हे माधव तुम कौन हो
द्वापर युग के महान प्रणेता
कान्हा बाल गोविंद कन्हैया
कृष्ण मुरली मनोहर माखन चोर
ताथा थैय्या नाचते गोविंदा
कांधे लकुटिया माथे मुकुट पंखे मोर
अघासुर वकासुर पूतना सकटासुर
कालिया दहन मान मर्दन दहि मटकी फोड़।।
हे माधव तुम कौन हो
अंजलि दधि माखन पे अभिनेता
राधा गोपियों संग महारास रचैया
कंदब तरु यमुना के किनारे वंशी शोर
चीर हरण निर्वस्त्र गोप बालाएं नहाते
बाल लीला से सुर नर मुनि देव मोहते
नंद यशोदा को रुठते मनाते
राम बलराम गोकुल से चले मथुरा की ओर ।।
हे माधव तुम कौन हो
असुर मान मर्दन कंस बध क्रेता
मल्ल युद्ध महाबली असुर नशैया
कुब्जा प्रेम वसुदेव देवकी बंदी गृह छोड़
हस्तिनापुर पांडव के सखा बने
द्रोपदी के सम्मान में बढ़ाएं चीर
कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञान की गंगा वहैया
जय हो योगी राजन द्वारिकाधीश नंदकिशोर।।
राजन मिश्र
अंकुर इंक्लेव करावलनगर
दिल्ली 94
9899598187