तलाश जारी है उन लोगो की जो खो गए है
जिन्दगी के अन्धेरे रास्तो पे , मुझ से चल कर गए जो ,
मंजिलो के रास्तों पे
लाऊ उनको अब ढूंढ के कहा से
जो चले गए है इतनी दूर की मै
जा नहीं सकता उन रास्तो पे
अब भी वक़्त का दरिया बह रहा है
कोई इसमें डूब और कोई तेर रहा है
पीछे अब जा नहीं सकते , कुछ वहा से ला नहीं सकते
मेरी आँखों का पानी भी अब सुख चूका है
तो अब मुनासिब है की मै चल पडू , अब नए रास्तो पे
याद उनकी है की जाती नहीं , कोई हसी लबो पे अब आती नहीं
मैं फिर से मुस्कुराना चाहता है
मिल जा मुझको फिर से यादों के हसीं रास्तो पे
गम के जंगल मे हम अकेले है
कोई आती नहीं रौशनी , यहाँ तेरी यादो के साए धने है
हम रोज जख्मों पे जख्म खाते है
हम तेरी यादो मे , आँखों से बहे , अश्को का पानी पीते है
रब ही जाने हम कैसे जीते है
तुझ बिन अब जिन्दगी चल पड़ी है , मौत के अन्धेरे रास्तो पे
हर चेहरे मे तुझे - मेरी नजर खोजती है
कही तेरी सूरत नज़र नहीं आती है
मैं आईने से तुझे वापस माँग लेना चाहता हू
मैं वक़्त की हर अदा का कर्ज , अदा कर देना चाहता हू
तुझको वक़्त से वापस माँग कर
मै फिर से तेरे साथ चलना चाहता हु , जिन्दगी के बेशूमार रास्तो पे