एक खेत में कुछ मजदूर काम कर रहे थे। एक गहनता काम करने के बाद वे बैठकर आपस में गप्पें मारने लगे। यह देखकर खेत के मालिक ने उनसे कुछ नहीं कहा। उसने खुरपी उठायी और खुद काम में जुट गया। मालिक को काम करता द
भाग - 4 इधर... मोहनी को इसी शहर में शिक्षिका की नौकरी लग गई थी, जिसके कारण वह कुछ दिनों तक मायके में हीं रहने का मन बनाकर ससुराल से मायके आयी थी।और.... रोहन ने भी लगभग एक महीने की छुट्ट
भाग - 3लगभग पाँच दिन मोहनी को यूं ही मायके में निकल गया, लेकिन वह खिड़की एक - दिन भी नहीं खुली। मोहनी को यह समझ में नहीं आ रही थी कि उसे क्या हो गया है....? क्या वह कमरा खाली करके चला गया,
भाग - 2खैर बारात भी आयी, और मोहनी को रोहन से विवाह भी हो गया। कुछ दिनों के बाद मोहनी अपने ससुराल से वापस मायके
घर मे शादी का माहौल था । दुल्हा तैयार हो रहा था । बैण्ड बाजा सब तैयार था बस इंतजार था तो पहलवान ढोलवाले का।आस पास के सभी गांव मे उसके ढोल के बगैर कोई बारात नही निकलती थी वो बजाता ही ऐसा ढोल था कि जिसे
गेहूं की बोरी पीठ पर लादे हुए मनोहर चंद ही कदम चल पाया था कि अचानक उसके कदम लड़खड़ाने लगे। आंखों के सामने अंधेरा छा ग
एक बार एक राजा था। एक दिन वह बड़ा प्रसन्न मुद्रा में था सो अपने वज़ीर के पास गया और कहा कि तुम्हारी जिंदगी की सबसे बड़ी ख़्वाहिश क्या हैं? वज़ीर शरमा गया और नज़रे नीचे करके बैठ गया। राजा
आज राहुल ओर जयश्री के जीवन का कितना खूबसूरत दिन है शादी के १० साल बाद आज पहली बार भगवान ने जयश्री को माँ बनने का सोभाग्य दिया है ।।। यह १० साल का समय कैसे बीता सिर्फ़ वो दोनो ही जानते है शुरू श
कवाक बोल ओर सुन नही सकता पर जिस तरह वो इन पंक्षियो की चहचाहट पर मुस्करा रहा है उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो वोपरिंदे ओर कवाक एक दूसरे से बात कर रहे है... कौन है ये कवाक? कहाँ से आया है ? इन सवालों
एक बार एक चोर जब मरने लगा तो उसने अपने बेटे को बुलाकर एक नसीहत दी:-” अगर तुझे चोरी करनी है तो किसी गुरुद्वारा, धर्मशाला या किसी धार्मिक स्थान में मत जाना बल्कि इनसे दूर ही रहना और दूसरी बात अगर कभी पक
एक बार एक गुरूजी अपने शिष्यों को भक्ति का उपदेश देते हुए समझा रहे थे कि बेटा पक्के साधक बनो, कच्चे साधक ना बने रहो । कच्चे पक्के साधक की बात सुनकर एक नये शिष्य के मन में सवाल पैदा हुआ !उसने पूछ
रात दस बजे लगभग अचानक मुझे एलर्जी हो गई।घर पर दवाई नहीं, न ही इस समय मेरे अलावा घर में कोई और, श्रीमती जी बच्चों के पास गोवा और हम रह गए अकेले। ड्राईवर भी अपने घर जा चुका था बाहर हल्की बा
एक बार एक व्यक्ति कुछ पैसे निकलवाने के लिए बैंक में गया। जैसे ही कैशियर ने पेमेंट दी कस्टमर ने चुपचाप उसे अपने बैग में रखा और चल दिया।उसने एक लाख चालीस हज़ार रुपए निकलवाए थे। उसे पता था कि कैशियर ने ग़ल
एक बार देवर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन वन में जा पहुँचे।वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ी घनी छाया वाला सेमल का वृक्ष देखा। उसकी छाया में विश्राम करने का विचार कर नारद उसके नीचे बैठ गए।नारद जी
बिछड़े तब जाने भूले मन पछताने अनोखी प्रेम कथा लेखक - रामजी दौदेरिया अध्याय २ कुलीन और टूटी काॅलेज आ जाते है, काॅलेज में बहुत से लड़के लड़कियाँ यहाँ वहाँ घूम रहे है। कुलीन अपनी क्लास
प्रस्तावना दुनिया में ज्यादातर देशों में पति पत्नी के बीच में जब तक प्यार होता है तभी तक वो साथ रहते हैं ! या जब तक वो शारीरिक संबंध से एक-दूसरे से संतुष्ट रहते हैं तभी तक वो साथ रहते हैं,
संस्कार कही से खरीदे नही जाते वो तो अपने घर से मिलते है अपने बडे बुजुर्गो सिखाते है पहले के समय मे संयुक्त परिवार हुआ करते थे तो सबलोग मिलकर रहा करते थे मां बाप दादा दादी भाई भतीजे सब मिलकर रहते थे तो
जीवन में एक ऐसा मोड़ भी आता है जब हम खुद सोचने लगते के हमने क्या खोया है ओर ओर क्या पाया है । जब पीछे मुड़कर देखते है तो सब बातें चल चित्र के जैसे आँखो के सामने घूमने लगती है , आज मन क्यूँ सब याद कर