एपिसोड 5 तस्वीर की सच्चाई
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा था की, आकाश मेज पर से तस्वीर उठाकर लाता है, जैनी की तबियत ठिक नहीं होती तो वो और कमरे मैं सोई हुई है। आकाश उससे कुछ बताता है, आखिर क्या होता है उस तस्वीर में। आज देखे आगे की एपीसोड में।
क्या राज था उस तस्वीर मैं छुपा हुआ जिससे आएशा हैरान थी, क्या आएशा के पास तस्वीर जो आकाश ने दी किताब से आई थी क्या आएशा को मदद कर पाएगी। क्या वो जान पायेगी कुछ अपने ख्वाबों के बारे में पढ़ते है आगे, आज हम तस्वीर के बारे में कुछ राज़ खोलते है।
वो तस्वीर आकाश को इंटरनेट से नहीं बल्कि उसके दादाजी के दोस्त से मिली थी, जो गलतियों से आकाश ने किताब में रखकर भूल गया था। आकाश का शौक था वो जो कोई दिखे उसे बात करता था, जो लोगो के लिए कूड़े कचरा होता था वोउसके लिए कोई काम की चीज़ होती थी, हर जगह डिक्टेक्टिवगिरी करना उसका नेचर था।
तो सुबह से उसी तस्वीर को ढूंढ रहा होता है पर उससे वो नहीं मिलती तो थक हारकर वो काउच पर बैठ जाता है। पर उससे कुछ याद नहीं आता, शाम को कॉलेज खत्म होने के बाद जैनी घर पर आकर फ्रेश होने चली जाती है। तो आकाश उसका सामान और उसका मोबाइल उसके कमरे मैं रख देता है, और फिर आकर खुद काउच पर बैठ जाता है। बैठे बैठे वो याद कर रहा होता है इतनेमें वहा पर आएशा आ जाती है। ये तो पता है आएशा आकाश को किताब में से फोटो निकाल कर देती है।
आकाश बताना नहीं चाहता है उस तस्वीर के बारे में, पर आएशा की तो जिंदगी जुडी होती है ना उस फोटो से। आज पहली बार तो उसके ख्वाबो मैं से कुछ बाहर आकर दिखा था, वरना तो उसको सब ख्वाबों में ही दिखता था ।
आज हम तस्वीर मैं एक जलता हुआ शहर था, वैसा ही जैसा वो ख्वाब मैं देख रही थी। आप के मन में भी यही ख्याल आया होगा ना कैसे आएशा को पता वो वही शहर है।
क्यूंकी फोटो मैं एक जलता हुआ शहर था, और उस शहर के जो कोना जल रहा था, उस कोने के एक खंबे पर एक बोर्ड लटक रहा था। कौन सा बोर्ड, मुंबई शहर का बोर्ड। वहा एक गली मैं खंबे पर बोर्ड लिखा हुआ था।
किसीने कितने प्यार से उस गली के शुरूआत में ही वो बोर्ड लिखा हुआ था। बस वही तो एक खंबा अब तक नहीं जला हुआ था, बाकी का सारा भाग जलकर खाक हो रहा था। पर कैसी थी वो आग जो शहर को जलाकर खाक कर रही थी।
पर ये तो बात थी पास 1950-52 की, पर ना तो आएशा के क्या रिश्ता, जो अब तक सिर्फ 20 साल की थी, जैसे मैंने बताया था, कल ही तो उसका जन्मदिन हुआ था। करीब 1995 का जन्म था उसका और आज 2005 थी, तो ये बात करीबन 54 -55 साल से ज्यादा पुरानी थी।
आएशा के उस्तुकता बहुत बढ़ गई थी, उसे पता ही नहीं चल रहा था की वो कैसे उस तस्वीर का राज जाने। क्यूंकी जैसे मैंने पहले बताया इंटरनेट पर भी कोई जानकारी नहीं थी। पर इस बात का कैसे पता लगाएगी आएशा।
आकाश भी अब सब कुछ विस्तार से जानना चाहता था, तो आएशा आज पहली बार अपने हमें भयानक सपने की हकीकत को जैनी और उसकी देखभाल करने वाले कावेरी के अलावा आकाश को बताने जा रही थी।
पर पता है आपको, कितनी मेहनत की थी आकाश ने आएशा को बोलता करने के लिए। कितना कुछ किया था, वो फिर भी ना बतानेवाली थी की क्यू जानना चाहती है वो इस तस्वीर के बारे में।
तब लाख कोशिशो के बावजूद वो बोल नहीं रही थी तो अब वो उठकर जाने वाला ही था, तो आएशा उसे आवाज देकर रोक लिया। अब आएशा उससे अपने सपने के बारे में बताती है।
आकाश को आएशा बताता है की उससे एक जलता हुआ शहर, और बीच मैं बैठा एक लड़की जो की वो खुद है वही दिखता है, उससे दिखता है की वही बोर्ड खंबे पर लगातार रहा है, वही बोर्ड, वही शहर, वही नजारा और वो उसी गली में रोती बिलगती हुवि दिखती है।
साथ में उसे मंदिर से घंटी की आवाज़ सुनाई देती है, जो गणपति जी का मंदिर होता है। जब शहर जल रहा होता है तब उसे घंटियों की आवाज नज़दीक ही सुनाई देती है, मतलब वो गली कहीं आस पास है मंदिर के, वो तो जानती नहीं थी की वो गणपति जी का मन्दिर सिद्धिविनायक मंदिर है।
पर जैसा वो ख्वाबो के बारे में बात कर रही थी इतना तो आकाश जानता था की जहां पर ये हादसा कई साल पहले हुआ था वो तो वही गली है, और तब से लगातार वो गली से थोड़ी दूर ही सिद्धिविनायक का मन्दिर है। ये बात आएशा ख्वाबों के देखती थी, और साथ साथ ही कोई लडका उसका हाथ पकड़ के मन्दिर में लाया है।
आएशा उसे पुरा सच या यू कहो तो पूरा ख्वाब नहीं समझाती है, वो नहीं बताती की उसे सामने एक लड़के ने एक आदमी को गली मारी थी, और वो उसी के साथ जल्दबाजी में मंदिर मैं आई।
वैसा इसके आगे भी वो बहुत कुछ हमेशा से ही देखती है अपने ख्वाबों मैं, जो तो उसे पूरा पूरा जैनी को भी नहीं बताया। आकाश वादा करता है की कुछ ही महिनो बाद जिस काम के लिए वो यहां आया है वो काम खत्म हो जाएगा तो दादाजी के दोस्त से बात करेगा जिसने उसे तस्वीर दी थी, शायद वो कुछ जानते होंगे इस हादसे के बारे में।
आएशा हा मैं सर हिलाकर आगे शांत हो जाती है। पर आकाश कहा शांत बैठानेवालो मैं से था, उसका तो दिमाग 100 के रफ़्तार से भागता था। वह तो मैंने बता दिया रॉ का ऑफिसर बनाना चाहता था। अब उसको जिंदगी में कुछ एक्साइटमेंट करने का मौका मिल गया था।
वो आएशा से वादा कर देता है की वो हर संभव कोशिश करेगा की वो उसकी इस उलझन को कुछ था तक हल करेगा। वो बात ही कर रहे हैं, जो मैं वहा पर जैनी आती है।
तो अब बात तो तय है की आएशा का कुछ तो रिश्ता है या था मुंबई से, हम मुंबई से जो उस से कूसो दूर है। जहां वो तो छोड़ो क्या उसकी मम्मी पापा भी कभी नहीं गए, यहां होने के बाद फिर क्यों ही उसे कुछ तो उस सपनों के शहर की तरफ खीच रहा है।
वो तो वैसा ही परेशान है ऊपर से एक महीने के बाद उसकी अरुण से बिना उसकी मर्जी की सगाई होने वाली है, वो दोनो के ही वजह से परशान है। वो क्या करे पहले तो वो जैनी को ठिक कर यहा से जाना चाहती है।
वो अपनी ही ख्याल मैं होती है, उसका ध्यान जैनी की और जाता है, जैनी को अचानक क्या होता है वो आकर आएशा के गले लगती है, आएशा और आकाश को कुछ समझ ही नहीं आया होता है।
कुछ नहीं समझ आता वो जैनी को निचे बिठा देती है, किचन मैं जाकर आकाश जेनी के लिए पानी लेकर आता है, पर वो तो पागल लगातार रोये जा रही है।
आएशा उसे चुप कराने की कोशिश कर रही है पर वो चुप ही नहीं हो रही है। अब वो उससे जोर से डांट देती है, फिर उससे जबरदस्ती पानी पिलाती है।
उसका ध्यान एक बार घडी पर जाता है करीब रात के 10 बजे होते हैं, एक तो जैनी की तबियत ठिक नहीं और ऊपर से वो राही थी, आएशा चुप करके पूछती है।
जैनी बताती है की एलन ने उसके साथ बेवजह ही ब्रेक अप किया है, अभी उसका कॉल आया था, और वो किसी और के साथ सगाई करने जा रहा था।
एलन को कोई प्रॉब्लम ना था जैनी से, वो बहुत प्यार करता है उससे, पर उसके मॉम डैड इंडियन लड़की से उसकी शादी नहीं करना चाहते थे।
ऊपर से एलन के कहे अनुसार ही जैनी उन्हे बिल्कुल पसंद नहीं होती है। एलन के मॉम डैड किसी अनाथ लड़की से एलन की शादी नहीं कराना चाहते थे।
हमेशा एलन अपनी बात पर अड़ा रहता था पर वो अब थक चूका था, इसलिए वो बेमन से सगाई के लिए तैयार हुआ था।
एलन को, वो उसे ब्रेक अप नहीं करने देगी। तब जैनी शांत हो जाती है, तभी जैनी की नौकरानी खाना खाने के लिए फिर से आवाज देती है। अब तक दो बार वो खाना गरम कर चुकी है।
अब तक दो बार वो खाना गरम कर चुकी होती है, पर खाने के किसी का ध्यान ही नहीं होता, पर अब आएशा जैनी को खाने पर लेकर जाती है, आकाश भी मदद करता है, क्योंकि मेड तो खाना गरम करके निकल गई है, अपने घर को।
आकाश आएशा के साथ मिलकर खाना परोसता है, दोनों अपनी थाली मैं खाना लेते हैं, आज वो अपने हाथों से खाना जैनी को खिलाती है। क्यूंकी वो तो बिलकुल ही खाना खाना नहीं चाहती थी.
खाना खाने के बाद आयशा जैनी को लेकर कमरे मैं सोने चली जाती है। आएशा जैनी को दवा खिलाकर सोने को कहती है, जैनी के कमरे मैं ही उसके तकिए के पास आएशा बैठा होती है, पर प्यार से बिछड़ने का दर्द तो मौत के दर्द से भी बत्तर होता है, इसी वजह से वो सो नहीं पा रही है। आएशा जैनी के सर पर हाथ रख देती है, उसका हाथ अपने हाथ मैं लेकर फिर से वादा करती है की वो एलन के उससे मिलवाकर रहेगी ।
जैनी के चेहरे पर वो दर्द साफ दिखी दे रहा है, ऊपर से बेचारी बीमार। पर आधे एक घंटे के बाद, और आएशा के साथ की वजह से वो सो जाती है। जब तक जैनी सो जाती है तो तब तक करीब रात के 11 बज चुके होते हैं, उसे पर कमरे मैं कहा नींद आ रही होती है, तो वो नीचे आती है। नीचे आकाश अब भी घूम रहा होता है वो फोन पर बात कर रहा होता है, आएशा को देखता है वो फोन फट नीचे रख देता है।
अब तो आकाश दोनो के लिए परेशान है एक आएशा और दूसरी उसकी बहन जैनी। वो आएशा को जैनी कैसी है ये पुछता है, तो आएशा ठीक है कहती है।
पर दोनो ही जानते हैं की जैनी ठिक नहीं है, आकाश अपने बहन को यू टूटा हुआ नहीं देख सकता था, ऊपर से आएशा जाने किस पास्ट मैं उलझी हुई थी। वो दोनो को ही कैसे इस उलझन, दर्द से बाहर निकाले इसी के के बारे में सोच रहा था।
क्या आकाश सच मैं दोनों की मदद कर पाएगा, क्या आकाश के फोटो वाले दादाजी के दोस्त सच मैं मदद करेंगे। आएशा के आने से पहले वो किससे बात कर रहा था, क्या उस इंसान से बात करके उसकी कहानी सुलझेगी या ओर उलझ जाएगी। क्या वो अपने पापा के खिलाफ स्टैंड ले पाएगी। ये जानने के लिए पढ़ते रहिए
"दो चेहरे प्यार या धोखा।"