थकान मेहसूस न होंगी जिन्दगी के सफर की हमराज हमसफर गर साथ है।
आसां होगा मुश्किलो से निकलना गर सब्र और हिम्मत एक साथ है।.
न जमाना खराब होता है यारो न वक्त खाराब होता है।
इन्सान की हरकतो से ही उसका नसीब खराब होता है।.
(आशफाक खोपेकर)
13 अगस्त 2016
थकान मेहसूस न होंगी जिन्दगी के सफर की हमराज हमसफर गर साथ है।
आसां होगा मुश्किलो से निकलना गर सब्र और हिम्मत एक साथ है।.
न जमाना खराब होता है यारो न वक्त खाराब होता है।
इन्सान की हरकतो से ही उसका नसीब खराब होता है।.
(आशफाक खोपेकर)