वक़्त तूने फिर वही कहानी दोहराई
फिर से दिल टुटा
फिर से आँख भर आई
फिर से तन्हाई
फिर से रुस्वाई , फिर से बेवफाई
फिर से दिल तूने प्यार में चोट खाई
कहा खो गई है मंज़िल
कहा चला गया है रास्ता
तुझसे बिछड़ के जाना
जिस्म से जुदा हो गई परछाई
बेवफा तूने मेरी दुनिया जलाई
सावन कि बरसात भी
ये आग बुझा ना पाई
क्यु हमने तुझसे प्रीत लगाई
वक़्त तुने फिर वही कहानी दोहराई