लड़की को जब ये दिखता है कि उसका विडियो बनाया जा रहा है, तो वो दुपट्टे से मुंह ढकने की कोशिश करती है. लेकिन आरोपी उसके दुपट्टे की तरफ झपटते हैं. उसका दुपट्टा छीनते हैं. जबरन उसका मुंह उघारते हैं. उसे इधर-उधर हाथ लगाते हैं.नोट: हमने नीचे इस व
कार्तिक-कृष्णपक्ष चौथ का चाँद देखती हैं सुहागिनें आटा छलनी से.... उर्ध्व-क्षैतिज तारों के जाल से दिखता चाँद सुनाता है दो दिलों का अंतर्नाद। सुख-सौभाग्य की इच्छा का संकल्प होता नहीं जिसका विकल्प एक ही अक्स समाया रहता आँख से ह्रदय तक जीवनसाथी को समर्पित निर्जला व्रत चंद्रोदय तक। छलनी से छनकर आती
हमारेदेश में कई बार अजीब-अजीब किस्से देखने को मिलते है और तब महसूस होता है कि, हमारे अंदर नया कुछ करने का हौसला बुलंद है अथवाउन घटनाओं को देखने का बाद आश्चर्यचकित हो जाते है और अनायास ही मुँह से निकाल जाताहै ,,, अतुल्य भारत ,,, आश्चर्यजनक भारत...विविधता में एकता
हिंदी हमारी मात्र् भाषा है, लेकिन अन्ग्रेज़ी ना तो मात्र्भाषा है ना ही राष्ट्रभाषा !हमारा देश दुनिया के सम्रदतम देशों में से एक है जहाँलगभग ३०० से अधिक भाषाएँ बोली जाती हैं किन्तु हमारे संविधान ने इनमें से२२ भाषाओं को संरक्षण प्रदान कि
नए हैं हमसंकल्प द्ढ है भारत के नवनिर्माण का ।अभी अभी तो आए है विचार लिए विकास का ।दावानल सी फैल उठी है ये बात सारे देश मे ।भारत ! हाँ जी भारत मे हीबल है जनसमुदाय का...! नए है हमअस्तित्व बडा हैयुवाओं के बाँह का ।कदम कदम पर रक्खे हमने नीव तेज विकास का ।हर तरफ अब गूँज उठे ह
आप भी मेरे साथ “ स्वच्छता शपथ ” दोहराइए. ... महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था, उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी । महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर माँ भारती
Bharat ko gulam रखने ke लिए मैकॉले में करवाई थी कॉन्वेंट (लावारिस child)school की शुरुआतPlease don't forget to link, Share , comment & most important SUBSCRIBE https://www.youtube.com/channel/UCx0G...Source : Dainik Bharat Music address:By
मप्र के उन्नतशील किसानों ने इजराइल के तेल अबीब शहर में हाल ही में संपन्न हुए अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया। दरअसल इन किसानों ने इस बात को समझा है कि खेती में पानी और तकनीक का बेहद महत्व है। इजराइल का किसान संपन्न होने के साथ-साथ दुनिया में मॉडल इसलिए बन गया है क
किसी भी व्यक्ति को अपनी जमीन नहीं छोडऩी चाहिए. क्योंकि जमीन छूटते ही वह हर मोड़ पर समझौते करता है और यही समझौते उसके जीवन को नरक के समान बना देते है. क्योंकि एक बार अगर समझौता हो गया, तो समझो आपने सामने वाले को अपनी जिंदगी में दखलअंदाजी करने का खुला निमंत्रण दे दिया. अब क
देश वही है, मिटटी भी वही है पर सच मानिये अब इस देश से आर्यभट्ट, शुश्रुत, चाणक्य, भाष्कराचार्य, पतंजलि जैसे महान लोग नहीं निकलते यहाँ तक की इजराइल, नीदरलैंड, स्वीडन जैसे देश भी तकनीक में हमसे आगे है क्यूंकि हम अब भारतीय नहीं बल्कि अंग्रेज बनने चले है हम बच्चों को शुरू से
अभी हाल में कश्मीर के नौहट्टा से एक दुखद घटना सुनने को मिली ...... शहीद DSP मौहम्मद अयूब की निर्मम हत्या से कुछ सवाल खड़े हुए है जो इन 2 रचनाओं के माध्यम से सामने रख रहा हूँ
गतिशील ईंधन मूल्य निर्धारण प्रक्रिया अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की तरह अब अपने देश भारत में भी डिजल और पेट्रोल के दाम रोज़ बदलेंगे.सरकार द्वारा लागू किये गए नए नियम के अनुसार डिजल और पेट्रोल की कीमतें रोज़ बाज़ार के आधार पर तय होंगीं, पेट्रोल और डिजल का दाम रोज़ जिस प्रक्रिया के अंतर्गत बदलता है उसको गतिशी
अगर आपका घूमने का मन है, लेकिन जेब में पैसे कम हैं तो परेशान होने की ज़रुरत नहीं है. आज हम आपको भारत की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां घूमने के लिए आपको अपनी जेब पर ज्यादा बोझ नहीं डालना होगा... 1. ऋषिकेश: उत्तराखंड का ऋषिकेश हिमालय की तलहटी में मौजूद हैं. यहा
जम्मू- कश्मीर के नागरिकों के पास दोहरी नागरिकता होती है । जम्मू-कश्मीर का राष्ट्रध्वज अलग होता है जम्मू - कश्मीर की विधानसभा का कार्यकाल 6 वर्षों का होता है जबकी भारत के अन्य राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल 5वर्ष का होता है । जम्मू-कश्
विनयभारत का हास्य व्यंग्य : मेरी शादी का कार्ड बुलाता हूँ मैं उन गणपति जी को, जो करते हैं सभी का कल्याण! आयें गणपति हमारी इस शादी में, सभी देवों के साथ! सभी को दर्शन दे जायें गणपति, आकर के इस बार! हमारी शादी का तो हो जाये बह
" आजादी आन्दोलन के विप्लवी योद्धा :भगतसिंह " शहीद -ए -आजम भगतसिंह का जीवन संघर्ष एक मिसाल है। सिर्फ 23 वर्ष की अवस्था में शहीद हुए भगतसिंह ने शोषण पर टिकी व्यवस्था को बदलने के लिए स्वयं को अर्पित कर
“Indian” शब्द का अर्थ है हरामी संतान:आपने पढ़ा होगा अंग्रेजोँ के समय मेँ सिनेमाघरोँ और कई सार्वजनिक जगहोँ पर “Dogs and Indians are not allowed” का बोर्ड लगा रहता था इसी से आप समझ सकते हैँ अंग्रेज के लिये इंडियन्स की क्या वैल्यू थी।लेकिन यदि आप ऑक्सफ़ोर्ड की पुरानी डिक्शन
रात्रि का प्रथम पहर टिमटिमाते प्रकाश पुंजों से आलोकित अंबर, मानो भागीरथी की लहरों पे, असंख्य दीपों का समूह, पवन वेग से संघर्ष कर रहा हो। दिन भर की थकान गहन निद्रा मे परिणत हो स्वप्न लोक की सैर करा रही थी, और नव कल्पित आम्र-फूलों की सुगंध लिए हवा धीमे धीमे गा रही थी । कुछ