टीनू एक छोटा सा प्यारा सा बच्चा था। टीनू को फूल और तितलियाँ बहुत ही प
गहरा जवाब बात आज से लगभग पंद्रह वर्ष पुरानी है. पच्चीस की आयु
बच्चे मन के सच्चे होते हैं। हृदय से नाजुक फूल होते हैं।। बचपन में कली की मानिंद कोम
नव कपल का इतिहास बदल दे
एक नया एहसास देकर
मैं बरा उत्खाटु बच्चा, मैं बरा उत्खाटु
उछल-कुद में माहिर बच्चा, मैं बरा उत्खाटु
शरार
सबसे अच्छा मेरा बचपन
सबमें सच्चा मेरा बचपन
बचपन बचपन खेलता बचपन
गिरता संभलता उठता बचप
मालिक मोबाइल से रोता हूं आज मैं ! ........... ............ तुझे सहारा
विदिशा भरतरि धाम माथे टेकने पहुंच गई। इससे पहले ना जाने कितने मंदिरों में वह मिन्नतें