दिल इधर मोम का है उधर तो शायद पत्थर होगा
प्यार मुझी को है तुमसे , तुम्हे तो मुझसे क्या होगा
इस जन्म का बिछड़ना तुम याद रखना
अगले जन्म मे शायद मिलना होगा
हम तुम्हे याद करके , रो रो के मर जायेगे
तब शायद तुम्हारा आना होगा
तुम्हे दर्द देने की आदत है, मुझे दर्द सहने की
फिर भी हमको मुस्कुराना होगा
हवाओ से कह दो दोस्त, आज की रात धीरे चले
क्युकि आज की रात दिया बनके, उनकी देहलीज पे जलना होगा