पुलिस द्वारा ; अभी तक अरनव के साथ रहने वाले , घर के सभी लोगों के बारे में ; अच्छे से छानबीन कर ली गई थी ।
इससे पुलिस को , ये तो साफ हो गया था । कि अरनव की हत्या या उसकी साजिश के पीछे , कोई भी बाहर का व्यक्ति नहीं था । बल्कि वो जो कोई भी था । वो इस घर के ही लोगों मै से मिला हुआ था । और इस सब में ; सिर्फ और सिर्फ , इन चार लोगों का हाथ था । वरनाली और अयान , जो कि वरनाली का ही बेटा था , देविका और विकास ।
लेकिन इनमें से आखिर कौन था ? जिसने अरनव से उसकी ; जिंदगी ही छीन ली । ये पता लगाना अभी भी वाकी था ।
अरनव का घर . . . . . . . .
" ये क्या किया तुमने ' विकास ' ? और आखिर क्यूं ? "
देविका ; फोन पर ' विकास ' से बात करते हुए कहती हैं । जब विकास ने खुद , देविका को अपनी पत्नि " श्वेता " की मौत के सच के बारे में बताया ।
" तो मैं क्या करता देविका ? मेरे पास और कोई रास्ता भी तो नही था । श्वेता को मुझ पर शक हो गया था । वो मुझसे रोज पूछती थी । और पिछले कुछ महीनो से तो , बार - बार बस यही पूछती रहती थी । कि ये देविका कौन हैं ? आप इससे बात क्यूं करते हो ?
आखिर आप दोनों के बीच , चल क्या रहा हैं ? तंग आ गया था मैं ; उसके इन सारे सवालो से |और एक दिन उसने , तुम्हारा मैसेज भी पढ़ लिया था । तब से तो जैसे - हाथ धोकर ही मेरे पीछे पड़ गई थी । वो मुझ पर , मेरी हर बात पर शक करने लगी थी I "
विकास ; अपने और अपनी पत्नि श्वेता ; के बीच चल रहे तनाव की वजह से , देविका से गुस्से में तेज आवाज में , चिल्लाते हुए कहता हैं ।
" लेकिन . . . . इसका मतलब ये बिल्कुल भी नही था । कि तुम उसे मार ही डालो विकास । "
देविका न चाहते हुए भी ; विकास पर जोर से चिल्लाते हुए कहती है ।
" तो तुम ही बताओं ना मुझे | कि मै और क्या करता फिर ? हमने प्लानिंग भी तो , की थी ना साथ में | और तुम तो ऐसे विहेव कर रही हो ; जैसे कुछ जानती ही नही थी | "
विकास ; देविका से थोड़ा चिढ़ते हुए , तेज आवाज में कहता है |
जब विकास ; देविका से ये बात कह रहा था । तब देविका ये सुनकर बहुत दुःखी हो जाती है । और रोते हुए जोर से ; तेज आवाज में विकास से कहती हैं l
" हाँ ! हॉ ! मानती हूं विकास . . . कि हमने की थी प्लानिंग | लेकिन , किसी को मारने की नहीं | समझे तुम . . . . . "
विकास : - " हाँ मे तो समझ रहा हूं । लेकिन तुम्हें भी तो समझना चाहिए | और वैसे भी हम जो उनके साथ कर रहे है । उससे वो कुछ साल बाद तो वैसे भी मर ही जाते । तो अभी क्यूं नहीं । "
देविका : - " shut up विकास ! तुम पागल हो गए हो क्या ? तुमने ये सब करने से पहले ; एक बार भी अपने बच्चे के बारे में नही सोचा । तुमने कहा था मुझसे ! कि हम दोनों में से किसी को मारेंगें नहीं । "
" तुम समझ क्यूं नहीं रही हो ? अगर में ऐसा नहीं करता ; तो जिंदगी भर तुम्हारा नहीं हो पाता । और तुम्हें आखिर . . . किस बात का डर हैं । बोलो । और मुझे अपने दोनों बच्चों की फ़िक्र थी । खुशी की भी । तुम भूल गई क्या ? "
विकास ; देविका को समझाते हुए कहा ।
" ये बात में कैसे भूल सकती हूँ । कि तुम खुशी के पिता हो | और ये बात मुझे हमेशा याद रहेगी | "
ये कहकर , देविका फोन कट कर देती है ।
" श्वेता " की मौत के पीछे ! विकास का हाथ होगा । और वो उसे इतनी बेरहमी से मार देगा | ये बात , देविका ने कभी सोची भी नहीं थी । और श्वेता की मौत की वजह ; देविका को अंदर ही अंदर बहुत बैचेन कर रही थी ।
इसीलिए देविका ने अगले कुछ दिनों तक ; विकास से बात भी नही की । और न ही देविका ; इस वजह से ठीक से सो पा रही थी ।
देविका के इस बर्ताव से ; विकास ने अब उसे , हर महीने के खर्चे के लिए , पैसे भेजना बंद कर दिया था । और अगले 3 - 4 महीने तक वह ; अपनी सैलरी से ही सारा खर्चा उठा रही थी । जो कि देविका के लिए , बहुत ही मुश्किल हो रहा था |
क्यूंकि . . . देविका को अब विकास के पैसो की आदत हो गई थी | और अब उसे पैसे बहुत सोच समझ कर ; खर्च करने पड़ रहे थे । उधर खुशी भी अब बड़ी हो रही थी । उसके लिए भी देविका को ; पैसो की जरूरत थी I
3 - 4 महीनों मै ही देविका ; बहुत बुरी तरह परेशान हो गई थी | और अब वह इस तरह से अपनी जिंदगी नही जीना चाहती थी |
फिर एक दिन जब विकास , देविका को फोन करता है |
" अब इतने दिन हो गए . . . आखिर तुम , अब चाहती क्या हो देविका ? तुमने हमारा पूरा प्लान खराब कर दिया | मेंने कितने सपने देखे थे , तुम्हें और हमारी बेटी को लेकर | "
विकास ; फोन पर देविका से परेशान होकर बोल रहा था |
" कुछ नहीं ! मैं बस , उस वक्त बहुत परेशान हो गई थी | मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था | और जो कुछ भी हो रहा था । उसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी । बस इसीलिए विकास । "
देविका फोन पर उदास होकर , धीमी आवाज मै विकास से कहते हुए एक गहरी सांस लेती है |
" तुम ही तो चाहती थी ना देविका ; कि हम हमेशा साथ रहे I और सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए ; मैंने इतना सब किया l मेरी जगह कोई और होता ; तो वो इतना कुछ करता क्या ? बोलो ? "
विकास ; देविका को अपनी बात पर मानने के लिए ; ये सब कहता है |
" हाँ ! कोई नहीं करता विकास . . . . में जानती हूँ । कि ये सब तुमने ; हम साथ रह सकें इसलिए किया | वो भी मेरी इच्छा के लिए I क्यूंकि . . . मै तुम्हारे बिना , नही रह पा रही थी विकास | पर में उस वक्त बहुत डर गई थी l "
देविका ; विकास से फोन पर अपने मन की बात कह रही थी |
" डरने वाली क्या बात हैं ; देविका ? जब में हूं ना , तुम्हारे साथ | में तो पहले भी था और अब भी हूं |
मे सब देख लूंगा . . . . . तुम किसी बात की कोई टेंशन मत लो I मेरे होते हुए इन सब चीजो को लेकर तुम्हे डरने की जरूरत नहीं है । "
विकास ; देविका से सब कुछ , अपने ऊपर छोड़ने के लिए कहता है । जिससे वो उसकी हर बात मान जाए I और ऐसा हुआ भी |
" विकास ; मुझे कुछ पैसो की जरूरत थी । अपने लिए नही , खुशी के लिए I "
देविका थोड़ा संकोच करते हुए ; विकास से पैसो के लिए कहती हैं I
" हां ! हां ! में अभी तुम्हारे अकांउट में पैसे डाल देता हूं । वैसे भी 3 - 4 महीनों से , मैंने सिर्फ इसलिए नही कहा था तुमसे पैसों की ; क्यूंकि . . . . तुम मुझसे नाराज थी ना |
में तुमसे प्यार करता हूं देविका ! और तुम्हारे साथ और अपनी बच्ची खुशी के साथ रहना चाहता हूं । हर हाल में | तुम समझ रही हो ना ; देविका ! कि में क्या कह रहा हूं ? "
विकास ; कृष्णा को अपने प्यार पर यकीन दिलाते हुए ; आगे की सोचने के लिए कह रहा था |
" हां ! अब में बहुत अच्छे से समझ रही हूँ , विकास I आगे से तुम जैसा कहोगे ; वैसा ही करूंगी I "
देविका ; विकास से पैसे मिलने की वजह से बस उसकी , हाँ मैं हाँ मिला रही थी |
" लेकिन विकास तुम्हारे कहने पर , में इतने महीनों से अभी तक जो कुछ भी कर रही थी । और प्लान के मुताबिक ; जो तुम वहाँ कर रहे थे । अब आगे और कितने टाइम तक ; मुझे वो सब करना होगा ? "
देविका दबी हुई आवाज में ; विकास से उसकी आगे की प्लानिंग के बारे में , पूछती हैं ।
" बस ; कुछ दिन और देविका . . . . . देखना फिर सब ठीक हो जाएगा | जैसा हम चाहते है और जो कुछ भी हमने सोचा हैं l "
विकास ; कृष्णा को तसल्ली देते हुए ; आगे कुछ दिन और सब्र रखने के लिए कहता हैं |
विकास : - " लेकिन देविका , वो निशांत वाला काम हो गया क्या ? "
देविका : - "अभी नहीं विकास " कहकर देविका फोन रख देती है |
आखिर . . . . किस बारे मै कह रही थी ' देविका ' ? जो वो विकास के कहने पर ; पिछले कुछ महीनों से कर रही थी । और वहां उधर विकास भी वही कर रहा था I और निशांत के किस काम के बारे में पूछ रहा था विकास ?
आखिर . . . क्या था ? " विकास और देविका " का प्लान ? क्या विकास अरनव के हिस्से मै आने वाली प्रॉपर्टी हड़पना चाहता था ? लेकिन क्यूं ? विकास तो पहले से ही काफी Rich था | फिर उसे प्रॉपर्टी से क्या लेना था ?
जानने के लिए आगे पढते रहे _ _ _ _ _ _ _