रात के आसमान पर जब चाँद निकलेगा
बावरा मन प्यार को तरसेगा
तुमको भी कुछ होगा , मुझको भी कुछ होगा
जब प्यार का प्यासा सावन , हम दोनों पर बरसेगा
प्यार मे नहाने को , भीग ही जाने को
हम दोनों का मन मचलने लगेगा
हाथो मे हाथ होगा , साथी का साथ होगा
हम दोनों के मिलने से प्यार का फूल खिलेगा
रात के पलंग पर मैं हु और तुम हो
वक़्त का दरिया आज धीरे धीरे बहेगा