जब जिन्दगी को कहा मैंने अलविदा
हर आंख मे थे आँसू , जब जिन्दगी को कहा मैंने अलविदा
मेरा हर रास्ता तुम तक जाता था
मै कही भी रहता था तुम मे ही लौट के आता था
अब लौट के नहीं आऊंगा , प्यारे दोस्त अलविदा
मरने के भी मौसम आते है
बिछड़ने के भी मौसम आते है
जाने क्यु अपनों से अपने रूठ जाते है
सोचता हु फिर , सोच को कह देता हु अलविदा
मुझ मे सिमट जाओ थोड़ा सा लिपट जाओ
आ जायेगा दिल को करार , बेचैनी को कह दूंगा अलविदा
आ साथी आ झूम के मुझमे आ
थोड़ा करीब आ इतने करीब आ
के तुझमें और मुझमें कोई अन्तर ना रहे
तुझको खुद मे समेटे दुनिया को बोल दू अलविदा