यारों की यारी पर सबकी दुनियादारी है
धक्का मुक्की रिश्तों पर बाजार भारी है
हर दिल में चोर है चोर ही यहां पे मोर है
मोर की मुलाकातें चोर बारदात कर्पूरी है।।
यूं जान पहचान से पहले बात जरूरी है
नजरों से नजरों की मुलाकात जरूरी है
हाले दिल कहीं भी चुपचाप नहीं बैठता
प्यार में कुछ कुछ यूं खुराफात जरूरी है ।।
प्यार तो प्यार मे व्यापार करे ठीक नहीं
गुस्से मे प्यार का इजहार करे ठीक नहीं
प्यार को प्यार ही रहने दो सौदा न करो
प्यार नायाब हीरा है कोई नही मजबूरी है ।।
नफरतें बिकती है बाजार में खरीदार भरे
प्यार दरवाजों में बंद है पहरे भरमार खड़े
कोशिशें करके देखो कैसे प्यार मिलता है
इश्क़ में हुश्न की पहरेदारी एक मगरूरी है ।।
बात कर मुकरना हुश्न वालों आदत होती है
मुलाकातें अनदेखी करना यूं चाहत होती है
कभी कभी नजरों से नजरें चुराने की अदा
दुनिया राजन की आदत में भी हां हजूरी है ।।
राजन मिश्र
अंकुर इंक्लेव
करावल नगर दिल्ली 94
9899598187