दिल को बहलाने तकदीर का बहाना अच्छा है।.
दुःखो को भुलजाने तकदीर का बहाना अच्छा है।.
अच्छे बुरे की पहचान दोस्तो वक्त जरुर कराता है।.
कठिन सफर है जिंदगी का संभलकर चलो तो अच्छा है।.
*आशफाक खोपेकर*
जख्मो को सहलाने की उम्मीद न कर जख्मो को कुरेदने का आदी है ज़माना।
जज्बात बेहतर है सिने में छुपाना कद्र करने वालों का न रहा पता-ठिकाना।
रोनाधोना चुपचाप ही हो तो अच्छा दुखों मे शामील होना होगया रस्म पुराना।.
एक ही मन्तर चलता है आज जिसका भरा है खज़ाना उसीके पिछे जमाना।.
*आशफाक खोपेकर*