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देविका का अरनव के गले लगना

12 सितम्बर 2022

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देविका , अरनव को कॉल करती है |

" भईया आ गये है लेने , आप आ जाओं | हम थोड़ी देर में निकलने वाले है | "

अरनव : - " हो सकता है देविका | कि मैं लेट हो जाऊं थोड़ा , तुम चाहो तो निकल जाना | लेकिन जल्दी आ जाना इस बार l "

देविका : - " नहीं - नहीं ! आप आ जाओ | मै आपसे मिले बिना नही जाऊंगी |

( देविका उस समय थोड़ा बैचेन होते हुए कहती है । )

अरनव : - " अच्छा ठीक है , मैं आ जाऊंगा ! वो भी तुम्हारे जाने से पहले . . . . "

अरनव फोन पर मुस्कुराते हुए , देविका से बडे ही प्यार से कहता है | 

अरनव , सिर्फ देविका के लिए उसके Force करने पर ! अपने उस दिन के सभी जरूरी काम को जल्दी से पूरा कर घर आ जाता है | घर पर अमित , अरनव का ही इंतजार कर रहे थे | इसलिए वो अरनव को देखकर खुश हो जाते है |

थोड़ी देर भईया के पास बैठने के बाद अरनव उठकर देविका के पास जाता है | देविका , अरनव को देखकर खुश हो जाती है | और अरनव के गले लग जाती है | और अपनी आँखे बंद करके अरनव से कहती है |

 " आप आ गए | " 

अरनव : - " तुमने इतने प्यार से कहा था , तो मुझे तो आना ही था | " 

अरनव भी प्यार से देविका के गले लगकर कहता है |

थोड़ी देर बाद ; भईया और देविका घर जाने के लिए निकल जाते है |

2 घंटे बाद देविका , अपने बडे भाई के साथ अपने मायके पहुँच जाती है ।

घर पहुंचकर सभी लोग देविका को देखकर बहुत खुश हो जाते हैं | और देविका अब माँ बनने वाली थी | और वह अरनव के साथ अपनी शादी से भी खुश थी | 

देविका के घर के सभी लोग , इस बात को बहुत अच्छे से जानते थे | कि देविका ये शादी नही करना चाहती थी |

उस दिन जब देविका अपने मायके पहुंच गई | तो उसने सभी के साथ बहुत देर तक बैठ कर बातें की फिर खाना खाकर वह अपने रूम में आराम करने चली जाती है |

देविका अपने रूम में आकर , बैड पर आराम से लेट जाती है और कुछ सोचने लगती है | 

कुछ देर के लिए मानों वह घर आकर ! अपनी पुरानी जिंदगी में चली गई हो | उसे अपना बीता हुआ कल याद आ रहा था |

देविका बैड पर लेटकर , सामने की ओर एक टक देख रही थी | उसे ससुराल से आते समय का अरनव का चेहरा याद आ रहा था |  अरनव का भोला पन , उसकी सादगी और अरनव के निश्छल प्रेम की तस्वीरे ! उसकी ऑंखो के सामने घूम रही थी |

वहीं दूसरी ओर जब देविका ने अपनी ऑखे बंद की तो उसके सामने , उसके बीते हुए कल की तस्वीरे आ रही थी |

देविका का वो कल , जिसमें देविका और विकास थे | 

कि तभी उसे विकास के साथ बिताया हुआ हर पल याद आने लगता है | और वह अपने पास्ट को , अपनी बंद आँखो से एक बार फिर जीने लगती है 

देविका बचपन से ही , बहुत ही शरारती और चंचल थी | पढने में तो शुरू से ही उसका मन नहीं लगता था | बस स्कूल और कॉलेज मै जैसे - तैसे पास हो जाती हैं |

लेकिन उल्टी - सीधी हरकतों मै , उसका बहुत मन लगता था l जैसे सहेलियों से गप्पै लड़ाना , शहर में ट्यूशन के बाद इधर - उधर घूमना | बस . . . यहीं एक काम था देविका को |

देविका तीखा खाना खाने की तो इतनी शौकीन थी | कि किसी और इंसान का तो मुंह ही जल जाए . . . . 

और ये सारी हरकतें तब थी | जब भाईयो ने उसके अपनी बिगड़ी हुई सहेलियो के साथ , वेवजह घूमने फिरने पर बहुत ज्यादा पाबंदी कर रखी थी |

देविका की माँ तो हमेशा यही कहती थी |

" क्या होगा इस लड़की का प्रभु . . . "

देविका एक दिन अपने कॉलेज में , क्लास रूम में बैठी हुई थी |

( जब कॉलेज कुछ दिन पहले खुले ही थे | और देविका 12 th class Pass करके कॉलेज में आयी ही थी | )

तभी वहां विकास आता है | और देविका से कहता है |

" एक्सक्यूज मी ! ये B.com फर्स्ट यीअर का क्लास रूम कहा है ? "

देविका : - " B . com first year का class room यही हैं | "

विकास : - " थैंक्यू "

देविका : - " नये लगते हो , आज ही आये हो क्या ? "

विकास : - " हाँ , आज मेरा पहला दिन है कॉलेज में "

इतना कहकर विकास वहाँ से चला जाता हैं |

विकास , दिखने में बहुत ही नॉर्मल सा लड़का था । बहुत ही सांवला सा एक - दम दुबला - पतला |

देविका और विकास ; दोनो एक ही कॉलेज में साथ पढते थे | पढ़ाई की बजह से ही दोनों की एक - दो बार बात हुई थी |

फिर धीरे - धीरे कॉलेज एक्टीविटी में फंक्शन में बात होने लगी थी | फर्स्ट यीअर खत्म होते - होते दोनों एक - दूसरे के अच्छे दोस्त बन गए थे ।

विकास भी पढ़ने में बहुत अच्छा नही था | इसलिए विकास बस पास हो गया था | और देविका बहुत मुश्किल से पास हो पाई थी | बहुत ही कम नंबर्स से |

फिर दोनों एक - दूसरे से अक्सर कॉलेज मे फ्री टाइम में मिलने भी लगे थे | और धीरे - धीरे कॉलेज के बाहर भी उनकी घंटो बाते होने लगी थी |

इसी तरह उनका second year भी निकल गया l और final year में विकास तो पास हो गया था लेकिन बहुत कम परसेंट से | लेकिन देविका तो final year में फेल ही हो गई l

पर देविका को फेल होने का भी कोई गम नहीं था । 

विकास ने , आगे अपनी पढ़ाई जारी रखी l लेकिन देविका ने अपनी पढ़ाई यहीं छोड दी | उसने अपना ग्रेजुएशन भी पूरा नहीं किया |

घर पर सभी ने उसे बहुत समझाया | पर उसने किसी की भी नहीं सुनी |

इसीलिए . . . देविका के घर पर ! सभी उसकी घूमने - फिरने की और पढ़ाई न करने की हरकतो से बहुत परेशान थे |

विकास और देविका अभी भी एक - दूसरे से चोरी - छिपे मिला करते थे |

( क्यूंकि . . . पहले तो कॉलेज और ट्यूशन पर ही रोज मिलना हो जाया करता था l )

और एक दिन विकास , देविका को प्रपोज करता है I देविका भी विकास को हाँ कर देती है | क्यूंकि वह भी विकास को पसंद करती थी |

लेकिन . . . दोनो के घर पर किसी को भी ये बात नहीं पता थी | 

देविका के घर पर सभी लव मैरिज के खिलाफ थे | 

देविका अपने भाईयों से बहुत डरती थी | इसलिए , वह अपने घर पर किसी को भी ! विकास के बारे में नहीं बता सकती थी |

देविका की शादी के लिए , उसके भाई लड़का देखने लगे थे l

जो लड़के देविका के लिए भाई को पसंद आए | वह देविका को देखने के लिए आए | लेकिन देविका जब उनसे अकेले में बात करती थी | तो कुछ न कुछ ऐसा कर देती थी ! जिससे वह खुद ही सामने से मना कर देते थे I भाईयों को इस बात का पता नहीं था |

एक दिन , देविका जब विकास से मिलने गई थी l तब देविका के बडे भाई अमित ने , देविका को विकास के साथ देख लिया था |

घर आकर देविका के भाई अमित ने , देविका की बहुत डाँट लगायी |

अमित : - " कौन था वो लड़का ? जिसके साथ तुम इस तरह अकेले सुनसान जगह पर खडी थी | 

यही काम और बाकी रह गया था करना | "

देविका : - " भईया वो . . . अ . . अ . . . "

देविका कांपते हुए भईया से कहने की कोशिश करती है | लेकिन कुछ भी कहने की हिम्मत नही कर पाती है |

अमित : - " अब समझा . . . कि हर बार लड़के वाले क्यूं मना कर देते थे ? वो भी लड़के के तुझसे अकेले में बात करने के बाद . . . . में एक बार भी समझ ही नही पाया |कि मेरी बहन ही ये सब कर रही है |

क्यूं कर रही थी देविका तुम ऐसा ? बोलो . . . . जबाव दो मुझे | "

( देविका , भईया के गुस्से की वजह से डरी सहमी सी खडी थी और उसकी आँखो से आंसु बह रहे थे l )

लेकिन फिर भी देविका डरते हुए कहती है |

" भईया उसका नाम विकास सक्सेना है | हम एक - दूसरे को पसंद करते हैं | और शादी करना चाहते है l "

अमित विकास का नाम सुनकर और गुस्सा हो जाता है |

" एक तो लव मैरिज और वो भी दूसरी कास्ट में . . . . समाज में इतनी इज्जत जो मैंने दिन - रात एक करके बनाई है | वह सब मिट्टी में मिलवाना चाहती हो तुम ?

उस पर वो लड़का ! कुछ करता भी नहीं है । अपने पिता के पैसो पर ही ऐश करता है | गुंडा है वो एक नंबर का | मैंने तुम्हारे लिए इतने अच्छे लड़के देखे और तुम . . . .

ये शादी कभी भी नहीं हो सकती | समझी तुम . . . और बोल देना उसे भी . . . . कि आइंदा मुझे ! तेरे आस - पास भी दिखा , तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा | और तुम अगर घर से बाहर गयीं तो समझ लेना | "

गुस्से मे इतना कहकर भईया वहाँ से चले जाते है |

देविका रोये जा रही थी | तब देविका विकास को फोन पर भईया की कही सारी बात बताती हैं |

विकास भी अपने घर पर किसी को भी , देविका के बारे में बताने की हिम्मत नही कर पाया | और वह अब अपने पिता के साथ , कॉन्ट्रेक्टर के काम को सभालने में ही लग जाता है |

( कुछ दिन बाद . . . )

बडे भाई अमित , देविका के रूम में आते है | और देविका से कहते है |

" मैने तुम्हारी शादी फाइनल कर दी है | लड़का बहुत अच्छा हैं | सुन्दर है , गवरमेंट जाँब करता है l तुम्हें अच्छे से रखेगा । परिवार भी अच्छा है |

2 - 3 दिन बाद ही , लड़का तुमसे मिलेगा | तब तुम भी देख लेना उसे | लेकिन . . . इस बार मुझे तुम्हारी तरफ से कोई भी गड़बड नहीं चाहिए | "

भईया की ये बात सुनकर देविका , बस रोये जा रही थी |

उधर विकास ने भी देविका से झूठ कहा कि वो अपने घरवालो को शादी के लिए मना लेगा | लेकिन वो कुछ नहीं कर पाया | क्यूंकि विकास ने एक बार भी कोशिश ही नहीं की थी  |

कि तभी देविका डरकर अपनी ऑखे खोल लेती है l वह सब सोच रही थी |

अपना वो बीता हुआ कल . . . .  जो आज फिर उसे अंदर तक झकझोर रहा था ।

पर क्या देविका , अभी भी विकास को पसंद करती है ?  या वह अब अरनव के साथ खुश है |

लेकिन क्यूं आया था आखिर विकास का फोन ?

आगे अरनव और देविका की जिंदगी क्या नया मोड लेती है ?

जानने के लिए आगे पढ़ते रहिए _ _ _ _

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रचनाएँ
Kya Galti Thi Meri?
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ये कहानी है एक ऐसे लड़के " अरनव वेदी " की । जो बचपन से ही बहुत सीधा सा लड़का था । अरनव पढ़ाई में बहुत होशियार और हेंडसम भी बहुत था। उसके भाई - बहन उसे बहुत प्यार करते थे । लेकिन उसकी भाभी वरनाली ; अरनव का अपने घर में रहना , बिलकुल पसंद नही करती थी । बचपन से ही अरनव संघर्षों से झूझ रहा था । फिर एक दिन उसकी जिंदगी में " देविका " आती है | " देविका कपूर " एक घमंडी और बिगड़ी हुई लड़की थी | और देविका का अरनव से शादी करना किसी इत्तेफाक के जैसा ही था | फिर एक दिन अरनव के साथ जो हुआ ! वो एक दर्दनाक घटना से कम नही था । लेकिन उसके साथ ऐसा क्यूँ हुआ ? आखिर क्या गलती थी उसकी ? और कौन था वो शक्स जिसने उसके साथ ऐसा किया ? अरनव के साथ आखिर क्या हुआ होगा? पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें "Kya Galati Thi Meri "
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अरनव की विदाई

5 सितम्बर 2022
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( ये कहानी एक ऐसे आम इंसान की है | जो किसी भी ! नॉर्मल इंसान की तरह ही , सपने देखता हैं | बचपन से लेकर आखिरी तक , वह अपनी जिंदगी एक आम आदमी की तरह ही , जीना चाहता है । और एक अच्छी जिंदगी के लिए

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देविका का बयान

6 सितम्बर 2022
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देविका ! अब होश में आ गयी थी औेर अब उसकी हालत भी पहले से काफी ठीक थी । ' अरनव ' को गए हुए ! पूरा एक दिन हो गया था | अगला दिन . . . . सुबह के करीब 9 बज रहे थे | चारों ओर सन्नाटा सा फैला हुआ था ।

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छानबीन

6 सितम्बर 2022
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देविका के statement के बाद ! पुलिस ने अरनव की बीती हुई जिंदगी के बारे में जानना शुरू किया | आखिर अरनव कैसा इंसान था ? और क्या सच में वह ऐसा कर सकता था ? क्योंकि देविका का अचानक ये कहना ; क

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट

6 सितम्बर 2022
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सभी पुलिस वाले , आपस मै बात करते है l और उनके मन मे यही सवाल चल रहा था । कि कहीं हम बेवजह ही ! अपना समय बर्बाद तो नहीं कर रहे हैं | क्यूंकि पुलिस को अभी तक अरनव और उसके परिवार के बारे में इतना कुछ जान

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वरनाली की ईष्या

6 सितम्बर 2022
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वरनाली ने भले ही सारिका दीदी और निशांत के सामने ये बात मान ली थी | कि अब वह इलेक्शन नहीं लड़ेगी और वरनाली ने अपनी गलती भी स्वीकार कर ली थी । ( निशांत को बिना बताये , व

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Arnav's headache

8 सितम्बर 2022
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वरनाली , अब हर पल बस इसी मौके के इंतजार मैं ही रहती थी | कि अरनव उसे कब अकेला मिले | अरनव की माँ के जाने के बाद , जब भी अरनव शांत और अकेला बैठा होता था । वरनाली , तुरंत ही अरनव के पास पहुंच जाया

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अरनव का देविका से मिलना

8 सितम्बर 2022
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अरनव के साथ पिछले कुछ महीनो से बहुत कुछ हो गया था | और उसे वरनाली की वेवकूफी की वजह से बहुत कुछ झेलना पड़ा था | अरनव वैसे तो अब पूरी तरह ठीक था । और वह अपनी बहनो और परिवार के साथ पहले की तरह ही बहुत ख

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देविका और अरनव की शादी

8 सितम्बर 2022
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शादी की डेट फाइनल होने वाली थी । और वहां देविका तो मुंह लटकाये हुए बैठी है । जैसे - उसे अंदर से कुछ भी पसंद नहीं हो | दिखने में ' अरनव ' बहुत ही ज्यादा हैंडसम था | एक - दम गौरा चिट्टा रंग , करीब 6 फीट

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प्यार की शुरुआत

8 सितम्बर 2022
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देविका : - " हॉ अरनव ! हाँ . . . . मैं किसी और से . . . . हो गई तुम्हें अब तसल्ली ये जानकर | " ( बहुत तेज गुस्से मे , इतना कहकर ! देविका चुप हो जाती है l ) देविका जो सबके सामने , अभी तक अच्छे से

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unknown number

8 सितम्बर 2022
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अरनव और देविका के बीच ! अगले कुछ महीनो तक सब ठीक चल रहा था I फिर एक दिन श्याम में . . . देविका के मोबाइल फोन की रिंग बजती है l देविका के मोबाइल पर , एक अननोन नंबर शो हो रहा था | देवि

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देविका का अरनव के गले लगना

12 सितम्बर 2022
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देविका , अरनव को कॉल करती है | " भईया आ गये है लेने , आप आ जाओं | हम थोड़ी देर में निकलने वाले है | " अरनव : - " हो सकता है देविका | कि मैं लेट हो जाऊं थोड़ा , तुम चाहो तो निकल जाना | लेकिन जल्दी आ जा

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में तुम्हे किसी अन्जान के साथ नही देख सकता

12 सितम्बर 2022
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देविका . . . . देविका उठो ! सुबह हो गई . . . . ( देविका के बड़े भाई अमित , देविका को अगले दिन सुबह , नींद से उठाते हुए आवाज लगाते है | ) देविका भईया की आवाज सुनकर अपनी ऑखे खोलती है | और वो अपने

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मेरा प्यार सच्चा है देविका

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " देविका सुनो ! देविका प्लीज , बस एक बार मुझसे मिल लो | क्या तुम मेरे लिए अब इतना भी नही कर सकती ? " देविका मैसेज देखकर कोई रिप्लाय नही करती हैं l और मन ही मन गुस्से में खुद से कहने लगती है

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वो मेरी सबसे बडी भूल थी

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " सॉरी देविका ! तुम्हे मेरी बात का बुरा लगा ना ; में बच्चे की बात नहीं करना चाहता था l पर तुम हो कि मुझसे , मिलना ही नहीं चाहती थी | " देविका : - " अब तो कह दिया पर आगे से उस बात को हमेशा के

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क्या में तुमसे मजाक भी नही कर सकता

12 सितम्बर 2022
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अबॉर्शन के बाद देविका नॉर्मल हो जाती हैं | लेकिन . . . . उस दिन की भूल को सोचकर , आज भी देविका के रोंगटे खड़े हो जाते हैं | और अगर गलती से भी , किसी को भी इस बारे में पता चल जाता | तो वह क्या करती | "

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आखिर सच क्या है देविका

12 सितम्बर 2022
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सिर्फ . . . देविका के बडे भईया को छोड़कर । अरनव को भी बाकी सभी की तरह यही लग रहा था | कि देविका उस एक्सीडेंट को देखकर घबरा गई है | इसलिए उसका प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर एक दम से हाई हो गया l देविका क

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अपने पापा की खुशी

12 सितम्बर 2022
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अगले 2 महीने तक ऐसे ही चलता रहा | देविका भी अच्छे से जानती थी | कि अरनव का व्यवहार , उसके लिए क्यूं बदल गया है | लेकिन वह कभी भी देविका से कुछ नही कहता था | और न ही उसने फिर कभी देविका से विकास के बार

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मेरी बात याद रखना अरनव

12 सितम्बर 2022
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10 मिनिट बाद अरनव , रूम में अंदर जाता है | अरनव को देखते ही देविका तुरंत फोन रख देती है और बुरी तरह घबरा जाती है | अरनव : - " अरे ! क्या हुआ तुम्हे ? तुम इतना डर क्यूं गयी ? वो भी मुझे देख कर I " देवि

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ये देविका कौन है विकास

12 सितम्बर 2022
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अरनव : - " देविका के कहने से क्या होता है ? वो मुझसे इस तरह खुशी को नहीं छीन सकती | लेकिन . . . कहीं विकास के साथ मिलकर ! खुशी को उसने मुझसे सच में दूर कर दिया तो | देविका बहुत चालाक है | अपना उल्लू स

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Fake treatment

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अरनव , अपने जीजा जी के साथ ! वहाँ के एक अच्छे डॉक्टर को दिखाने जाता हैं | अरनव ! उस डॉक्टर को अपनी सारी प्रॉब्लम बताता हैं | डॉक्टर : - " ऐसा कितने दिनो से महसूस हो रहा हैं आपको ? " अरनव : - " यही , अ

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झूठ प झूठ

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देविका ; अपने भईया को डॉक्टर को बिना दिखाए ! बापस घर लौटने के लिए तो मना लेती हैं । लेकिन देविका को ये नहीं समझ आ रहा था | कि वह भईया को सारिका दीदी और जीजा जी से झूठ बोलने के लिए कैसे मनाएं ? देविका

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देविका की चाल

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पिछले कुछ महीनों से अरनव अपनी खराब तबीयत की वजह से ; स्कूल भी नही जा रहा था | देविका ने ही अरनव को उसकी जॉब से ; रिजाइन दिलवा दिया था | क्यूंकि . . . . देविका ने , अरनव के स्कूल में उसका पिछले कुछ मही

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सारिका का शक

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दोपहर के 2 बजे ; डोरवेल बजती हैं | सारिका दीदी का घर . . . . और उनकी सबसे छोटी बेटी चारू ; दरवाजा खोलती है | " अरे मामी आप ! आओ , अंदर आ जाओ मामी . . . . खुशी नहीं आयी क्या आपके साथ ? " सा

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श्वेता की मौत

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पुलिस द्वारा ; अभी तक अरनव के साथ रहने वाले , घर के सभी लोगों के बारे में ; अच्छे से छानबीन कर ली गई थी । इससे पुलिस को , ये तो साफ हो गया था । कि अरनव की हत्या या उसकी साजिश के पीछे , कोई

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Negative mind

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संडे का दिन , सुबह के 11 बज रहे थे | अरनव रूम में लेटा हुआ था | अपने अंदर वह पहले से बहुत बीकनेस फील कर रहा था | वह अब ठीक से खड़ा भी नही हो पा रहा था | तभी देविका रूम मे अरनव के पास आती है | देविका :

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Next step

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देविका बहुत confidence के साथ , अब अपने अगले कदम की ओर आगे बढ़ रही थी | और उसे अंजाम देने के लिए वो मेंटली ओर फिजिकली पूरी तरह तैयार थी | देविका का अगला कदम , उसे उसकी सपनों की दुनिया में ले जाने वाला

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kidnaping

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देविका के अरनव को मोबाइल देने के बाद ; उस रात अरनव पूरी रात भर यही सोचता रहा | कि कल देविका के इस खेल के बारे में सबको पता चल जाएगा | और उसे उसके अभी तक किए गए ! सारे गलत कामों की सजा भी मिल जाएगी | त

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तुम ही विकास हो

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गुंडो ने गाडी में अरनव का चेहरा , ऊपर से गर्दन तक पूरी तरह एक काले कपड़े से ढंक दिया था | और वो दोनो गुंडे उसे उस शहर के बिलकुल बाहर , एक सुनसान जगह पर ले गए | वहाँ उस सुनसान जगह पर एक ही घर बना हुआ थ

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बस एक दिन और

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देविका शाम होते ही अपनी प्लानिग के अनुसार , घर के सभी मेम्बर्स को फोन करना शुरू करती है | जैसे - अरनव के सबसे बडे भाई बलराज को , सारिका दीदी को , और अरनव के पिता से पूछना | और सभी को इस तरह दिखा

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प्लीज मुझे जाने दो

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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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End of Torture

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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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