एपीसोड 28 - मनाली में जीवन और आएशा
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा की आएशा ने जीवन और आकाश के मदद से कैसे ही प्रॉपर्टी पेपर पर अरुण से साइन करवा दिए और उसे कानो कान खबर भी ना लगी, जब तक की लंदन उसे फैक्स करके वहा कोर्ट में आएशा की सारी जायदाद जब तक आलोक के नाम ना हूवी तक तीनों ने मिलकर ये नाटक जारी रखा।
सोमवार को जैसी ही यहां के कोर्ट में वे पहुंचे , तब आएशा ने अरुण से शादी करने के लिए इनकार किया और उसे ये सब करने की वजह भी बताई पर अरुण कुछ ना कहते हुवे वहा से चला गया आखिर आएशा का सवाल वही का वही रह गया क्यू किया उसने आलोक के साथ यानी उसके पापा के साथ ऐसा।
पर अरुण के वजह से उसे पता चला जीवन कितना अच्छा लड़का है और वो तो पहले से ही जानती थी की उसे प्यार भी करता है। अरुण से छुटकारा पाकर वो अब अपने अतीत पर ध्यान दे सकती है।
उधर आएशा के मॉम डैड अपने सही जगह अपने घर रहने जाते है पर आएशा उनका दिल ना दुखे इसलिए अरुण का सच उन्हे नही बताती है। आएशा को करीब करीब तीन महीने से ज्यादा समय हो गया होता है, यहां का लोग और मुंबई उसे रास आनी लगती है, जैनी की शादी भी नजदीक आ गई होती है।
यहां जीवन के साथ उसका दिन का काफी वक्त गुजार रहा होता है धीरे धीरे करके वे दोनो अपने मंजिल के ज्यादा करीब जा रहे होते है, एक दिन आएशा सच में जीवन से अपने प्यार का इजहार कर देती है।
मानो उस दिन जीवन सातवे आसमान पर होता है आज जीवन उसे सच्चाई बताता है की आकाश और उसने दिनो ने मिलकर उसके धोखे से हॉस्पिटल में साइन लिए थे ताकि अगर किसकी दबाब में वो अरुण से शादी करने की लिए मनाती है तो उसे ये कागज दिखाकर रोका जा सके।
साथ ही साथ वो ये भी बताता है उसका ऐसे करने के पीछे कोई निजी स्वार्थ भी था क्योंकि काफी पहले से वो उससे प्यार करता था तो वो उसे किसी और के संग जाता नही देख सकता था।
दोनों जाकर ये बात अपने घरवालों को बताते है आएशा और जीवन की तो कॉन्ट्रैक्ट मैरिज हो गई होती है जो दोनों के घरवालों को ही नही मालूम होती है, तो दोनों के घरवाले उन्हे शादी करने की इजाजत दे देते है।
वैट आपको लगा हीरो हीरोइन का प्यार इजहार और घरवालों से आशीर्वाद मिल गया मतलब सब हो गया क्या नही अभी इस किताब रूपी स्टोरी के कुछ पन्ने खुलने बाकी है, अरुण का चैप्टर आधा अधूरा ही है, देखते है वो क्या करता है इस स्टोरी की इंटरस्टिंग बनाने के लिए।
जैसा मैने बताया होता है वैसे ही आएशा के पास वो डायरी होती है, जिसमे वो हादसे की तस्वीरे होती है, खान चाचा कुछ हद तक अब ठीक हो गए होते है,उन्हे थोड़ा थोड़ा सब कुछ याद आ रहा होता है, अब वो पहले कितने लोगों से डरते नहीं होते है।
जीवन के दादाजी के साथ रहते रहते उन्हे काफी कुछ याद आता है उनका वो पोलिस स्टेशन जहा पर वो काम करते थे और वो घर जहा पर वो उन दिनों रहा करते थे, एक दिन वो उसी घर के अंदर जाकर कुछ तलाशने लगे लेकिन उन्हें वहा कुछ नही मिला।
आखिर उस खंडहर में इतने दिनो बाद वो क्या ही तलाश रहे थे जब जीवन ने और आएशा ने उन्हें वहा पर देखा तो उन्होंने कहा की यहां एक तस्वीर के पीछे मैने किसी से छिपाकर कुछ रखा हुवा था वही देख रहा था पर अब मुझे वो नही मिल रहा है, उसे कैसे मिलता वो तो आएशा और जीवन के पास था उन्होंने कब का उसे निकाल चुका था और उसकी मदद से उन्होंने जाना था आएशा सानवी थी, उसके पापा पुलिस इंस्पेक्टर और खान चाचा के सीनियर थे साथ में एक हवालदार अहमद का भी खून हो गया था, दो जुड़वा लडको पर शक था इन सबका , अहमद की बेटी भी मारी गई थी सानवी को बचाते बचाते, और इसके साथ साथ उसी डेयरी के फोटो ग्राफ्स के मदद से पता चला था सानवी मनाली की रहनेवाली थी काफी अमीर परिवार था उनका वहा पर।
और भी कुछ तस्वीरे थी डायरी में, जो जीवन यानी सागर से रिलेटेड थे पर जीवन नही समझ पा रहा था की कौन सा अतीत का पन्ना दोनो को जोड़ रहा था जब की जीवन भी मनाली से कुछ साल पहले यहां मुंबई आया था, और जैसे की उसके पापा कहते थे आसमान से ही परी उतरकर उसके लिए इंडिया आई थी और वो उसको किसी किमत पर खोना नही चाहती थी।
क्या जीवन के अतीत में ऐसा कुछ होगा जिसके वजह से आएशा उसे हमेशा के लिए छोड़ जाएगी, ऐसा क्या खुलासा करेंगे खान चाचा, देखते है हम आगे । मैने बताया था ना जीवन के घर में एक फोटो लगाया था जीवन के बचपन और उसके पापा का दिनानाथ जी का फोटो पर जैसी ही खान चाचा उनके घर पर थे वो फोटो आज बनकर शॉप से आ गया था।
जैसी ही खान चाचा घर के अंदर आते है उनकी नज़र उसी तस्वीर पर जाती है और वो हैरानी से उस तसवीर के बारे में पूछते है, दादाजी तब उन्हें बताते है की वो तस्वीर जीवन के बचपन और उनके बेटे की है, तब दादाजी को समझ नही आता खान ने ऐसा क्यों पूछा।
पर बाहर से घर के अंदर हाथो में कुछ लेकर आया जीवन समझ पा रह है की खान चाचा ने ऐसा क्यों पूछा क्यूंकि सेम ऐसी ही एक तस्वीर जो काफी पुरानी हो गई है खान चाचा के डायरी में भी है, फरक इतना था की उसके पापा हवालदार और वो एक क्रिमिनल गोली चलता एक बच्चा था और उसके साथ एक और भी था उसका जुड़वा भाई, सब सबूत उसके सामने थे पर फिर भी उसका दिल मनाने के लिए तैयार ही नहीं था की निजी दुश्मनी के कारण उसने किसी को मार डाला हो, बस यही सब वो खान चाचा के मुंह से सुनना चाहते थे, क्योंकि इस वक्त वे अकेले थे जो सब सच जानते थे।
जैसा जीवन ने समझा था बिल्कुल सब कुछ सच था यानी के आएशा के पापा और बाकियों के मौत के पीछे की वजह जीवन ही था पर जीवन भी अब ये जानना चाहता था की आखिर क्यों किया था ये जानने के लिए उसे मनाली जाना पड़ सकता था जैसी की उसका पिछड़े जन्म में आएशा के तरह मनाली से रिश्ता था जैसे की बार बार खान चाचा के डायरी में दो जगह का जिक्र आता है एक मुंबई और दूसरा मनाली ।
कुछ कुछ धुंधली धुंधली तस्वीर तो होती है आएशा को भी वो भी जाना चाहती है मनाली पर क्या जैनी के मॉम डैड और आकाश उसे अकेला जाने देंगे इतने दूर मनाली, तो तय होता है अगर जाना मनाली जाना है तो कम से कम शादी करके जाना होगा, क्या राजी होंगे जीवन और आएशा शादी के लिए।
वैसे तीनों ही जानते है की आएशा और जीवन शादी शुदा है पर क्यूंकि भले ही जीवन मानता हो उस शादी को पर आएशा और आकाश के लिए तो वो शादी सिर्फ उसको अरुण से बचाने का जरिया थी तो दोनों ही उस शादी को शादी नही मानते थे।
शादी तो आएशा लंदन जाकर ही करना चाहती थी, तो तय हो गया की सगाई करेंगे फिलहाल बाद में सब सॉर्ट हो जाने के बाद शादी करेंगे जब आएशा का परिवार होगा उसके पास इंडिया।
सगाई का मौहलत तय हो गया जैनी और एलन उसके परिवार के साथ आ गए थे, जैनी की शादी और आएशा की इंगेजमेंट लगभग एक दो दिन के अंतराल में थी, पहले जैनी की शादी हो गई एलन के साथ, क्योंकि एलन लंदन में रहता था जैसे वो इंडिया अपने परिवार के साथ आया था क्या खातिर दारी हो रही थी उनकी देखते ही बनता था सब नजारा, शादी के बाद एलन के घरवाले बाकी के फंक्शन के लिए इंडिया ही रुके थे बाद में आएशा और जीवन की इंगेजमेंट भी थी।
सारे फंक्शन अच्छे से निपट गए अब जैनी एलन की लीगली वाइफ थी उसका सबसे बड़ा सपना पूरा हो गया होता है और वो खुश है की उसकी दोस्त आएशा को भी अच्छा लाइफ पार्टनर मिल गया होता है।
आएशा और जीवन के इंगेजमेंट का दिन करीब आ जाता है सब बेहत खुश होते है, जेनीनौर एलन बढ़ चढ़कर सब काम कर रहे होते है, दोनो के चेहरे का नूर बनते ही बनता है जैनी एलन के साथ बेहत खुश है आखिर खुश क्यू ना हो उसकी पसंद है एलन जो जैनी से बेहत प्यार करता है।
जाने अंजाने आकाश ने जीवन से उसकी कॉन्ट्रैक्ट मैरिज करके उसे भी जीवन दिया था। आकाश भी बेहत खुश है उसकी दोनो वहीं आज खुश है एक भी को क्या भला चाहिए होता है, दोनो की इंगेजमेंट बड़े ही धूम धाम से हो गई आज।
कल ही वो चारों निकल लाने वाले है मनाली, जेना और एलेन का तो हनीमून है और आएशा और जीवन को अतीत की तलाश करनी है, आज चारो ही मनाली में है।
देखते है मनाली की हसी वादियां जीवन और आएशा को मिलाती है या हमेशा के लिए जुदा करती है।कल के एपिसोड में
"दो चेहरे - प्यार या धोखा।"