एपिसोड 23 - कागज का राज
पिछड़े एपिसोड में हमने देखा था की आएशा और जीवन आकाश के साथ मिलकर सबूत की तलाश कर रहे होते है, आकाश को किसका फोन आता है वो काम से शहर से बाहर गया होता है उसे अपने मोबाइल पर एक कॉल आता है, वो अपने होशो आवाज खोकर भागती है सड़को पर, और उसका एक्सीडेंट हो जाता है।
जीवन उसको आवाज देते उसके पीछे भागता है उसे समझ नहीं आता उसे क्या हो गया, जब को जीवन को भी जाना होता है काम पर ,पर आएशा के एसिडेंट के कारण वो उसे हॉस्पिटल ले जाता है।उसका बेहत खून बहा है इसलिए उसकी हालत बेहत खराब होती है, जीवन उसे अपना खून देता है, इसी दरीमिया उसे एहसास होता है की वो आएशा से सच में प्यार करता है।
उसे गाड़ी में ये कहते हुवे आएशा सुन लेती है, होश में आने के बाद वो क्या फैसला करेगी, क्या वो जीवन को अपनाएगी या अरुण जो उसका मंगेतर है उससे शादी करेगी, जानते है आगे।
पूरा दिन बीत गया था फिर भी आएशा को होश नही आया था, आकाश भी अब तक हॉस्पिटल आ गया था, आकाश आएशा के एक्सीडेंट के बारे में जीवन से पूछता है, पर जीवन सिर्फ उसको ये बताता है की आएशा के मोबाइल पर किसका फोन आता है और वो भागते भागते रास्ते पर टैक्सी लेने जैसी आई पीछे आती गाड़ी उसे टक्कर लगाकर चली गई, जब आकाश आएशा का मोबाइल देखता है, कॉल लिस्ट में सबसे ऊपर अरुण का नाम होता है।
एक वीडियो भी भेजा होतसाई अरुण ने आयशा को कौन सा वीडियो होता है वो जिसे देखकर आएशा यू भागी जा रही थी, अरुण के पापा मोहन को हार्ट अटैक आ गया था और चाहते थे की आएशा से अरुण की शादी हो।
पर जैसा मैने बताया था ये तय था की दोनों कभी शादी नही करेंगे, पर ये क्या हो रहा है उसे समझ नही आया क्यू अरुण ऐसा कह रहा है, वैसे तो शादी तो अरुण को भी नही करनी होती है,पर वो पापा से प्यार भी करता था और वो जिद पर आड़े हुवे थे।
इधर जीवन को टेंशन हो रही थी, आकाश अपने बहन को जैनी को आएशा के घर पर भेजता है जैनी तब बताती है की घर में तो की नही है, सभी को लेकर अरुण अपने घर चला गया है, और सब कुछ अपने नाम कर दिया है,पर फिर भी क्यू उसने आलोक के परिवार को अपने घर में रखा है, इस बात में अरुण का भी कोई ना कोई स्वार्थ था।
जब की अरुण को कोई दिलचस्पी नहीं थी शादी करने में, आएशा का तो सब कुछ वो अपने नाम कर चुके था, फिर भी शादी सिर्फ अपने पापा के लिए करना चाहता था, आएशा ने अब तक ये वीडियो नही देखा हुवा था, जो जीवन और आकाश एक साथ हॉस्पिटल में देखता है।
पहले ही आकाश को अरुण कभी अच्छा ना लगा वैसे तो आकाश अरुण को पर्सनेल नहीं मिला था, आएशा पहले ही बेहत परेशान थी जाहिर है उसकी बात अरुण से ही हो गई थी, और उसका परेशानी के कारण एक्सीडेंट हो गया था, और अगर वो ये वीडियो देखे तो बिना अपने मकसद को पूरा करे इंडिया से लंदन चली जाए तो वो फिर कभी खुश ना रहेगी, और फिर अरुण से कभी आकाश उसे शादी करने नही देगा।
इसलिए आकाश और जीवन बिना आएशा के जानकारी के बिना कुछ ऐसे कदम उठानेवाले थे जो की किसीने नही सोचा होगा, जिससे शायद आएशा आकाश और जीवन से हमेशा के लिए नाराज हो पर इस वक्त दोनों ही के पास कोई रास्ता नही होता।
एक हफ्ते बाद अरुण इंडिया आनेवाला था और जल्द ही दोनो की कोर्ट मैरिज करनेवाला था तो इन दोनो के पास सिर्फ एक हफ्ते का समय था, आएशा को अब होश आ गया था, तो उसके सामने आकाश और जीवन खड़े थे।
कौन सा मोड़ लेनेवाली थी आएशा के जिंदगी, आएशा धीरे धीरे रिकवर हो रही थी, साथ ही साथ जैसी ही वक्त मिले वो डायरी के पन्ने दर पन्ने पलटती जा रही थी, जिससे उसके जिंदगी के कुछ राज खुल रहे थे, वो अपने मंजिल के इतना पास आकर वापस नहीं लौटकर जा सकती थी।
आकाश आएशा से कुछ पेपर साइन करवाता है, ऐसा क्या होता है उस पेपर में, जिससे आएशा ही अंजान होती है, अरुण के आने का दिन जल्दी ही आनेवाला होता है, दो दिन बाद से अरुण के फ्लाइट आनेवाली होती है, वैसे आयशा ये जानती है अब की जीवन उससे प्यार करता है, ये प्यार जीवन के हर एक बर्ताव से जाहिर होता है, और कही ना कही आकाश को भी जीवन के नजरो में वो प्यार दीखाई देता है, इसलिए तो अपनी बहन को बचाने के लिए जीवन से मदद मांगता है।
अपने पापा का घर बचानी लिए आएशा अरुण के साथ शादी करने के लिए तैयार होती है, शादी के बाद वो आलोक को सारी उसकी कंपनी और जो भी लिया था वो वापस करने वाला था, पहली बार जिंदगी में आलोक इंसान को पहचानने में चुका था।
पर क्या इस गलती की भारी कीमत आयशा चुकानेवाली थी या था कोई फरिश्ता जी उसकी मदद करेगा, अरुण इंडिया आ गया जैसा तय था शादी के बाद अरुण और आएशा वीडियो कॉल पर अरुण के पापा मोहन से बात करने वाले था क्योंकि उनकी ख्वाइश थी दोनों की शादी।
अरुण के पापा के आयशा तकलीफ भी देना चाहती थी तो वो तैयार हो गई उसके पास दूसरा कोई ऑप्शन ही ना था, पर दोगले अरुण से शादी करके क्या आयशा सच में खुश रहती ।
पर कहानी में ट्विस्ट आनेवाला था क्या सच में जीवन से आएशा हमेशा के लिए जुड़ा हो जायेगी ,आयशा ने हमेशा अपने सपने में जिस राजकुमार को देखा था महज एक सपना बनकर रह जायेगा क्यूंकि अरुण तो सर से पांव तक सिर्फ झूठ ही था।
आखिर वो घड़ी आ गई दोनो ही अरुण और आयशा रजिस्ट्रेटर के पास गए , अरुण की पल पल खबर देने के लिए तो उसके आदमी थे, दोनो ने अपने दो दो गवा ले आए थे, अब आनेवाला था ट्विस्ट कहानी में।
जैसे ही दोनो का नाम पुकारा दोनो चले गए साइन करने के लिए ,अरुण के साइन ही गए थे, एक जीत की मुस्कान थी उसके चेहरे पर, जैसी ही आयशा ने साइन करने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, किसी ने आकर उसको रोक दिया कौन था वो?
जैसी ही किसीने आयशा का हाथ थामकर रोका दिया , आयशा ने और अरुण ने पलटकर देखा तो पीछे हाथो में कुछ पेपर लिए जीवन आकाश के साथ खड़ा था, आएशा को कुछ समझ नहीं आया के क्यू जीवन ने आएशा को रोका, जैसी ही उसने पूछा, उसने रजिस्ट्रेटिर को एक कागज दिखाता है और वो कहता है ये शादी नही हो सकती और वे दोनो दंग रह जाते है।
अरुण और आएशा कहते है जब हम अपने मर्जी से शादी कर रहे है तो क्यू नही कर सकते शादी, तो और वो जीवन से कागज लेती है और दोनो हैरान होकर रहते है। अरुण का गुस्सा अब सांतवे आसमान पर है और आएशा तो इन सब के बारे मैं कुछ नहीं जानती अगर जानती टांक अरुण के साथ यहां पर आ जाती।
पर आएशा दोनो के विपरित सोच रही है, दोनों ही अच्छे दोस्त होने के बावजूद उसे धोखा दे रहे है ऐसा ही कुछ आएशा सोचती है, बिना अरुण और जीवन को भी सुने वो वहा से चली जाती है, शुक्र है उसे ये नही पता की जीवन के साथ उसका भाई आकाश भी मिला है, उसे अरुण का भी पूरा सच नहीं पता होता।
आएशा जानती थी की जीवन उससे प्यार करता है ये बात हॉस्पिटल जाने से पहले ही आएशा ने सुन ले होती है जब वो बेहोश हो रही थी उससे पहले ही जीवन जो कुछ कह रहा था आ ने सब सुन लिया था।
जीवन को कही उम्मीद थी की जिस तरह से वो उसकी दोस्ती समझ गई वैसे ही एक दिन वो उसका प्यार भी समझ जायेगी और उसका ऐसा करने के पीछे की वजह भी।
सच में आएशा बहुत खफा होती है पर वो बेचारी यही नहीं समझ पा रही किस से ज्यादा खफा हो, जैसा कि अरुण ने उसको बताया होता है उसके पापा ने अपना सब कुछ गिरवी रखकर एक प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट किया था, वो असफल रहा लेन दारा ने अपना लोन चुकाने के लिए सब कुछ बेच दिया।
उसके मम्मी की ब्यूटीक और किसके साथ वो काम करती थी उसे चालबाजी से बंद कर दिया, इसलिए वो उन सबको अपने घर ले गया, और उसी एहसान का कर्ज चुकाने के लिए आएशा राजी हो गई थी, फिर मोहन का तबियत का सवाल था।
क्या अरूण के धमकी के आगे झुक जाएगी आएशा, क्या वो कभी समझ पाएगी जीवन के पास वो कागज कहा से आए और उस पर उसके साइन भी, उसने खुद ही ये साइन किए तो क्यू उसे याद नही है।
जीवन के इस उठाए कदम के वजह से वो खो देगा आएशा को, क्या फैसला लेगा अब अरुण कैसी बदलेगी तीनो की जिंदगी इस कागज के वजह से।
जानने के लिए पढ़ते रहिए।
" दो चेहरे - प्यार या धोखा "