*lPRS Members*.
दोस्तो.
आप लोगो को ये जानकर हैरानी होंगी के lPRS मे शुरु से ही अफरातफरी चल रही थी। मेम्बरो का हक्क मारा जा रहा था। साथ साथ स्टाफ के कुछ लोग भी जालसाजी कररहे थे।
जावेद अखतर साहब 12साल से lPRS के साथ जो लडाई लडरहे है वो एक जालसाज की साजीस थी ,जिसे lPRS ऑफीस से जालसाजी के जुर्म मे केस करके निकाला गया था। उस जालसाज ने जावेद अखतर साहब को अपना बदला लेने के लिए ही lprs के अपोजीशन मे खडा कीया।जावेद साहब इलेक्शन जीतने के बावजुद वह जालसाज दोबारा ऑफीस मे न आपाये इसी लिए lPRS वालोने जावेद अखतर साहब को चार्ज नही दिया ।. जावेद साहब को ये सब बुरा लगा और इस लडाई की शुरुवात हुई ।
तब से इस लडाई को जावेद अखतर साहब के नाम से वही जालसाज ने अपनी नोकरी बनायी ।जावेद साहब की मेहरबानी से ये 12साल से मुजीक डारेक्टर आसेसियेशन मे महीना 3लाख रुपया सेलेरी लेते हुऐ बैठा है ,अलग अलग बहाने बाजी और केस के बहाने से करीब 15करोड रुपया रायटर आसेसियेशन और MCAl का बरबाद करचुका जो की हमारे बरादरी के लोगो के वेल्फेर का पैसा था।.
अब जब मै ने अपने साथीयो को साथ लेकर 700लोगों के दस्तखत लेकर clb मे lPRSके mismanagment के खिलाफ केस किया जो की जावेद साहब अगर करते तो इतने सारे पैसो की बरबादी न होती और फैसला भी कबका होजाता। ये जालसाज जावेद साहब की मशरुफियत का फायदा उठाता रहा। हमारे केस से lPRS वालो मे हडबडी मची ।जल्द ही फैसला भी होनेवाला है। इस बीच दिल्ली से सारे मेम्बरो को नोटीस आयी थी उसका जवाब भी मेम्बरो को परेशान न करते हुए हम ने दिल्ली जाकर दिया।इन सब बातो का परिनाम यह हुआ के iprs चारो ओर से घीर गयी।इसी बात का फायदा उठाते हुए जावेद साहब और ग्रुप (जीस मे MCAl के कमीटी वाले ही है। जो लोग बाकी मेम्बरो को अहमीयत नही देते न देना जरुरी समझते।)के लोगो ने iprs वालो से न जाने किन मुध्देा पर कॉमपरो करके समझोता ऑफर कबूल किया।किसी मेम्बर को पता नही है सम्छोता किस बात पर हुआ है सारो को अन्धेरे मे रखकर iprs के समझोतेपर दस्तखत करने कहा जारहा है ।जावेद साहब पर भी शक होरहा है के वो हम साधारन मेम्बरो के फेवर मे है या नही वरना इस तरहा लोगो को इत्लाह दिए बगैर कोई कदम कैसे उठाते?करोडो रुपया जो लोगोंके हक्क का बरबाद हुआ है इस का जिम्मेदार कौन है?
दोस्तो हम ने हमारी डिमांड Clb Court के सामने रखदी है।जल्दबाजी मे गलत लोगो के बहकावे मे आकर iprs के समझोतेपर दस्तखत न करे ।12साल मे मेम्बर के पैसो की बर्बादी करने वालो को हमारे केस के फैसले के बाद जवाब देना मुश्कील होजायेंगा इस लिए समझोता वाली चाल खेल ी जारही है । दोस्तो मै सब के हक्क की बात करता हुँ इसी लिए मेरे सामने बात करने की इन लोगे की हिम्मत नही होती है ,चुपचाप चाल चली जारही है ।दोस्तो मुझे कोई कुर्सी का लालच नही है सिर्फ मेम्बरो का हक्क उन्हे मीले और दोबार iprs कीसी गलत लोगो के कब्जे मे नजाए जो पहले ही iprs से चोरी के इल्जाम मे निकाले जाचुके है ।ऐसे लोगो को हम दुर ही रखे तो बेहतर है।. जल्द ही iprs मे अँडमीस्टेटर आजायेंगा और हमारी मुश्किले हल होंगी। iprs ने मुझे,सय्यदभाय और s.r.भरतीजी को ससपेंड किया है फिर भी हम लडते रहे। आजतक इस केस के लिए कोई खर्च किसी से भी नही लिया गया ना मुझे चाहीए । आप के भलाई की लडाई मे आप के साथ की उम्मीद है । किसी भी समझोते पर दस्तखत करने से पहले सोचो हम दोबारा उसी खाई म न गिर जाए जहॉ से निकलना चाहते है ।.
दोस्तों सालाना 1500 करोड रुपये की इनकम है रॉयल्टी की जिस के बदलने आज सिर्फ 50करोड lPRSमे जमाने हो रहा है बाकी पैसा मीलीभगत से मुझीक कंपनीयॉ खारही है।इसे रोकना है।यह आप का पैसा है।🙏
*आशफाक खोपेकर*
Ashfaque Khopekar
Please forward this message to music director and lyrics writer .