए। जैसे ही कार आकर आकाश के घर के दरवाज़े पर रुकी, आकाश को रोकते हुवे आएशा ने कहा आंटी को कुछ मत बताना वो खामखा परेशान हो जाएगी आकाश नई सिर्फ़ हां में सर हिलाया, दोनो ही घर के अंदर चले गए।
जैसी जी आकाश के मम्मी ने उन्हें आते देखा तो उन्हें रोक दिया और उनसे देर होने की वजह पूछी, तो आकाश ने बहाना बनाते हुवे कहा की आएशा के थोड़ा चक्कर आ गया था, तो उसे डॉक्टर के पास ले गया था इसलिए उन्हें आने में देर हो गई।
आकाश ने आएशा से पूछा अब कैसा लग रहा है तो आएशा ने कहा ठीक हु अब में, आकाश ने फिर बताया थोड़ा सा विकनेस के वजह से उसे चक्कर आया था कुछ खा लेगी तो ठीक महसूस करेगी।
इतना कहके वो और आएशा अपने अपने रुम में चले गए, पर अभी भी अकाश लगातार आएशा के बातों के बरे में ही सोच रहा था, कुछ देर बाद डाइनिंग टेबल पर आकर सबने खान खाया, पर उस टेबल पर आकाश और आएशा दोनों ही खामोश थे, सब खाना खाकर सोने चले गए, आएशा और आकाश दोनों के आंखों से नींद गायब थी।
कोशिश करके भी ना जाने क्यूं आएशा को नींद नहीं आ रही थी, उसने जैनी से भी बात करने चाही फिर कुछ सोचके उसने उसे फोन नहीं किया जब भी आएशा परेशान होती थी तो उसके पास या तो जैनी या उसकी केयरटेकर होती थी बातें करने के लिया पर आज तो दोनों ही उसके पास नहीं थे।
आएशा ने अपने रुम की लाइट ऑन कर दी और फिर से कुछ सोचने लगी, आकाश ने उसके कमरे की और देखा की लाइट ऑन है तो उसने किचन में जाकर
अपने और आएशा के लिए कॉफ़ी बनाई और साथ ही सरदर्द की दवा लेकर वो आएशा के कमरे में चला गया।
आकाश को तो उसकी आदत पता थी वो जब भी ज्यादा सोचती थी उसका सरदर्द करने लगाता था, फिर उसने खाना भी ठीक से नहीं खाया था।
जैसे ही आकाश ने कमरे के दरवाज़े पर धीरे से नॉक किया आएशा ने दरवाजा झट से खोल दिया धीरे से इसलिए खटखटाया था की कोई उठ ना जाए। आएशा के हाथ में दवाई के साथ आकाश ने कॉफ़ी का मग उसके तरफ़ बढ़ा दिया और उसने कॉफ़ी का मग आकाश से ले लिया।
आकाश फिर भी नहीं समझ पा रहा है क्यू अब भी आएशा परेशान है, वो उससे पुछता है और कुछ है जो तुमने मुझे बताया नहीं और वो उसकी तरफ़ सिर्फ़ देखती है।
आकाश के पूछने पर वो बता देती है की वो तस्वीर पता है किस की है जो जिवन के घर पर थी वो तस्वीर जीवन की पापा की थी जिसने अपना रॉकेट निकल कर मेरे गले में डाला था ना सिर्फ़ इतना ही बल्कि मुझे बचाते बचाते उन्हें गोली भी लगी थी।
ये बात सुनकर गरमा गरम कॉफ़ी आकाश के हाथों पर गिर जाती है, आएशा जल्दी जल्दी में उसका हाथ पकड़ के ठंडे पानी में डालती है, और उसपर मरहम भी लगा देती है, आकाश उसे बताता है उसे ज्यादा जलन नहीं हो रही है पर आएशा फिर भी उसके हाथों को देखे जा रही है।
आएशा के रुम की लाइट ऑन देखके वहा पर आकाश की मम्मी आ जाती है दोनों की साथ देखकर वो कहती है क्या बात है आकाश एयर आएशा दोनों ही क्यू जाग रहे ही? दोनों ही कुछ जवाब नहीं देते, फीर कुछ देर बाद आकाश कहता है मुझे नींद नहीं आ रही थी खुद के लिए कॉफ़ी बनाने किचन में गया तो आएशा की रुम की लाइट ओन देखी तो उसके लिए कॉफ़ी के साथ सरदर्द की दवाई लेकर आ गया, उसे परेशान देखा तो यहीं कॉफ़ी पीने लगा तो मेरे हाथों पर गलती से कॉफ़ी गिर गई।
आकाश की मम्मी ने कहा अभी काफ़ी रात हो गई है तुम अपने कमरे में सोने जाओ और आएशा को भी आराम करने दो, आकाश फिर आएशा को और अपनी मम्मा को गुड नाईट कहके सोने चला जाता है।
रात भर दोनों को नींद नहीं आती है दोनों ही बड़े बेचैन है, हम देखते है आगे के एपिसोड में आगे की कहानी तब तक पढ़ते रहिए मेरी लिखी कहानी
"दो चेहरे – प्यार या धोखा।"