राजीव भाई का एक बार एक्सीडेंट हुआ था. तब वो आजादी बचाओ आंदोलन चलाते थे. उनकी एक स्पेशल बस थी जो दुर्घटना में पलट गई थी और राजीव भाई को उसमे बहुत चोंते आई थी. डॉक्टर ने कहा कि आपको तो 2-3 महीने बेड रेस्ट करना पड़ेगा क्योकि आपको कई प्रकार की इंजरी है कई तो अंदरूनी भी है. राजीव भाई ने उनको कहा कि आप अपनी डॉक्टरी अपने पास रखो मुझे सिर्फ ये बता दो कि कहा कहा इंजरी है. तो डॉक्टर ने उनको बता दिया कि कहा कहा इंजरी है.
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उसके बाद राजीव भाई ने कुछ कैलकुलेशन किए और उन्होंने अरनीका (Arnica) जोकि होम्योपैथिक मेडिसिन है है उसकी हाई पोटेंसी जिसमे दवा सबसे कम होती है वो ली. ओर आप यकीन नहीं करेगे 3 घंटे बाद राजीव भी अपना लेक्चर दे रहे थे. लोग हैरान थे कि इनका तो कल एक्सीडेंट हुआ था इनको तो बिस्तर पर होना चाहिए था. तो आप देख लो इतनी ताकत है होम्योपैथिक की दवाओं में. एलॉपथी वाले डॉक्टर इसी केस में 2-3 महीने बेड रेस्ट करवाते है और प्लास्टर बाँध देते है. राजीव भाई ने प्लास्टर नहीं बाँधने दिया. क्रेक थे फिर भी नहीं. उन्होंने हड्डी को बराबर किया ओर पट्टी लगा ली. ये दवा इतनी पावरफुल है कि टूटी हुई हड्डी को भी कुछ घंटो में जोड़ देती है. ये आयुर्वेद का एक सिधांत है कि दवा को सूक्षम रूप में लेना जो सबसे ज्यादा प्रभावी है.
नोट : एक बात का ध्यान हमेसा रखे कि किसी होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह से ही ले. वही बताएगा कि कितनी दवा लेनी है