इम्तेहान नही होते दोस्ती मे जब दो जिस्म एक जान होते है दोस्ती मे।.
कुर्बानीयो का जज्बा निखर आता है सच्ची दोस्ती मे।.
कमजोर पडजाते है रिश्ते फिर भी जिन्दगी बीतजाती है दोस्ती मे।.
लुत्फ जरुर उठाना कुदरत की इस अन्मोल नियामत का।.
सुकुनो चैन अता होता है दिल को दोस्ती मे ।
(आशफाक खोपेकर )