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भाग 21 जुदाई

4 जनवरी 2022

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अब तो रवि की दिनचर्या ही बदल गई थी । रात में जागरण होगा तो दिन में नींद आयेगी ही । स्कूल में भी ऊंघने लगा था वह । अध्यापकों ने इसकी शिकायत सरपंच साहब से कर दी । सरपंच ने खूब डांटा रवि को । रवि ने भी बहाना बना दिया कि वह रात को देर तक पढ़ता रहता है इसलिए दिन में नींद आ जाती है, वह क्या करे । सरपंच साहब मान भी गये । अविश्वास करने का कोई कारण नहीं था उनके पास ।

रवि और मीना भाभी की "प्रेम लीला" खूब हिट हुई । मीना भाभी को भी एक साहित्यिक अभिरुचि का प्रेमी मिल गया था जो बातें बनाने में माहिर था । शब्दों की बाजीगरी कर सकता था । शेरो शायरी कर सकता था । उसकी आंखों, लबों, बालों, गालों पर कविताएं सुना सकता था । स्मार्ट तो था ही वह , होशियार भी था । और क्या चाहिए उसे ?  मीना भाभी और रवि का प्रेम परवान चढ़ने लगा । उन्होंने समाज की सब मर्यादाओं को लांघ लिया था । इस सबका नतीजा यह हुआ कि रवि बड़ी मुश्किल से पास हुआ था उस साल । सबको बड़ा आश्चर्य हुआ कि ऐसा क्या हो गया जो एक होनहार लड़का थर्ड डिवीजन से पास हुआ है ? इतना होशियार बालक अचानक मंद बुद्धि का कैसे हो गया । 

रवि की मां का पक्का यकीन था कि किसी ने रवि पर कोई जादू टोना कर दिया है । सरपंच के विरोधी लोगों ने किसी सयाने भोपा से मिलकर यह खेल किया है या फिर किसी दुश्मन ने कोई जादू मंतर चलाया है । रवि ने कहा कि ये जादू मंतर सब बकवास हैं मगर उसकी कौन सुने ? मां ने सब भोपा, जोगी, तंत्र मंत्र वाले आजमा लिये मगर कोई असर नहीं हुआ । मर्ज बढता गया ज्यों ज्यों दवा की । 

पर सब चीजें सबके कहाँ अनुकूल होती हैं । एक दिन जब संतोष दिल्ली से वापस गांव आया तो उसने रवि और मीना को हंस हंसकर बातें करते हुये देख लिया था । वह काफी दिनों से मीना में हुये परिवर्तन भी देख रहा था । मीना बिना किसी बात पर भी हंसती ही रहती थी । इससे संतोष को आश्चर्य होने लगा और वह समझ नहीं पा रहा था कि मीना ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है । रवि का उनके घर में आना जाना बहुत बढ़ गया था । 

दिल्ली में संतोष को भी समस्याएं रहती थी । कब तक खुद खाना बनाये ? घर का काम भी करे और ठेकेदारी भी करे । उसने शांति ताई से कहा "अबकी बार मैं मीना और मुन्ने को दिल्ली ले जाना चाहता हूं । कुछ आराम मिल जाएगा" । मीना यह सुनकर सन्न रह गई । मां के अकेले रह जाने का हवाला दिया । दिल्ली में कैसे रहेगी वह , यह भी दुहाई दी मगर संतोष ने गांठ बांध ली थी कि मीना को दिल्ली चलना है तो चलना है, बस । और कुछ नहीं । शांति ताई ने भी हामी भर दी थी । मगर मीना रवि को छोड़कर जाना नहीं चाहती थी । उसके सारे अरमानों पर पानी फिर रहा था । लेकिन उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा था । जबसे संतोष आया था रवि उनके घर गया भी नहीं था । रवि को बताना जरूरी था इसलिए मीना रवि के घर किसी भी बहाने से आई । रवि वहीं पर था । वह रवि की मां से बतियाने लगी । "पांय लागी चाची" 
"खुस रहो बेटा , कैसी हो"
"ठीक हैं चाची । तोहार बेटा हमका दिल्ली ले जावत हैं अबकी बार" । मीना ने जानबूझकर थोड़ी तेज आवाज में कहा जिससे रवि सुन ले । रवि भी यह सुनकर चौंक पड़ा था अचानक । रवि और मीना की नजरें मिली और मीना ने अपनी नजरें नीची कर लीं । इशारों से ही बता दिया कि वह जाना नहीं चाहती थी मगर उसे जाना पड़ रहा है । रवि की मां ने कहा 
"ई काम तो अच्छो कर रह्यो है संतोष जो तोय दिल्ली ले जा रह्यो है । संग में रहेगी तो वाकी रोटी पानी की व्यवस्था भी हो जायेगी और तू भी अपने आदमी के पास रह लेगी । आखिर यहां अकेली कब तक जवानी काटेगी । खूब सेवा करना वहां पर संतोष की" । 
मीना कैसे कहे कि वह जाना नहीं चाहती है । उसने अपनी सास का बहाना किया "मैं तो जाना नहीं चाहती हूं चाची । मां जी अकेली रह जायेंगी पीछे से । उनका कौन ध्यान रखेगा ? पर इन्होंने तो हठ पकड़ ली है इस बार । पता नहीं क्यों जिद करके बैठे हैं" ? 
"ठीक ही तो कर रहा है, संतोष । कब तक अकेला रहेगा बेचारा ? क्या सारी उमर ऐसे ही गुजारनी है ? दोनों संग रहोगे तो थोड़ा सुख भी पाओगे । मुन्ने का भी ध्यान अच्छे से रख पाओगे । रही शांति भाभीजी की बात , उनके लिये हम हैं न । उनकी चिंता मत करना" ।

सामान बस स्टैंड तक पहुंचाने के बहाने से रवि मीना के घर चला आया । मौका देखकर रवि ने मीना को अपने से लिपटा लिया और एक दीर्घ किस करके कहा "हमें प्यार का मीठा जल पिलाकर प्यास बढ़ाकर अब कहाँ जा रही हो , भाभी ?  कैसे जिएंगे तुम बिन, भाभी" ? 
"मीना भी कैसे रहेगी वहां पर , ये कैसे समझाएं आपको लाल जी ? हम तो मर ही जायेंगे तोहार बिन । आपको देखकर ही जीते हैं आजकल । आपको नहीं देखेंगे तो मर ही जायेंगे हम तो । तुम्हारे भैया मान ही नहीं रहे हैं तो का करें ? आप ही बताइए" ? 

रवि के पास में कोई जवाब नहीं था । उसे तो खुद की पड़ी थी । अब उसने मीना की मजबूरी देखी तो उसका हृदय भी द्रवित हो गया । कहने लगा "हम आपको कभी भूल नहीं पायेंगे, भाभी । आप हमारे दिल में हमेशा रहोगी" । 

"हम भी अपने दिल में हमेशा आपको बिठाये रखते हैं । अब कैसे निकाल पायेंगे हम आपको दिल से । पर का करें , कुछ हाथ में नहीं हैं हमारे । अब हमको जल्दी से बिदा करो । अपने चरणों की थोड़ी सी धूलि दै दो हमें, हम उसे सीस पर लगा लेंगे" । 

मीना ने रवि के पैरों के नीचे से थोडी मिट्टी ली और मांग में लगा ली । मीना मुन्ने को गोद में लेकर बाहर आ गयी और रवि सामान को लेकर । रवि उनको बस में बैठाकर  खाली दिल और खाली हाथ वापस आ गया । इस तरह दो दिल जुदा हो गए । 

आज मामीजी के आने से पुरानी यादें रवि के जेहन में उतर आईं । वो भी क्या दिन थे । रवि ने घड़ी की ओर देखा । दो बज रहे थे ।  रात बहुत हो चुकी थी । अगले दिन बेला और विनोद को दिल्ली घुमाना भी था इसलिए वह सोने की तैयारी करने लगा । 
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रचनाएँ
आवारा बादल
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एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसने अपनी जिंदगी अपने ही ढंग से जी । मस्तमौला प्रवृत्ति का यह व्यक्ति प्रेम के सागर में गोते लगाकर भी सफलता के नये सोपान गढ़ता चला गया ।
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बचपन का यार

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भाग 2 जन्नत

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आवारा बादल (भाग 3) प्यारा बचपन

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भाग 5 छैला बाबू

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20 दिसम्बर 2021
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भाग 5 छैला बाबू

20 दिसम्बर 2021
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भाग ( 7) बलि

21 दिसम्बर 2021
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21 दिसम्बर 2021
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भाग 9 मीराबाई

23 दिसम्बर 2021
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भाग 11. बिहारी

25 दिसम्बर 2021
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भाग 13 डील

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भाग 10 शीला चाची

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गतांक से आगे <div><br></div><div>बेला, रवि और विनोद 32 माइल स्टोन रिजॉर्ट के एक कमरे में बैठकर

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भाग 16 आरंभ

30 दिसम्बर 2021
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<div><span style="font-size: 16px;">दो दिन गुजर गये । इन दोनों दिनों में रवि घर से बाहर कम ही निकला

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(भाग 18) अप्सरा

2 जनवरी 2022
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<div><span style="font-size: 16px;">रवि के लिए यह कितना सुखद अहसास था । उसके रोम रोम से प्रेम रस बह रहा था । मीना ने उसके अरमानों को हवा दे दी तो वे पंख फड़फड़ा कर उड़ने लगे । सतरंगी इंद्रधनुष की तरह नजर

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भाग 18 अप्सरा

3 जनवरी 2022
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भाग 19 सुंदरकांड

3 जनवरी 2022
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भाग 21 जुदाई

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भाग 22 नामर्द

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सुबह के आठ बज चुके थे मगर रवि गहरी नींद में सो रहा था । दिल्ली की लाइफ ऐसी ही है । लोग रात को देर से सोते हैं और सुबह देर से जगते हैं । सब कुछ लेट होता है दिल्ली में । शादी भी लेट, बच्चे भी लेट । "उठो

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भाग 24 लव गुरु

5 जनवरी 2022
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विक्रम की बुरी तरह धुनाई होने के बाद रवि की क्लास में ही नहीं स्कूल में भी धाक जम गई थी । स्मार्ट तो वह बचपन से था ही , अपनी ताकत का लोहा विक्रम को धूल चटा कर सबको मनवा दिया था उसने । लड़कियों के लिए व

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5 जनवरी 2022
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नाश्ता करके रवि 32 माइल स्टोन पहुंचा । वहां बेला तैयार मिली । वह उसी का इंतजार कर रही थी । विनोद नहीं था वहां पर । रवि ने विनोद के बारे में पूछा तो बेला ने बताया कि कल रात को अचानक विनोद के घर से फोन

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भाग 26 प्रेमपत्र

9 जनवरी 2022
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रवि कक्षा 11 में गिरते पड़ते पास हो गया था ।.सरपंच साहब और रवि की मां बहुत गुस्सा हुए रवि पर लेकिन रवि पर अब डांट फटकार का कोई असर नहीं होता था । ढ़ीठ बन गया था वह । कभी कभी तो जब वह किसी लड़की को छेड़ दे

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10 जनवरी 2022
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रवि के पत्र को पढकर गुलाबो सांतवे आसमान में उड़ने लगी । पहला प्रेमपत्र होता ही ऐसा है जो प्रेमियों के ख्वाबों को पंख लगा देता है । फिर तो ना दिल होश में रहता है और ना ही दिमाग । आंखों में सनम की सूरत ल

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12 जनवरी 2022
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भाग 30 प्यार और वासना

13 जनवरी 2022
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भाग 32 देवदूत

15 जनवरी 2022
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15 जनवरी 2022
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16 जनवरी 2022
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18 जनवरी 2022
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"कहते हैं कि "जिन खोजा तिन पाइयाँ गहरे पानी पैठ" । कुछ पाने के लिए गहरे पानी में उतरना पड़ता है । यह बात IAS की परीक्षा पर पूरी तरह फिट बैठती है । इस परीक्षा के लिए गहरी जानकारी होना आवश्यक है । सतही ज

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भाग -4 : विद्यालयी जीवन

3 मई 2022
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