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में तुम्हे किसी अन्जान के साथ नही देख सकता

12 सितम्बर 2022

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देविका . . . . देविका उठो ! सुबह हो गई . . . . 

( देविका के बड़े भाई अमित , देविका को अगले दिन सुबह , नींद से उठाते हुए आवाज लगाते है | )

देविका भईया की आवाज सुनकर अपनी ऑखे खोलती है | और वो अपने सामने भईया को देखकर ! चौंक जाती है l

" अरे भईया ! आप . . . . " 

[ देविका भईया को देखकर तुरंत ही बेड से उठते हुए भईया ले कहती है |  ]

अमित : - " चलो उठो , चाय पी लो . . . . देविका | "

देविका : - " भईया ! आप क्यूं परेशान हुए . . मैं खुद आ जाती l

भईया ! वो रात को ठीक से नींद नही आयी . . . . इसलिए अभी तक मेरी आँख ही नही खुली । "

अमित : - " अरे पगली ! कोई बात नही . . . तुझे तो अब आराम ही करना चाहिए |

मैंने तो तुझे बस इसलिए उठाया | क्यूंकि ! बहुत दिनो से में तुझसे कुछ बात करना चाहता था | और फिर में ऑफिस के लिए निकल जाता | इसलिए मैं ही चाय लेकर आ गया |

खैर . . . . . . "

( ये कहते हुए भईया ने एक लंबी सांस ली . . .  )

अमित : - " और क्या में . . . . अपनी बहन के लिए ! चाय भी नहीं ला सकता ? "

( भईया हंसते हुए . . . देविका के सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए कहते है | )

देविका भी भईया को हंसता हुआ देखकर , उनकी ओर स्माइल करती है और पूछती है |

" क्या बात करनी थी | भईया आपको ? "

अमित : - " देविका मैं तुमसे . . . सॉरी कहना चाहता था |

देविका : - " किस बात के लिए भईया ? "

[ देविका भईया की आश्चचर्य से देखते हुए पूछती हैं । ]

अमित : - " शादी से पहले ! एक दिन , जब मैंने तुम्हें विकास के साथ देखा था | अकेले . . . . उस दिन मैंने तुमसे , कुछ ज्यादा ही कह दिया था |

लेकिन देविका ; मैं क्या करता ?

मैं अपनी बहन को इस तरह , किसी गुंडे या अनजान लड़के के साथ ! अकेले नही देख सकता था | "

देविका भईया की बांते चुप - चाप सुन रही थी |

[ ये उसी दिन की बात है | जो देविका ! कल रात ही सोच रही थी | ]

अमित : - " उस दिन , मैने तुम्हें डाँट तो दिया था | लेकिन बाद में मुझे बहुत बुरा लगा |

में तुमसे ! इस तरह कभी भी बात नहीं करना चाहता था |मैंने . . . हमेशा तुम्हें ! अपनी बेटी की तरह पाला हैं l और तुम ही बताओ अपनी बेटी के साथ गलत होते हुए , मैं कैसे देख सकता था ? "

देविका इस वक्त भईया की बात को समझने की कोशिश कर रही थी |

अमित : - " बाद में . . . उस लड़के के बारे में ! मैंने पता भी किया था । लेकिन . . . वो लड़का ठीक नहीं था देविका ।

उसके पिता को , महेश अंकल अच्छे से जानते हैं |

[ महेश , अमित के सीनियर ऑफिसर है | ] 

विकास के पिता एक कान्ट्रेक्टर है |

और उन्होने अपने दोनों बेटो को शहर मे गुंडागर्दी करने के लिए खुली छूट दे रखी हैं l उनके पास खानदानी पैसा है l इसलिए ! वो लड़का ज्यादा कुछ पढ़ता - लिखता नही था |

देविका , अरनव एक बहुत अच्छा लड़का है | बहुत सीधा है और इन्टेलीजेंट भी है | वो एक अच्छा पति भी होगा |

अरनव तुम्हें बहुत खुश रखेगा . . . हमेशा . . . I "

[ इतना कहकर , अमित वहाँ से चले जाते है | ]

देविका को , भईया की बातो ने ! पूरी तरह अंदर तक झकझोर कर रख दिया था l और अरनव के बारे में , भईया ने जो कुछ भी कहा , वह सच था | ये बात तो देविका भी जानती थी ।

लेकिन . . . इन बातो से , देविका का मन बहुत हल्का हो गया था l और अब वह यही सोच रही थी | कि अच्छा हुआ जो उसकी शादी ! विकास की जगह अरनव से हुई |

( देविका ! अब अपनी शादी से बहुत खुश थी | लेकिन उसे ये नही पता था कि उसकी ये खुशी ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाली है | )

तभी 2 - 3 दिन बाद . . . .

देविका ! अपनी भाभी के साथ market गई थी | कि तभी , उस दिन बाजार में जिस shop से सामान खरीद रही थी | उसी शोप पर विकास भी कुछ सामान ले रहा था । और तभी उसकी नजर देविका पर पड़ती है l

विकास , देविका के पास खड़ी उसकी भाभी को देखे बिना ही देविका के पास आ जाता है l और देविका की ओर देखते हुए ; उससे बडे ही आश्चर्य से कहता है |

" देविका ! तुम यहीं हो I "

देविका आवाज सुनकर पीछे पलटकर देखती है | और वहाँ विकास को देखकर चौंक जाती है |

देविका : - " हाँ . . . हां . . . "

[ देविका बहुत घबराते और कांपते हुए विकास से हाँ कहती है | ]

भाभी : - " कौन है ये दीदी ? "

देविका : - " कोई नहीं भाभी ! हम स्कूल में एक ही class मे साथ पढे थे | बस . . . आज बहुत साल बाद अचानक मिलना हुआ । "

विकास : - " मैं चलता हूँ ! बाय . . . "

( देविका की भाभी को देखकर विकास कुछ सोच कर उस वक्त वहाँ से चला जाता है | )

विकास के जाने के बाद . . . .

देविका : - " उफ . . .फ . . . फ . . . . "

( देविका चैन की सांस लेते हुए ! अपने मन में सोचती है | शुक्र है कि वो यहाँ से जल्दी चला गया | वरना विकास अगर आगे कुछ भी और कह देता तो भाभी को शक हो जाता | और फिर भईया को . . . . औड अभी तो मुश्किल से सब ठीक हुआ है | )

थोड़ी ही देर में देविका और भाभी घर आ जाती है | देविका घर आ कर अपने रूम में थोड़ी देर आराम करने के लिए आ जाती है |

लेकिन , देविका को मन ही मन टेंशन भी हो रही थी |

( थोड़ी देर बाद देविका kitchen में आती है | और अपनी भाभी से कहती है । ) 

" भाभी , आज मैं कुछ बनाती हूँ खाने मैं | बताओं क्या बनाऊं ? "

देविका , भाभी से कहती है |

भाभी : - " क्या बात हैं दीदी ? आज तो बहुत अच्छा मूड लग रहा है आपका | कहीं जीजा जी से बात करके तो नही आ रही हो I "

( भाभी , देविका को छेड़ते हुए कहती है | )

देविका : - " नहीं भाभी ! आप जैसा सोच रही है ना वैसा कुछ भी नहीं है | " 

( देविका भाभी की ओर देखकर मुस्कुराते हुए कहती है । फिर पलटकर एक गहरी लंबी सांस लेती है | )

देविका मन ही मन सोचने लगती है |

ये भाभी भी ना जैसे - तैसे अपना मूड ठीक करके आयी थी मैं | और ये सर तो दर्द से फटा जा रहा है मेरा |

देविका : - " भाभी . . आप मेरे लिए ! थोड़ी सी अदरक वाली चाय बना देंगी ? "

भाभी : - " हाँ दीदी ! अभी बना देती हूँ | "

चाय पीकर देविका को अपने सिर दर्द में थोड़ा Relax feel होता है |

फिर रात के करीब 9 : 30 बजे , सभी लोग खाना खाकर अपने - अपने रूम में चले गए थे |

 देविका भी अपने रूम में , खाना खाकर आराम कर रही थी | तभी उसके फोन की रिंग बजती है |

देविका : - " जरूर ये विकास का ही फोन होगा । "

( देविका फोन देखे बिना ही , अपने मन में मोबाइल की रिंग बजते ही सोचने लगती है | )

" मैं अब उसका फोन नहीं उठाऊंगी | चाहे कितना भी बार - बार बजता रहे | "

( देविका बार - बार फोन आने पर , अपने दिमाग को जोर देकर समझाते हुए मन में कहती है । )

फोन लगातार 3 - 4 बार , बार - बार बज रहा था | फिर मोबाइल की रिंग बंद हो जाती है | और देविका वापस रिलेक्स होकर बेड पर लेट जाती है |

लेकिन देविका का सारा ध्यान बार - बार अपने फोन पर ही जा रहा था | और आखिर कार वो बेसब्री से अपना फोन उठा ही लेती है | और Missed call देखती है |

" oh my god मैं भी ना ! कितनी बडी पागल हूँ | विकास के अलावा , मेरे दिमाग मे कुछ और घूम ही नहीं रहा है | shit Yaar ये अरनव का call आ रहा था | वो भी इतनी देर से . . . "

फिर देविका तुरंत ही अरनव को कॉल करती हैं |

अरनव कॉल रिसीव करते ही देविका से कहता है |

" कहां खोयी हुई हो मैडम ? मायके पहुँच कर तो तुम भूल ही गयी मुझे | "

देविका : - " अरे नही ! में वो बस सबके साथ बैठी थी | इसलिए फोन नही देखा | "

अरनव : - " ये क्या मे , वो , बस कर रही हो | में तो मजाक कर रहा था | "

अरनव का ये जबाब सुनकर देविका के चेहरे पर एक दबी हुई सी मुस्कान आ जाती है |

फिर दोनों ही काफी देर तक हंसी - मजाक की बातें करते रहे | और एक घंटे बाद देविका , अरनव से कहती है |

"अब मुझे नींद आ रही है | में सो रही हूं | "

अरनव : - " ओके ! तुम आराम से सो जाओ | Good night "

देविका अपना मोबाइल फोन साइड रख देती है | वो बहुत थकान महसूस कर रही थी | और फिर वह सोने की कोशिश करती हैं |

तभी मोबाइल फोन की मैसेज टोन बजती है |

देविका फोन चैक करते हुए . . . . 

" देखूं किसका मैसेज है | "

( देविका के फोन मे unknown number से मैैैैसेज लिखा आता है | )

" हाय देविका ! क्या तुम सो गई ? "

देविका : - " अब यें कौन है ? अननोन नंबर से . . . "

देविका सोच में पड़ जाती हैं | इतनी रात को मुझ ऐसे मैसेज करके कौन पूछ सकता है |

तभी एक बार फिर मैसेज टोन बजती है |

" प्लीज रिप्लाई करो । "

देविका ये मैसेज पढकर थोड़ा शॉक्ड हो जाती है | और मन ही मन सोचती है कि आखिर कौन हो सकता है ऐसा ?

देविका एक मैसेज टाइप कर send करती है ।

" कौन हो आप ? "

कुछ seconds में ही देविका के मैसेज का Reply आ जाता है |

" सॉरी देविका में फिर एक नये नंबर से , तुम्हे मैसेज कर रहा हूं | मैं विकास हूँ देविका ! मुझे तुमसे बात करनी हैं | "

कुछ second के लिए देविका सोचने लगती है | कि विकास आखिर अब क्या चाहता है | जो इतनी रात को भी मुझे मैसेज कर रहा है |

फिर देविका फोन उठाकर विकास को मैसेज टाइप करती है |

" लेकिन , मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी विकास | "

विकास : - " पर क्यूं ? प्लीज देविका ! मुझे बस एक बार तुमसे बात करना हैं I प्लीज , यार . . . "

देविका : - " क्यूं परेशान कर रहें हो तुम मुझे ? " 

विकास : - " मैं तुम्हे परेशान नही करना चाहता हूं देविका , पर में तो खुद परेशान हो रहा हूँ | इसलिए तुमसे बस एक बार बात करना चाहता हूं में | प्लीज मान जाओ | "

विकास के इतने insist करने पर देविका मान जाती है | और विकास को मैसेज से कहती है |

" क्या बात करनी है तुम्हे ? बोलो . . . " 

विकास : - " इस तरह नही ! तुम यहीं हों ना अभी , क्या हम एक बार मिल सकते है ? "

देविका : - " तुम पागल हो गये हो क्या ? इतनी रात को तुम्हें मुझसे ये बात करनी थी | तुम क्यूं मेरे पीछे पड़े हो ? मुझे नही मिलना तुमसे | "

( देविका को , विकास का उससे मिलने के लिए कहना उसे अच्छा नही लगा | क्यूंकि विकास के साथ देखने पर ही भईया ने उसे बहुत डांटा था । )

देविका : - " तुम मुझे अब फोन नहीं करोगे और न ही कोई मैसेज I में अब सो रही हूं |

विकास : - " देविका सुनो ! देविका प्लीज , बस एक बार मुझसे मिल लो |

क्या तुम मेरे लिए इतना नही कर सकती ? "

देविका कोई रिप्लाय नही करती हैं l और मन ही मन गुस्से में खुद से कहने लगती है | कि आखिर क्यूं ये मुझे बार - बार परेशान कर रहा हैं | अब क्या चाहता हैं और मुझसे ?

क्या देविका , विकास से मिलने जाएगी या नही ?

आखिर क्यूं विकास , देविका से मिलना चाहता है । क्या वो उससे मिलकर अपनी गलती के लिए सॉरी बोलना चाहता है | या फिर कुछ और ही वजह है |

जानने के लिए आगे पढ़ते रहे . . . . . . 

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रचनाएँ
Kya Galti Thi Meri?
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ये कहानी है एक ऐसे लड़के " अरनव वेदी " की । जो बचपन से ही बहुत सीधा सा लड़का था । अरनव पढ़ाई में बहुत होशियार और हेंडसम भी बहुत था। उसके भाई - बहन उसे बहुत प्यार करते थे । लेकिन उसकी भाभी वरनाली ; अरनव का अपने घर में रहना , बिलकुल पसंद नही करती थी । बचपन से ही अरनव संघर्षों से झूझ रहा था । फिर एक दिन उसकी जिंदगी में " देविका " आती है | " देविका कपूर " एक घमंडी और बिगड़ी हुई लड़की थी | और देविका का अरनव से शादी करना किसी इत्तेफाक के जैसा ही था | फिर एक दिन अरनव के साथ जो हुआ ! वो एक दर्दनाक घटना से कम नही था । लेकिन उसके साथ ऐसा क्यूँ हुआ ? आखिर क्या गलती थी उसकी ? और कौन था वो शक्स जिसने उसके साथ ऐसा किया ? अरनव के साथ आखिर क्या हुआ होगा? पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें "Kya Galati Thi Meri "
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अरनव की विदाई

5 सितम्बर 2022
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( ये कहानी एक ऐसे आम इंसान की है | जो किसी भी ! नॉर्मल इंसान की तरह ही , सपने देखता हैं | बचपन से लेकर आखिरी तक , वह अपनी जिंदगी एक आम आदमी की तरह ही , जीना चाहता है । और एक अच्छी जिंदगी के लिए

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देविका का बयान

6 सितम्बर 2022
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देविका ! अब होश में आ गयी थी औेर अब उसकी हालत भी पहले से काफी ठीक थी । ' अरनव ' को गए हुए ! पूरा एक दिन हो गया था | अगला दिन . . . . सुबह के करीब 9 बज रहे थे | चारों ओर सन्नाटा सा फैला हुआ था ।

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छानबीन

6 सितम्बर 2022
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देविका के statement के बाद ! पुलिस ने अरनव की बीती हुई जिंदगी के बारे में जानना शुरू किया | आखिर अरनव कैसा इंसान था ? और क्या सच में वह ऐसा कर सकता था ? क्योंकि देविका का अचानक ये कहना ; क

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट

6 सितम्बर 2022
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सभी पुलिस वाले , आपस मै बात करते है l और उनके मन मे यही सवाल चल रहा था । कि कहीं हम बेवजह ही ! अपना समय बर्बाद तो नहीं कर रहे हैं | क्यूंकि पुलिस को अभी तक अरनव और उसके परिवार के बारे में इतना कुछ जान

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वरनाली की ईष्या

6 सितम्बर 2022
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वरनाली ने भले ही सारिका दीदी और निशांत के सामने ये बात मान ली थी | कि अब वह इलेक्शन नहीं लड़ेगी और वरनाली ने अपनी गलती भी स्वीकार कर ली थी । ( निशांत को बिना बताये , व

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Arnav's headache

8 सितम्बर 2022
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वरनाली , अब हर पल बस इसी मौके के इंतजार मैं ही रहती थी | कि अरनव उसे कब अकेला मिले | अरनव की माँ के जाने के बाद , जब भी अरनव शांत और अकेला बैठा होता था । वरनाली , तुरंत ही अरनव के पास पहुंच जाया

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अरनव का देविका से मिलना

8 सितम्बर 2022
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अरनव के साथ पिछले कुछ महीनो से बहुत कुछ हो गया था | और उसे वरनाली की वेवकूफी की वजह से बहुत कुछ झेलना पड़ा था | अरनव वैसे तो अब पूरी तरह ठीक था । और वह अपनी बहनो और परिवार के साथ पहले की तरह ही बहुत ख

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देविका और अरनव की शादी

8 सितम्बर 2022
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शादी की डेट फाइनल होने वाली थी । और वहां देविका तो मुंह लटकाये हुए बैठी है । जैसे - उसे अंदर से कुछ भी पसंद नहीं हो | दिखने में ' अरनव ' बहुत ही ज्यादा हैंडसम था | एक - दम गौरा चिट्टा रंग , करीब 6 फीट

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प्यार की शुरुआत

8 सितम्बर 2022
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देविका : - " हॉ अरनव ! हाँ . . . . मैं किसी और से . . . . हो गई तुम्हें अब तसल्ली ये जानकर | " ( बहुत तेज गुस्से मे , इतना कहकर ! देविका चुप हो जाती है l ) देविका जो सबके सामने , अभी तक अच्छे से

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unknown number

8 सितम्बर 2022
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अरनव और देविका के बीच ! अगले कुछ महीनो तक सब ठीक चल रहा था I फिर एक दिन श्याम में . . . देविका के मोबाइल फोन की रिंग बजती है l देविका के मोबाइल पर , एक अननोन नंबर शो हो रहा था | देवि

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देविका का अरनव के गले लगना

12 सितम्बर 2022
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देविका , अरनव को कॉल करती है | " भईया आ गये है लेने , आप आ जाओं | हम थोड़ी देर में निकलने वाले है | " अरनव : - " हो सकता है देविका | कि मैं लेट हो जाऊं थोड़ा , तुम चाहो तो निकल जाना | लेकिन जल्दी आ जा

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में तुम्हे किसी अन्जान के साथ नही देख सकता

12 सितम्बर 2022
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देविका . . . . देविका उठो ! सुबह हो गई . . . . ( देविका के बड़े भाई अमित , देविका को अगले दिन सुबह , नींद से उठाते हुए आवाज लगाते है | ) देविका भईया की आवाज सुनकर अपनी ऑखे खोलती है | और वो अपने

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मेरा प्यार सच्चा है देविका

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " देविका सुनो ! देविका प्लीज , बस एक बार मुझसे मिल लो | क्या तुम मेरे लिए अब इतना भी नही कर सकती ? " देविका मैसेज देखकर कोई रिप्लाय नही करती हैं l और मन ही मन गुस्से में खुद से कहने लगती है

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वो मेरी सबसे बडी भूल थी

12 सितम्बर 2022
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विकास : - " सॉरी देविका ! तुम्हे मेरी बात का बुरा लगा ना ; में बच्चे की बात नहीं करना चाहता था l पर तुम हो कि मुझसे , मिलना ही नहीं चाहती थी | " देविका : - " अब तो कह दिया पर आगे से उस बात को हमेशा के

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क्या में तुमसे मजाक भी नही कर सकता

12 सितम्बर 2022
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अबॉर्शन के बाद देविका नॉर्मल हो जाती हैं | लेकिन . . . . उस दिन की भूल को सोचकर , आज भी देविका के रोंगटे खड़े हो जाते हैं | और अगर गलती से भी , किसी को भी इस बारे में पता चल जाता | तो वह क्या करती | "

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आखिर सच क्या है देविका

12 सितम्बर 2022
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सिर्फ . . . देविका के बडे भईया को छोड़कर । अरनव को भी बाकी सभी की तरह यही लग रहा था | कि देविका उस एक्सीडेंट को देखकर घबरा गई है | इसलिए उसका प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर एक दम से हाई हो गया l देविका क

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अपने पापा की खुशी

12 सितम्बर 2022
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अगले 2 महीने तक ऐसे ही चलता रहा | देविका भी अच्छे से जानती थी | कि अरनव का व्यवहार , उसके लिए क्यूं बदल गया है | लेकिन वह कभी भी देविका से कुछ नही कहता था | और न ही उसने फिर कभी देविका से विकास के बार

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मेरी बात याद रखना अरनव

12 सितम्बर 2022
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10 मिनिट बाद अरनव , रूम में अंदर जाता है | अरनव को देखते ही देविका तुरंत फोन रख देती है और बुरी तरह घबरा जाती है | अरनव : - " अरे ! क्या हुआ तुम्हे ? तुम इतना डर क्यूं गयी ? वो भी मुझे देख कर I " देवि

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ये देविका कौन है विकास

12 सितम्बर 2022
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अरनव : - " देविका के कहने से क्या होता है ? वो मुझसे इस तरह खुशी को नहीं छीन सकती | लेकिन . . . कहीं विकास के साथ मिलकर ! खुशी को उसने मुझसे सच में दूर कर दिया तो | देविका बहुत चालाक है | अपना उल्लू स

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Fake treatment

12 सितम्बर 2022
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अरनव , अपने जीजा जी के साथ ! वहाँ के एक अच्छे डॉक्टर को दिखाने जाता हैं | अरनव ! उस डॉक्टर को अपनी सारी प्रॉब्लम बताता हैं | डॉक्टर : - " ऐसा कितने दिनो से महसूस हो रहा हैं आपको ? " अरनव : - " यही , अ

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झूठ प झूठ

12 सितम्बर 2022
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देविका ; अपने भईया को डॉक्टर को बिना दिखाए ! बापस घर लौटने के लिए तो मना लेती हैं । लेकिन देविका को ये नहीं समझ आ रहा था | कि वह भईया को सारिका दीदी और जीजा जी से झूठ बोलने के लिए कैसे मनाएं ? देविका

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देविका की चाल

12 सितम्बर 2022
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पिछले कुछ महीनों से अरनव अपनी खराब तबीयत की वजह से ; स्कूल भी नही जा रहा था | देविका ने ही अरनव को उसकी जॉब से ; रिजाइन दिलवा दिया था | क्यूंकि . . . . देविका ने , अरनव के स्कूल में उसका पिछले कुछ मही

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सारिका का शक

12 सितम्बर 2022
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दोपहर के 2 बजे ; डोरवेल बजती हैं | सारिका दीदी का घर . . . . और उनकी सबसे छोटी बेटी चारू ; दरवाजा खोलती है | " अरे मामी आप ! आओ , अंदर आ जाओ मामी . . . . खुशी नहीं आयी क्या आपके साथ ? " सा

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श्वेता की मौत

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पुलिस द्वारा ; अभी तक अरनव के साथ रहने वाले , घर के सभी लोगों के बारे में ; अच्छे से छानबीन कर ली गई थी । इससे पुलिस को , ये तो साफ हो गया था । कि अरनव की हत्या या उसकी साजिश के पीछे , कोई

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Negative mind

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संडे का दिन , सुबह के 11 बज रहे थे | अरनव रूम में लेटा हुआ था | अपने अंदर वह पहले से बहुत बीकनेस फील कर रहा था | वह अब ठीक से खड़ा भी नही हो पा रहा था | तभी देविका रूम मे अरनव के पास आती है | देविका :

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Next step

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देविका बहुत confidence के साथ , अब अपने अगले कदम की ओर आगे बढ़ रही थी | और उसे अंजाम देने के लिए वो मेंटली ओर फिजिकली पूरी तरह तैयार थी | देविका का अगला कदम , उसे उसकी सपनों की दुनिया में ले जाने वाला

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kidnaping

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देविका के अरनव को मोबाइल देने के बाद ; उस रात अरनव पूरी रात भर यही सोचता रहा | कि कल देविका के इस खेल के बारे में सबको पता चल जाएगा | और उसे उसके अभी तक किए गए ! सारे गलत कामों की सजा भी मिल जाएगी | त

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तुम ही विकास हो

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गुंडो ने गाडी में अरनव का चेहरा , ऊपर से गर्दन तक पूरी तरह एक काले कपड़े से ढंक दिया था | और वो दोनो गुंडे उसे उस शहर के बिलकुल बाहर , एक सुनसान जगह पर ले गए | वहाँ उस सुनसान जगह पर एक ही घर बना हुआ थ

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बस एक दिन और

12 सितम्बर 2022
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देविका शाम होते ही अपनी प्लानिग के अनुसार , घर के सभी मेम्बर्स को फोन करना शुरू करती है | जैसे - अरनव के सबसे बडे भाई बलराज को , सारिका दीदी को , और अरनव के पिता से पूछना | और सभी को इस तरह दिखा

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प्लीज मुझे जाने दो

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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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End of Torture

12 सितम्बर 2022
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विकास , चेयर से उठकर जाने के लिए खड़ा हो जाता है | और अपने अंदर अरनव की थोडी देर पहले , उसके लिए कहीं गयी बात के लिए , उससे गुस्सा होकर बदला लेने के नजरिये से देखता है | लेकिन फिर भी विकास ऊपर से झूठी

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