तुमको पाया है मैंने जबसे
पहले तुमको देखता हु फिर खुद को देखता हु मै आजकल दुनिया को कम देखता हु तुमको पाया है मैंने जबसे, मै खुद को खुदा के करीब देखता हु मेरे रूबरू होकर जब भी निकलो , मुझसे मिल जाया करो मै जल जाता हु ,जब तुम्हे नहीं देखता हु मेरे करीब आकर मुझमे रहने लग जाओ म