हम तो खामखा हि ज़िन्दगी से छले गए
मुझको मरा जान के सारे दोस्त चले गए
दिल मेरा तोड़ के वो तो चले गए
उनका क्या गया विकास'' हम तो प्यार मे छले गए
हम तो खामखा हि जिन्दगी से छले गए
जितने भी अच्छे लोग थे ज़िन्दगी से चले गए
मुझको दुआ ना दो लम्बी उम्र कि
मेरे हसने हँसाने के दिन चले गए
मै पुकारता हु उनको मगर वो आते नहीं
मेरी ज़िन्दगी के अच्छे दिन जाने कहा चले गए
ये तन्हाईया और अन्धेरी तूफानी रात
मुझे चिराग कि तरह जला के तुम कहा चले गए