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देविका की चाल

12 सितम्बर 2022

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पिछले कुछ महीनों से अरनव अपनी खराब तबीयत की वजह से ; स्कूल भी नही जा रहा था | देविका ने ही अरनव को उसकी जॉब से ; रिजाइन दिलवा दिया था |

क्यूंकि . . . . देविका ने , अरनव के स्कूल में उसका पिछले कुछ महीनो के ट्रीटमेंट के जो मेडिकल पेपर लगायें थे l उसमें अरनव को ' डिपरेशड और मेंनटली डिस्टर्व पेशेन्ट ' बताया गया था । इसीलिए . . . अरनव ; अब आगे अपनी जॉब कन्टीन्यू नही कर सकता था |

देविका की स्कूल से मिलने वाली , हर महीने की सेलरी सिर्फ सात हजार रु. थी | लेकिन उसका हर महीने का खर्च 20 - 25 हजार तक था | देविका वाकी के पैसे कहाँ से लाती थी ? किसी को भी कुछ नही पता था |

दोनों बहनों सारिका और सरला ने कई बार देविका से पूछा भी | लेकिन देविका हर बार यहीं कहती थी | कि मायके से उसके दोनों भाई उसकी मदद करते हैं |

लेकिन इस बात को सब जानते थे । कि ये सच नहीं हैं |

फिलहाल दोनों बहनों का पूरा ध्यान ; सिर्फ और सिर्फ अपने भाई अरनव पर ही था । और देविका स्कूल के अलावा , बाहर किससे मिलती हैं ? कहाँ जाती है ? और क्या करती हैं ? इसे अभी के लिए तो कोई नहीं जानना चाहता था ।

सब यही चाहते थे | कि कैसे भी बस ! अरनव जल्दी से ठीक हो जाए ।

एक दिन अरनव ने ; देविका से पैसों के बारे में जानने की कोशिश की । और उससे बडे ही प्यार से पूछा  . . . . . 

अरनव : - " देविका तुम्हें ; इतने पैैैसे हर महीने कौन दे रहा हैं ? "

देविका : - "आपको इससे क्या मतलब ? आपकी तो जॉब चली गई ना । अगर में आपके भरोसे रहती ! तो में और मेरी बच्ची ; हम दोनों ही पैसो की वजह से तिल - तिल कर जी रहे होते आज | "

देविका अपने ईगो के चलते ; बडे ही एटीट्यूड में अरनव से गुस्से मै ये कहती हैं |

अरनव : - " देविका . . . आ . . आ . . . । "

अरनव ; देविका की इस बात पर जोर से चिल्लाता हैं । शादी के बाद ये पहला दिन था | जब अरनव ! देविका पर इतनी जोर से चिल्लाया था । 

देविका : - " चिल्लाओ मत अरनव ...  इतना कुछ होने के बाद ; अभी भी आपमें इतनी ताकत बची हैं | तो सुनो अब ! जो पैसे मै खर्च करती हूँ वो  विकास देता है मुझे I अब हो गई तुम्हें तसल्ली ये सच जानकर  | "

पापा ! पापा ! . . . . तभी पापा ! पापा कहते हुए खुशी ; अरनव से आकर गले लग जाती हैं | क्यूंकि अरनव अपनी बच्ची खुशी से बहुत प्यार करता था और खुशी भी अपने पापा से I 

देविका : - " खुशी चलो ! यहाँ से I हर वक्त ; जब देखो तब पापा . . . पापा . . . | नहीं है ! ये तेरे पापा . . . . | होमवर्क नहीं करना है क्या स्कूल का ? "

देविका ; खुशी पर जोर से चिल्लाते हुए ; उसे अरनव की गोद से ले जाती है ।

ये सुनकर और खुशी से अरनव के बारे में इस तरह से कहने पर ! अरनव की ऑखो में आंसु आ जाते हैं | और देविका के रूम से जाने के बाद वो जोर - जोर से रोने लगता हैं |

अरनव : - " मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है | क्या करूं में ? अब ये मेरी बच्ची को भी ; मुझसे दूर करना चाहती है l और आज उससे ये भी कह दिया । कि मैं उसका पापा नहीं हूँ | "

अरनव रूम में अकेले रोते हुए , दुःखी होकर खुद से कहता हैं |

देविका अब खुशी को भी अरनव के पास ज्यादा देर तक नहीं रहने देती थी | और उसे धीरे - धीरे अरनव से दूर कर रही थी |

थोड़ी देर बाद . . . 

जब अरनव शांत होकर ; रूम में अकेला बैठा हुआ कुछ सोच रहा था | तभी अरनव को कुछ पुराना याद आता हैं |और वो देविका के रखे सारे डाक्यूमेंट्स को देखने लगता हैं | और बहुत देर बाद ढूंढ़ते - ढूंढते ! अरनव को आखिर वो मिल ही जाता हैं | जिसके बारे में वह थोड़ी देर पहले ही सोच रहा था |

अरनव को वहाँ खुशी का ' वर्थ सरटीफिकेट ' मिलता है | जिसे देखकर ' आशु के पैर कांपने ' लगते हैं | क्यूंकि उस वर्थ सरटीफिकेट में ! माता - पिता के नाम की खाली जगह पर ! देविका और अरनव की जगह देविका और विकास  का नाम लिखा हुआ था I

थोड़ी देर पहले अरनव के मन में अचानक यही ख्याल आया था l कि देविका ने खुशी से ये क्यूं कहा ? 

कि ' में उसका पापा नहीं हूं ' | देविका बिना मतलब तो कुछ नही बड़बड़ाती | और वही हुआ जिसका अरनव को डर था |

हालांकि अरनव का शक ठीक भी था | क्यूंकि देविका एक बार पहले भी ; विकास के बच्चे की मां बनने वाली थी | और अब ये खुशी भी मेरी नहीं विकास की बेटी हैं |

क्या इसलिए देविका ; बार - बार अपने मायके जाती थी ? क्यूंकि ' वहाँ विकास ' था | और " उसी से वो मिलने जाती थी | अरनव को ये नही पता था | कि देविका उसके साथ ; इतना बड़ा विश्वासघात करेगी |

इधर अरनव को देविका के एक और झूठ के बारे में पता चलता हैं | उधर देविका , निशांत और वरनाली से अरनव का प्रॉपर्टी मे हिस्सा देने के लिए कहती हैं |

अगले दिन ! सुबह नाश्ते के थोड़ी देर बाद . . . 

अचानक ही अरनव ; चक्कर खाकर जमीन पर गिर जाता है | उसे दौरा पड़ने लगता हैं l ये अरनव के जीवन में पहली बार था | जब अरनव को दौरा पड़ा था |

कुछ देर बाद देविका रूम में आती है | और अरनव को जमीन पर गिरा हुआ देख कर हड़बड़ा जाती है |

देविका : - " अरे ! इन्हें क्या हो गया | निशांत भईया वरनाली भाभी . . . . "

देविका की इस तरह की चीखने की आवाज सुनकर निशांत तेजी से वहां पहुंचता है | और अरनव इस तरह जमीन पर गिरा हुआ देखकर वह डर जाता है |

देविका : - " देखो भईया इन्हें पता नहीं क्या हो गया ? "

निशांत जल्दी से अरनव को हॉस्पिटल ले जाता हैं |

देविका तेज - तेज रोने लगती है | और रोते हुए . . .

" अगर भाभी इन्हें कुछ हो गया तो मेरा क्या होगा ? मेरी बच्ची . . . . "

चूंकि अरनव की शादी के कुछ दिन बाद से ही देविका और वरनाली की आपस में नहीं बनती थी | इसलिए दोनों भाईयो को ; एक ही घर में अलग - अलग होना पड़ा था |

वरनाली वैसे भी निशांत को अपने भाई अरनव से दूर करना ही चाहती थी | और अब उसका वो काम देविका कर रही थी |

देविका की वजह से ही निशांत ने ; वरनाली की अनुपस्थिति में भी ; अपने प्यारे भाई अरनव से बात करना भी बंद कर दिया था |

अब देविका , अरनव की प्रॉपर्टी के लिए कभी सारिका दीदी के यहाँ तो कभी परिवार के किसी और सदस्य के यहाँ जा रही थी | तो कभी दिल्ली सरला दीदी के यहाँ चली जाती थी | जिससे वो अरनव को प्रॉपर्टी में उसका हिस्सा दिलवा दे |

देविका : - " सारिका दीदी ! देखो आप लोग इनकी इतनी तबीयत खराब रहने लगी हैं l इनके इलाज के लिए में कहां से पैसे लाऊँ ? अब प्रोपर्टी ही मेरा एक मात्र सहारा हैं I

मायके से भी कब तक पैसे लूं में ? और मेरी सेलरी से मेरा और बच्ची का ; खर्चा ही मुश्किल से निकल पाता हैं | में जानती हूं कि में कितनी मुश्किल से जी रही हूँ | "

देविका जोर - जोर से रोते हुए ; सारिका दीदी और जीजा जी से कहने लगती हैं | और अब हर हफ्ते का देविका का यही रूटीन था | बार - बार सारिका दीदी को ; उनके घर आकर इस तरह अपनी बेबसी दिखाना I

और सरला दीदी को आए दिन फोन पर रो - रो कर बताना I जिससे देविका दोनों बहनो की सिमपेथी ले सके और अरनव की प्रॉपर्टी का हिस्सा लेकर उसे अपने नाम करवा सके | 

देविका : - " सारिका दीदी ! वरनाली भाभी को तो आप सब अच्छे से जानते ही हो | उन्होंन निशांत भैया को भी अपने कंट्रोल में कर लिया हैं | और मेरे साथ - साथ उन्हें आप दोनो बहनों के भी खिलाफ कर ही दिया हैं |

कितने सालो से उन्होंने आप दोनो बहनो से एक भी बार बात तक नही की | वरनाली भाभी ने उनका आप दोनों बहनों के यहाँ आना - जाना तक बंद करवा दिया | "

देविका , सारिका से रो - रो वरनाली और निशांत के बारे मै उल्टा - सीधा बोल कर सारिका को उनके खिलाफ भरना चाहती थी |

हालांकि ये सच था | वरनाली के बारे में भी दोनो बहने अच्छे से जानती थी | और वरनाली की वजह से ही ; उन्हें अपने भाई निशांत से रिश्ता तक खत्म करना पड़ गया था |

लेकिन अरनव की बिगड़ती तबीयत और देविका की इन  बातों की वजह से उसके पीछे का सच कोई नहीं जानता था | ' सिवाय अरनव के ' . . . . 

और अरनव की तबीयत तो लगातार बिगड़ ही रही थी |और सिर्फ यही एक वजह थी l कि दोनों बहने देविका का सपोर्ट कर रही थी l सिर्फ अपने भाई अरनव की वजह से |

देविका प्रॉपर्टी के लिए बार - बार कहने सारिका के घर आ रही थी |

सारिका : - " देविका इस बात को समझने की कोशिश ही नही कर रही है | कि जब तक हमारे पिता नही कहते ! तब तक हम कैसे कह सकते है l और उनकी भी तो इच्छा होनी चाहिए । और वो खुद इस वक्त कैंसर से जूझ रहे है | तू नही जानती क्या सरला ? 

निशांत ही तो उनका ट्रीटमेंट करवा रहा हैं | और वरनाली तो ये कैसे भी नही होने देगी | तू बता सरला कि अब क्या करे ? "

सारिका और सरला दोनों देविका के जाने के बाद फोन पर बात कर रही थी । सारिका ; सरला को फोन पर देविका की बात बताते हुए कह रही थी |

सरला : - " हाँ दीदी ! लेकिन देविका की जगह अगर हम होते , तब हम भी तो शायद यही करते | उसे भी तो अरनव और बच्ची को देखना हैं | "

सरला फोन पर सारिका को देविका की कंडीशन समझाने की कोशिश कर थी |

लेकिन क्या देविका का सच ; सबके सामने आ पाएगा कभी ? और अरनव क्या हो रहा था उसके साथ ?

क्या होगी देविका की अगली चाल ?

जानने के लिए आगे पढ़ते रहे - - - -

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रचनाएँ
Kya Galti Thi Meri?
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ये कहानी है एक ऐसे लड़के " अरनव वेदी " की । जो बचपन से ही बहुत सीधा सा लड़का था । अरनव पढ़ाई में बहुत होशियार और हेंडसम भी बहुत था। उसके भाई - बहन उसे बहुत प्यार करते थे । लेकिन उसकी भाभी वरनाली ; अरनव का अपने घर में रहना , बिलकुल पसंद नही करती थी । बचपन से ही अरनव संघर्षों से झूझ रहा था । फिर एक दिन उसकी जिंदगी में " देविका " आती है | " देविका कपूर " एक घमंडी और बिगड़ी हुई लड़की थी | और देविका का अरनव से शादी करना किसी इत्तेफाक के जैसा ही था | फिर एक दिन अरनव के साथ जो हुआ ! वो एक दर्दनाक घटना से कम नही था । लेकिन उसके साथ ऐसा क्यूँ हुआ ? आखिर क्या गलती थी उसकी ? और कौन था वो शक्स जिसने उसके साथ ऐसा किया ? अरनव के साथ आखिर क्या हुआ होगा? पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें "Kya Galati Thi Meri "
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अरनव की विदाई

5 सितम्बर 2022
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( ये कहानी एक ऐसे आम इंसान की है | जो किसी भी ! नॉर्मल इंसान की तरह ही , सपने देखता हैं | बचपन से लेकर आखिरी तक , वह अपनी जिंदगी एक आम आदमी की तरह ही , जीना चाहता है । और एक अच्छी जिंदगी के लिए

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देविका का बयान

6 सितम्बर 2022
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देविका ! अब होश में आ गयी थी औेर अब उसकी हालत भी पहले से काफी ठीक थी । ' अरनव ' को गए हुए ! पूरा एक दिन हो गया था | अगला दिन . . . . सुबह के करीब 9 बज रहे थे | चारों ओर सन्नाटा सा फैला हुआ था ।

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छानबीन

6 सितम्बर 2022
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देविका के statement के बाद ! पुलिस ने अरनव की बीती हुई जिंदगी के बारे में जानना शुरू किया | आखिर अरनव कैसा इंसान था ? और क्या सच में वह ऐसा कर सकता था ? क्योंकि देविका का अचानक ये कहना ; क

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट

6 सितम्बर 2022
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सभी पुलिस वाले , आपस मै बात करते है l और उनके मन मे यही सवाल चल रहा था । कि कहीं हम बेवजह ही ! अपना समय बर्बाद तो नहीं कर रहे हैं | क्यूंकि पुलिस को अभी तक अरनव और उसके परिवार के बारे में इतना कुछ जान

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वरनाली की ईष्या

6 सितम्बर 2022
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वरनाली ने भले ही सारिका दीदी और निशांत के सामने ये बात मान ली थी | कि अब वह इलेक्शन नहीं लड़ेगी और वरनाली ने अपनी गलती भी स्वीकार कर ली थी । ( निशांत को बिना बताये , व

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Arnav's headache

8 सितम्बर 2022
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वरनाली , अब हर पल बस इसी मौके के इंतजार मैं ही रहती थी | कि अरनव उसे कब अकेला मिले | अरनव की माँ के जाने के बाद , जब भी अरनव शांत और अकेला बैठा होता था । वरनाली , तुरंत ही अरनव के पास पहुंच जाया

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अरनव का देविका से मिलना

8 सितम्बर 2022
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अरनव के साथ पिछले कुछ महीनो से बहुत कुछ हो गया था | और उसे वरनाली की वेवकूफी की वजह से बहुत कुछ झेलना पड़ा था | अरनव वैसे तो अब पूरी तरह ठीक था । और वह अपनी बहनो और परिवार के साथ पहले की तरह ही बहुत ख

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देविका और अरनव की शादी

8 सितम्बर 2022
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शादी की डेट फाइनल होने वाली थी । और वहां देविका तो मुंह लटकाये हुए बैठी है । जैसे - उसे अंदर से कुछ भी पसंद नहीं हो | दिखने में ' अरनव ' बहुत ही ज्यादा हैंडसम था | एक - दम गौरा चिट्टा रंग , करीब 6 फीट

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प्यार की शुरुआत

8 सितम्बर 2022
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देविका : - " हॉ अरनव ! हाँ . . . . मैं किसी और से . . . . हो गई तुम्हें अब तसल्ली ये जानकर | " ( बहुत तेज गुस्से मे , इतना कहकर ! देविका चुप हो जाती है l ) देविका जो सबके सामने , अभी तक अच्छे से

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unknown number

8 सितम्बर 2022
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अरनव और देविका के बीच ! अगले कुछ महीनो तक सब ठीक चल रहा था I फिर एक दिन श्याम में . . . देविका के मोबाइल फोन की रिंग बजती है l देविका के मोबाइल पर , एक अननोन नंबर शो हो रहा था | देवि

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देविका का अरनव के गले लगना

12 सितम्बर 2022
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देविका , अरनव को कॉल करती है | " भईया आ गये है लेने , आप आ जाओं | हम थोड़ी देर में निकलने वाले है | " अरनव : - " हो सकता है देविका | कि मैं लेट हो जाऊं थोड़ा , तुम चाहो तो निकल जाना | लेकिन जल्दी आ जा

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में तुम्हे किसी अन्जान के साथ नही देख सकता

12 सितम्बर 2022
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देविका . . . . देविका उठो ! सुबह हो गई . . . . ( देविका के बड़े भाई अमित , देविका को अगले दिन सुबह , नींद से उठाते हुए आवाज लगाते है | ) देविका भईया की आवाज सुनकर अपनी ऑखे खोलती है | और वो अपने

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मेरा प्यार सच्चा है देविका

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " देविका सुनो ! देविका प्लीज , बस एक बार मुझसे मिल लो | क्या तुम मेरे लिए अब इतना भी नही कर सकती ? " देविका मैसेज देखकर कोई रिप्लाय नही करती हैं l और मन ही मन गुस्से में खुद से कहने लगती है

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वो मेरी सबसे बडी भूल थी

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " सॉरी देविका ! तुम्हे मेरी बात का बुरा लगा ना ; में बच्चे की बात नहीं करना चाहता था l पर तुम हो कि मुझसे , मिलना ही नहीं चाहती थी | " देविका : - " अब तो कह दिया पर आगे से उस बात को हमेशा के

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क्या में तुमसे मजाक भी नही कर सकता

12 सितम्बर 2022
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अबॉर्शन के बाद देविका नॉर्मल हो जाती हैं | लेकिन . . . . उस दिन की भूल को सोचकर , आज भी देविका के रोंगटे खड़े हो जाते हैं | और अगर गलती से भी , किसी को भी इस बारे में पता चल जाता | तो वह क्या करती | "

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आखिर सच क्या है देविका

12 सितम्बर 2022
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सिर्फ . . . देविका के बडे भईया को छोड़कर । अरनव को भी बाकी सभी की तरह यही लग रहा था | कि देविका उस एक्सीडेंट को देखकर घबरा गई है | इसलिए उसका प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर एक दम से हाई हो गया l देविका क

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अपने पापा की खुशी

12 सितम्बर 2022
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अगले 2 महीने तक ऐसे ही चलता रहा | देविका भी अच्छे से जानती थी | कि अरनव का व्यवहार , उसके लिए क्यूं बदल गया है | लेकिन वह कभी भी देविका से कुछ नही कहता था | और न ही उसने फिर कभी देविका से विकास के बार

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मेरी बात याद रखना अरनव

12 सितम्बर 2022
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10 मिनिट बाद अरनव , रूम में अंदर जाता है | अरनव को देखते ही देविका तुरंत फोन रख देती है और बुरी तरह घबरा जाती है | अरनव : - " अरे ! क्या हुआ तुम्हे ? तुम इतना डर क्यूं गयी ? वो भी मुझे देख कर I " देवि

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ये देविका कौन है विकास

12 सितम्बर 2022
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अरनव : - " देविका के कहने से क्या होता है ? वो मुझसे इस तरह खुशी को नहीं छीन सकती | लेकिन . . . कहीं विकास के साथ मिलकर ! खुशी को उसने मुझसे सच में दूर कर दिया तो | देविका बहुत चालाक है | अपना उल्लू स

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Fake treatment

12 सितम्बर 2022
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अरनव , अपने जीजा जी के साथ ! वहाँ के एक अच्छे डॉक्टर को दिखाने जाता हैं | अरनव ! उस डॉक्टर को अपनी सारी प्रॉब्लम बताता हैं | डॉक्टर : - " ऐसा कितने दिनो से महसूस हो रहा हैं आपको ? " अरनव : - " यही , अ

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झूठ प झूठ

12 सितम्बर 2022
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देविका ; अपने भईया को डॉक्टर को बिना दिखाए ! बापस घर लौटने के लिए तो मना लेती हैं । लेकिन देविका को ये नहीं समझ आ रहा था | कि वह भईया को सारिका दीदी और जीजा जी से झूठ बोलने के लिए कैसे मनाएं ? देविका

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देविका की चाल

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पिछले कुछ महीनों से अरनव अपनी खराब तबीयत की वजह से ; स्कूल भी नही जा रहा था | देविका ने ही अरनव को उसकी जॉब से ; रिजाइन दिलवा दिया था | क्यूंकि . . . . देविका ने , अरनव के स्कूल में उसका पिछले कुछ मही

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सारिका का शक

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दोपहर के 2 बजे ; डोरवेल बजती हैं | सारिका दीदी का घर . . . . और उनकी सबसे छोटी बेटी चारू ; दरवाजा खोलती है | " अरे मामी आप ! आओ , अंदर आ जाओ मामी . . . . खुशी नहीं आयी क्या आपके साथ ? " सा

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श्वेता की मौत

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पुलिस द्वारा ; अभी तक अरनव के साथ रहने वाले , घर के सभी लोगों के बारे में ; अच्छे से छानबीन कर ली गई थी । इससे पुलिस को , ये तो साफ हो गया था । कि अरनव की हत्या या उसकी साजिश के पीछे , कोई

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Negative mind

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संडे का दिन , सुबह के 11 बज रहे थे | अरनव रूम में लेटा हुआ था | अपने अंदर वह पहले से बहुत बीकनेस फील कर रहा था | वह अब ठीक से खड़ा भी नही हो पा रहा था | तभी देविका रूम मे अरनव के पास आती है | देविका :

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Next step

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देविका बहुत confidence के साथ , अब अपने अगले कदम की ओर आगे बढ़ रही थी | और उसे अंजाम देने के लिए वो मेंटली ओर फिजिकली पूरी तरह तैयार थी | देविका का अगला कदम , उसे उसकी सपनों की दुनिया में ले जाने वाला

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kidnaping

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देविका के अरनव को मोबाइल देने के बाद ; उस रात अरनव पूरी रात भर यही सोचता रहा | कि कल देविका के इस खेल के बारे में सबको पता चल जाएगा | और उसे उसके अभी तक किए गए ! सारे गलत कामों की सजा भी मिल जाएगी | त

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तुम ही विकास हो

12 सितम्बर 2022
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गुंडो ने गाडी में अरनव का चेहरा , ऊपर से गर्दन तक पूरी तरह एक काले कपड़े से ढंक दिया था | और वो दोनो गुंडे उसे उस शहर के बिलकुल बाहर , एक सुनसान जगह पर ले गए | वहाँ उस सुनसान जगह पर एक ही घर बना हुआ थ

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बस एक दिन और

12 सितम्बर 2022
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देविका शाम होते ही अपनी प्लानिग के अनुसार , घर के सभी मेम्बर्स को फोन करना शुरू करती है | जैसे - अरनव के सबसे बडे भाई बलराज को , सारिका दीदी को , और अरनव के पिता से पूछना | और सभी को इस तरह दिखा

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प्लीज मुझे जाने दो

12 सितम्बर 2022
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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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End of Torture

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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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