कौन तेरी मासूम नज़रो से गिरना चाहता है
मैं आँसू हू मुझे पलकों मे बन्द कर लो
अगर अपना समझती हो मुझको ,
तो ख़ुद के इतना क़रीब रख लो
मैं धड़कन हू , मुझे दिल मे अपने बन्द कर लो
प्यार का ये अफ़साना आख़िर कोई तो मोड़ लेगा
तेरा और मेरा रिश्ता कौन है जो तोड़ देगा
ख़ुदा भी हम पे मुस्कुराएगा
दिल से अपने, हम को दुआ देगा
मै रूह हू तुम्हारी , मुझे अपने ज़िस्म मे बन्द कर लो
अगर मे चाँद हू तुम्हारे ख्वाबों का
तो आज और अभी मुझे , अपनी जुल्फों मे बन्द कर लो