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जीवन

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इतिहास में मीराबाई का नाम बड़े आदर और सत्कार से लिया जाता है मीराबाई मध्यकालीन युग की एक कृष्ण भक्त कवियित्री थी जिन्होंने श्री कृष्ण को प्राप्त करने के लिए भक्ति मार्ग चुना और हमेशा भजन तथा कीर्तन के

पेड़ पौधे खेत खलिहान,चहुंओर हरियाली छाई।प्रकृति की मोह माया में,रश्मि प्रभा सी लाली छाई।।सूर्य उदय की बेला में,निर्जल सी अविरलता छाई।किरणों ने छटा बिखेरी,धरा ने भी रौशनी बिखराई।।पंछियों ने पंख पसारे,आ

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गांधी जयंती गांधी जी को स्मरण करने का पुण्य दिन है। 2 अक्टूबर 1869 को गांधी जी के जन्म हुआ था। इसलिए कृतज्ञ राष्ट्र उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

अहिंसा परमो धर्म का अर्थ है की , किसी से लड़ाई और हिंसा किए बिना अपने उद्देश्य व लक्ष्य की प्राप्ति करना । अहिंसा के मार्ग पर चलकर हम मानव जीवन में काफी बदलाव ला सकते हैं । संसार में एक नया आयाम

महात्मा गांधी की जीवनीप्रथम महायुद्ध के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम एवं राजनीति में अनेक गुणात्मक परिवर्तन आए महात्मा गांधी यह गुणात्मक परिवर्तन करने वाले राष्ट्रीय नेताओं में अग्रणी थे 1919 के बाद

मीराबाई की जीवनी... पायो जी मैंने नाम रतन धन पायो।बस्तु अमोलक दी म्हारे सतगुरु, किरपा कर अपनायो।जनम जनम की पूंजी पाई, जग में सभी खोवायो।खरचै नहिं कोई चोर न लेवै, दिन-दिन बढ़त सवायो।सत की नाव खेवहि

कुश(तिनका) को मत समझो छोटा,यही खग नीड़ बनाता है।तरू की डाल पर तिनका,सुंदर खग नीड़ बनाता है।।किसी के सपनों का श्रृंगार ,किसी के जीवन जीवन का घर-बार।किसी के जीवन का मकसद,कुश का महत्व भिन्न-भिन्न सार।।तृ

जब भी देखती हूँ चाँद 🌕 को , तो याद तुम्हारी आ जाती है . . .क्योंकि अक्सर मैंने तुम्हारी बातों में ,चाँदा तारो की ही जिक्र सुना करती थी ।miss u a lot😔✍🏻रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )

इतने दिवाने हो गये थे , चाँद तारो के , कि बिना बताये ही ,इतनी जल्दी हमको छोड़ कर चले गये ॥रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )

भूल क्या हुई उनसे, क्या हुई खता ..मुझको मेरे रब्बा ..जरा तु ये बता ..क्यों छीन लिया एक पिता से ..उसके जीने की एक वजाह को ..😔😭✍🏻 रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )

वो सारे दिल को सुना कर गये ,जो आपके चाहने वाले है ।इस दुनियाँ से अचानक चले जाने के ...गम में सब के दिल में दर्द औरआँखों में आँसू भर गया ...          दर्द कम नहीं हो रहा ह

रास नहीं आयी तेरी काबिलियत ,डर गये थे तेरी काबिलियत से,खुद ना खत्म हो जाये ,इसलिए तुझे ही खत्म कर दिया ..😔💐😔😢😢😢😭😭😭

हर सुबह हमें नया संदेश देती है।नये जीवन के लिए नई सांस देती है।करती है हर दिन भानु का अभिनन्दन।शशि की विदाई कर शुरुआत करती है।।हमें कहती हैं उठो जागो और बढो मंजिल की ओर।खग चहचहाने लगे हैं तरू पर हो गय

    पापा जी घर आए लेकिन उन्होंने किसी को कुछ भी नहीं बताया । ना मेरी दादीजी को ,ना बुआ जी को और ना दादा जी को ही । मेरी नानी जी ने किसी के यहाँ जाकर टेलीफोन से फोन किया और बताई कि मेरी दादी

जो मेरे 4 मिनट छोटी है ।😊💞जब जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का कार्य शुरू हुआ । तब नर्स ने नाम पूछा  तो मेरी मम्मी ने जल्दी ही नाम बता दिया , क्योंकि वो तो पहले से हि हम दोनों बहनों का 

आप जाने कितने दिलों को सुना कर गये ...जाते - जाते लाखों लबों की मुस्कुराहट ले गये ...I miss. u Sushant Sir💐💐😢😔😔😔

बहुत हँसी - मुस्कुराहट देखा था मैंने ,मगर तेरी मुस्कुराहट कुछ अलग ही थी ।तुम्हारे हँसी में भोलापन था , जादू था ,जिसे देख लोग मुस्कुरा देते थे ।हर बार तुने हँसाया था ,इस बार क्यू रुला गया ।हमसे क्या गु

💐तुझे  जितना😔 भुलाना चाहा ,💐💐तुम उतना 😰याद आये ।💐💐कैसे करू इकरार 🙁के हाँ !💐💐तुम इस ☹️जहाँ को छोड गये ।💐         ☹️  💐💐💐💐💐💐☹️✍🏻 रिया सिंह सिकरवार "

जिंदगी भी क्या पहेली,समझ गया तो सहेली।जो न समझ सका तो,होती है अनबूझ पहेली।।जिंदगी जीने का ढंग,तय करे खुद इंसान।कभी कभी न समझे,बदल जाता है इंसान।।जिंदगी की पहेली भी,अजीबोगरीब कारनामे।कभी खुशी तो कभी गम

हे जन तेरी इस भोली सूरत में संसार छुपा है।इस सारी दुनिया का दुख दर्द छुपा है।कितनी मशक्कत करनी पड़ती है जिंदगी को चलाने के लिए।कितनी तपस्या करनी पड़ती है मनुष्य जीवन पाने के लिए।सारी दुनिया के दर्द छु

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