हिन्दुओ ने मूर्खता की हद ही कर दी
है कौन साईं, इसका असली नाम तक नहीं जानते पर मूर्खता में जैसे हिन्दुओ ने पीएचडी ही किया हुआ है
ऐसे ही नहीं हिन्दुओ की ये स्तिथि है, की बहुसंख्यक होते हुए भी मार खाते रहते है
चाँद मिया पहले तो बन गया साईं, फिर साईं बाबा हो गया
पीर ही था, फिर देखते ही देखते ये साईं राम होने लगा, अब हिन्दू भगवान् हो गया
न किसी ग्रन्थ में इसका जिक्र, न इसका नाम, न इसके अब्बू अम्मी का नाम हिन्दुओ को पता
पर साईं राम साईं राम होने लगा
देखते ही देखते साईं राम से ये साईं श्याम भी हो गया
फ़िर हनुमान चालीसा जैसे साईं चालीसा भी मार्किट में आ गयी, और अब ये साईं राम और साईं श्याम से साईं शिव भी हो गया
धंधेबाजों ने मंदिरो में गणेश, शिव राम कृष्ण से भी बड़ी साईं की मूर्ति रखनी शुरू कर दी
और अब तो हद ही हो गयी की एक नया नया रिंगटोन मार्किट में आया है
"सबसे महान है साईं"
यानि शिव राम कृष्ण पीछे है, साईं सबसे ऊपर है
और अव्वल दर्जे के मुर्ख हिन्दू ये रिंगटोन लगाकर घूम रहे है, आखिर हद होती है मूर्खता की
पर हिन्दू लगता है नए नए रिकॉर्ड बनाकर सनातन धर्म को नष्ट करके ही मानेंगे