कोरोना की राजनीति
यह सोसल डिस्टेंसिंग महज़
अगले चुनाव का एक बुलंद नारा है
सड़क जाम, सट कर चलना-
ई. भी. एम. ने हीं देश को तारा है
साठ साल के उपर नेता-
डॉक्टर रहें घरों में सुरक्षित
सविनय निवेदन हमारा है
नोक - झोक से रहे परहेज़,
आत्म निर्भर हो देश,
लिखना नायाब फ़साना है
कब्र खुदीं चार लाख पार,
अंकुश अब पुरजोर हरओर लगाना है
दिल्ली - मुंबई महानगरियाँ जल रही,
हिन्दुस्तान हमें बचाना है
बूचरखानों को बंद करो-
सबको कण्ठी गले में बाँध लटकाना है
शराबियों न बने छुट्टे साण्ड,
शराबबंदी नियम देशव्यापी बनाना है
भूखों का पेट भरे,
खजानों का मुँह खोल,
हर घर तक पहुँचाना है
नफ़रत कर मर रहा पड़ोसी आतंकी-
अन्दर मोहब्बत का पैगाम फैलाना है
क्वारेंटाइन मे जाएं सभी वतन के,
कोभिड- १९ को मार भगाना है
१५ अगस्त तक जीत कर कोरोना से
लाल किले पर तिरंगा फहराना है
डॉ. कवि कुमार निर्मल