गुरूर जिश्म ओ' हुनर का बेकार हो जाएगा।
झुर्रियों से टपकता इश्क हीं---- रंग लाएगा।।
निर्मल
झुर्रियों से टपकता इश्क हीं---- रंग लाएगा।।
निर्मल