नमो-नमो हे अंबे महागौरी माता
ॐ जगजननी ममतामयी दाता
अंबे मां सिंहवाहिनी कृपारुपणी
अष्टभुजी मन मुद् मंगलदाता ।।
बरदायनी शिवशंकर की अर्धांगिनी
जय रमा शिवा आदिशक्ति ब्रह्माणी
अद्भुत सूर्यप्रभा मुखमंडल की शोभा
सौम्य शांति मुद्रा अभय बरदाता ।।
कर में खड्ग गले में मुंडन माला
रौद्रमुखी रण में विचरे महाकाली
स्वजन दीन को ममता भाव निहारे
जय जय गजबदन षडानन माता ।।
दया करो गौरा मां हम दीन दुखारी
शरणागत हम आए हैं शरण तिहारी
कंचन थार कपूर की ज्योति जलाई
तुम जीवन की मैया भाग्यविधाता ।।
अभय करो मनवांछित फल पाऊं
जब तक जीऊं तेरे सदा गुण गाऊं
राजन मनमंदिर में ज्योति जलाएं
शरणागत हम है भवनिधि की त्राता।।
राजन मिश्र
अंकुर इंक्लेव
करावल नगर दिल्ली 94