★★★★कोरोना★★★★
"आंकड़े" देख शोहबत को
'नजायज' करार दी
"क्वारेंटाइन" के बाद हीं आना घर!
ये आस दी
दिल है कि सात समन्दर पार
रह कर भी प्यार बरकरार है
'मोबाइल' में तश्वीर देख-
आँसुओं की बह रही धार है
प्यार को महज़ जिस्मानी रिस्ता कहा!
यह रुहानी बात है
कोरोना की सुन्दरता जरा देख लेना,
लाल! क्या? बात है
डॉक्टर कवि कुमार निर्मल
【बेतिया】