एपिसोड 27- आएशा का जीवन से रिश्ता
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा था की आएशा को समझ नही आ रहा है अरुण ने आखिर उसके फ़ैमिली के साथ ऐसा क्यों ही किया,साथ साथ जीवन जो अभी अभी उसका दोस्त हो गया था धोखे से उसने शादी के कागज पर जाने कैसे ही साइन कर लिया उसे भी पता नहीं।
वो मंदिर में होती है तभी आकाश जीवन के मैसेज करने पर आकर उसे ले जाता है, दोनों मिलकर इसी मंदिर में मिलने का प्लान बनाते है, पर क्या आएशा वापस से जीवन पर यकीन कर पाएगी।
वैसे तो जीवन हमेशा उसके भले के बारे में सोचता है, पर ये बात वो नही जानती है।क्या आकाश उसे बता पाएगा की ये सब उसके कहने पर किया है जीवन ने, अगर उसने ऐसा किया तो क्या आएशा आकाश को भी छोड़ देगी।
रात भर आएशा सो नहीं पाईं उधर उसके मोबाइल पर अरुण रात भर कॉल करता रहा, पर मोबाइल फोन पर उसका नाम भी देखकर भी वो आएशा ने फोन नही उठाया।
सुबह सुबह ही तैयार होकर आकाश आयशके पास आया, आज तीनो को मिलकर अरुण से निपटने का प्लान बनाना था और फिर उसके पास से आलोक की प्रॉपर्टी के कागज भी वापस लेने थे, कुछ ना कुछ करके। वैसे अगर आएशा मान ना जाती अरुण से शादी करने के लिए तो उसके पास उसे मानने के एक से बढ़कर प्लान थे।
फिलहाल आएशा के जिंदगी में दो ही चीज़े महत्पूर्ण थी उसके पापा को अरुण से बचाना और उनका सब कुछ उन्हे वापस लौटना और दूसरी चीज अतीत को सुलझाकर इंडिया से वापस अपने जगह लंदन जाना, पर वो भूल रही थी की जीवन भी तो उससे प्यार करता है, क्या उसका सच्चे प्यार को नज़र अंदाज़ कर आएशा लंदन जा पाएगी? आज देखते है।
आएशा आकाश के साथ उस सिद्धिविनायक मंदिर में आ गई, जीवन भी तक तक पूजा अर्चा करके आ गया उसी रूम में, आज गणपति जी का आखिरी दिन आज के ही दिन गणपति बप्पा जी का सायंकाल के समय में विसर्जन होनेवाला था।
आकाश, जीवन और आएशा एक साथ मिलकर अब प्लानिंग करते है जिसके तहत आएशा जीवन से लड़कर उसके साथ तलाक लेने की बात करेगी और फिर वो अरुण के साथ शादी करने के लिए राजी होगी, पर ऐसा कैसे कर पाएगी आएशा क्योंकि आएशा तो अरुण का असली चेहरा जानती है, तो क्या जैसा तय किया है सब कुछ वैसा ही हो पाएगा या फिर ऐन मौके पर कुछ गड़बड़ करेगी आएशा।
सब तय हो गया है वैसे ही करने का प्लान होता है अब तक जैसी की आयशा ने डिसाइड किया होता है वो जीवन के साथ मिलकर अरुण को मजा चखाने का सोचती है। उसी प्लान के तहत वो होटल में जाने का सोचती है, उसके साथ वो जीवन को भी लेकर जाती है, वैसे अरुण बहुत गुस्से में होता है, क्योंकि उसको जल्द यहां का काम निपटाकर जाना होता है लंदन जैसे की मैंने बताया उसके पापा की तबियत खराब होती है और उन्हीं के वजह से इंडिया आएशा से शादी करने आया होता है।
जैसे ही आएशा ने होटल के दरवाजे की बेल बजाई अरुण ने दरवाजा खोला पर वो बेहत गुस्से में था, आएशा के साथ जीवन को देखकर तो वो दरवाजा बंद ही करने जा रहा था की आएशा ने अरुण को ऐसा करने से रोक दिया।
आएशा ने अरुण से माफी मांगी और जीवन से वो जल्द तलाक देगी ऐसा कहा जीवन भी जैसा भी तय था की जीवन ने पहले बेहत ना नुकुर की, फिर जैसी ही आएशा ने उसे पैसों का लालच दिया वो मान गया, और ऐ ने खुद पैसे देने का प्रोमिस किया, क्योंकि उसके डैड के पैसा नहीं ये उसे मालूम ना हो इसलिए खुद ही अरुण ने उसके हाथ में चेक थमा दिया और वो बेहत खुश था की फाइनली आएशा उससे शादी करेगी, तब तक लेकिन वो अपने पापा के लिए क्या करेगा।
जैसा की दोनो से सोचा था वैसे ही तलाक पेपर जीवन ने साइन कर दिए, पर उसको कोर्ट में सबमिट करने के लिए दो तीन ओर लगनेवाले थे और क्यूंकि आज शनिवार था तो सोमवार को वे कागज वहा सबमिट होनेवाले थे।
तो आकाश भी झूठ मूठ का आएशा के साथ और जीवन के खिलाफ होने का नाटक करते है, आकाश अरुण को आएशा के जीवन को तलाक और अरुण के साथ का जश्न मनाते है ऐसा कहता है, और अपनी जीत के खुशी में अरुण भी ये बात मान जाता है।
अरुण जब से आया होता है वैसे ही वो रूम में होता है बेहत परेशान सिर्फ आएशा के साथ ही वो कोर्ट गया होता है और वहा भी जीवन ने आएशा के साथ शादी की होती है। आकाश और आएशा के कहने पर वे सब एक क्लब में जाते है, साथ साथ ही जीवन भी जीता है क्योंकि जीवन ने तो अलरेडी पेपर साइन किए होते है, पर सच कहूं तो जीवन और आकाश सिर्फ और सिर्फ आएशा के सपोर्ट के लिए वहा पर होते है।
तीनों मिलकर खूब एंजॉय करते है, क्योंकि आकाश जीवन और अरुण थोड़ा थोड़ा शराब लेते है, अरुण को यकीन हो इसलिए वे दोनों शराब पीने का नाटक करते है, अरुण के लिए तो शराब नॉर्मल चीज होती है, कॉरपोरेट कल्चर में शराब कॉमन होता है।
अरुण को ज्यादा शराब का नशा हो गया होता है, उसने एक के बाद एक चार पांच ग्लास शराब पी होती है तो उसके कदम लडखडा गए होते है। आकाश का दोस्त तो खुद ही रजिस्ट्रार होता है, और उसकी काफी पहचान भी होती है तो उसने झूठे कागज बनाए होते है तलाक के और सही से कागज जिस पर अरुण से साइन लेकर अपनी सारी जायदाद फिर से उसे अपने नाम करवानी थी।
अरुण जैसे ही होटल के कमरे में पहुंचता है वो कुछ बडबडा रहा होता है, क्योंकि उसने बहुत शराब पी होती है, पर जब वे शराब पी रहे होते है तभी अरुण के शराब में आकाश कुछ मिला देता है और उसी नशे में जाने अरुण कब साइन कर देता है आएशा ने बनाए जायदाद के कागज पर उसे ही नही पता चलता।
पर आएशा सच में जानना चाहती थी की अरुण ने ऐसा क्यों किया इसलिए वो उसके सामान की तलाश कर रही होती है, अरुण तो नशे में ही है अब तक तो उसके आस पास क्या चल रहा है ये सोचने समझने की ताकत ही उसमे नहीं होती।
तो आएशा को और दूसरे भी कागज दिखाई देते है जो वो अपने साथ लेकर आया था जैसे की अगर आएशा ने इंकार किया तो ये कागज दिखाकर उसे ब्लैक मेल कर सके, तो आएशा उसी कागज पर भी चुपके से साइन कर लेती है अरुण की।
तब तक तो शराब के नशे में धुत अरुण सो जाता है, और तीनों साथ वहा से निकल जाते है, तीनों बेहत खुश होते है। आज उनके दिल का बोझ कुछ हल्का हो गया है आकाश और जीवन तो बहुत खुश है पर आएशा नही है। आखिर आएशा क्यू खुश नहीं है क्योंकि आखिरकार उसने भी वही राह अपनाई थी जो की अरुण ने यकीन दिलाकर यकीन तोड़ना।
पर आएशा के पास कोई रास्ता ना था पर सोमवार तक कोर्ट बंद था तो इन कागज का वो कुछ नही कर सकती थी जब तक कागज कोर्ट में सबमिट नही होते कुछ भी उसके पापा के नाम ट्रांसफर नहीं होनेवाला था।
आएशा ने वो सारे अरुण के साइन किए कागज फैक्स से जैनी को भेजे और जैनी फोरन वो कागजात वहा के कोर्ट में सबमिट किए। पर फिर भी कुछ दिन उन्हे इंतजार करना पड़ रहा था।
तब तक आएशा को ये नाटक जारी रखना था उस दिन इतवार था और अरुण के पापा का कॉल आ रहा था तो अरुण ने आएशा के गले में माला पहनाई अपनी और आएशा की फोटो उन्हे भेजी यकीन मानिए आएशा बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना चाहती थी पर जब तक सब कुछ ठीक ना ही उसको ये करना ही था।
अरुण के पापा से झूठ बोलना उसे पसंद महीना रहा था क्योंकि अरुण के पापा उसे पसंद करते थे जाने अंजाने अपने बेटे को यहां आने पर मजबूर करके उन्होंने आएशा की जी मदद की थी, पर आएशा की उलझन जाकर जीवन ने आएशा को समझाया बाद में मोहन से माफी मांग लेना।
आखिर दो दिन बाद आएशा को वो खुश खबरी मिली थी आलोक की सारी प्रॉपर्टी फिर से आलोक के नाम हो गई थी अब उसको ये नाटक जारी रखने की कोई जरूरत ना थी।
जैसे ही आकाश जीवन और अरुण यहां के कोर्ट में पहुंचे आएशा ने अरुण से शादी करने के लिए साफ इंकार किया उसको क्या हो गया ये समझ ही नही आया, तब आएशा ने अरुण को सब कुछ बताया क्यू उसने नाटक किया यहां तक आने का।
अरुण गुस्से में लाल बबुरा हो गया पर आएशा के एक सवाल का जवाब नही दिया उसने की आखिर उसका अच्छा दोस्त होते हुवे और उसके पापा का सबसे काबिल कर्मचारी होते हुवे क्यू उसके पापा को धोखा दिया।
पर अरुण ने कुछ जवाब नही दिया क्या कभी जान पाएगी आएशा अरुण के मन की बात, क्या जीवन को पति कहके एक्वेप्ट करेगी और कैसे जानेगी अपना सच ।
"दो चेहरे - प्यार या धोखा।"