22 नवम्बर 2021
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साहित्य के वृहत सागर में एक ओस की बूंद, जिसके सपने बहुत बड़े हैं और पंख छोटे। छोटे पंखों के साथ अपना आसमान खोज रही हूँ। प्रकाशित पुस्तकें: - अभिव्यक्ति या अंतर्द्वंद - 'राम वही जो सिया मन भाये' D
कोई भी किताब कल का इतिहास होता है और इसी बात से को मद्देनजर रखते हुए अपनी बात बड़ी संख्या में रखते हैं। खामियां दुसरे में ही निकालते हैं। यह बात तो यह सत्य है साबित होतीं हैं कि मंदिर का फैसला कोर्ट ने किया है न कि मोजूदा सरकार ने संसद में प्रस्ताव बिल लाकर जैसे तीन तालाक का लेकर भी आए थे। कि बोर्ड की सेटिंग सही नहीं है फिर कभी चर्चा होगी। विचार अच्छे हैं। शुक्रिया
27 नवम्बर 2021