कभी हमको ख़ुदा बना देते हो
कभी नज़रो से गिरा देते हो
ये कैसी है तुम्हारी अदा
हमको रुला देते हो
कभी नज़रो मे बसा लेते हो
कभी नज़रो से गिरा देते हो
ये कैसी है तुम्हारी अदा
हमको जला देते हो
कभी अदा से बहला देते हो
कभी मुस्कुरा के काम निकाल लेते हो
ये कैसी है तुम्हारी अदा
जो हमको भूला देते हो