दिनाँक : 14.11.2021
समय। : शाम 7:30 बजे।
प्रिय सखी,
रविवार कैसा रहा? मुझे तो रविवार दोपहर के बाद से 'बटरफ्लाईज़ इन द स्टमक' की फीलिंग होनी शुरु हो जाती है। दिमाग में एक एजेंडा सेट होने लगता है कि कल आफिस जाकर फाइलों को निपटाने का क्रम क्या रहेगा।
केंद्र सरकार के राजभाषा मंत्रालय की ओर से 13 और 14 नवंबर , 2021 को वाराणसी स्थित ट्रेड सेंटर में दो दिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया गया था जो आज समाप्त हो गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह जी ने की। इसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद थे। हजारों लेखकों ने इसमें पार्टिसिपेट किया। केंद्र और राज्य सरकार के सैकड़ो कार्यालयों को भी आमंत्रित किया गया था। हमारे कार्यालय से 2 अफसर गए थे। उनकी शनिवार और रविवार की छुट्टी की छुट्टी हो गई।
उसके साथ ही कल से टीवी देखकर मन बड़ा ही व्यथित हो रहा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं संविधान निर्माता सभा के सदस्य रहे दादा किशोरी मोहन त्रिपाठी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ते हुए त्रिपाठी परिवार के दोनों बेटों ने सैनिक बनकर देश की सेवा करने का फैसला लिया था। उसमे से कर्नल विप्लव त्रिपाठी, असम राइफल्स के खुगा बटालियन के कमांडिंग अफसर (41), उनकी पत्नी अनुजा (36), बेटे अबीर (पांच वर्ष ) और अर्धसैनिक बल के चार जवानों की मणिपुर के चुराचन्दपुर जिले में शनिवार को उग्रवादी हमले में मौत हो गई।
करनाल विप्लव के 5 वर्षीय बेटे का स्कूल का वीडियो जिसमे वह कहता है "जिंदगी तो अपने कंधों पर जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो जनाजा निकलता है।", आंखों में बार-बार पानी ला रहा है। कब रुकेगा ये सब! क्या मिलेगा इस सब से?
आपके पास कोई उत्तर हो तो जरूर बताना सख़ी।
आपकी भावुक सखी,
गीता भदौरिया