दिल जब से टूट गया
हम पे से मोहब्त का सुरूर उतर गया
दिल जब से टूट गया , लगता है यू
चाँद के पास का सितारा टूट गया
वो कल आए रास्ते मे नज़र, तो यू लगा
ज़िन्दगी से ज़िन्दगी का नाता टूट गया
दिल मे रहते थे उनके कल तक
आज उस दिल से हर नाता टूट गया
दिल जब से टूट गया
हमको मिला था चाँद मगर
साथ छूटा जो उनका , गुरुर उतर गया
मोहब्त का तकाज़ा इतना ज्यादा निकला
मूल और ब्याज मे "विकास" बिखर गया
दिल जब से टूट गया
खुदा का मन्दिर बिखर गया
मेरे सामने उन्होंने , थाम लिया गैरो का हाथ
मेरे प्यारे चेहरे का नूर उतर गया
दिल जब से टूट गया