जम्मू के कठुआ में एक हफ्ते तक गैंगरेप के बाद आठ साल की बच्ची की हत्या पर भड़के आक्राेश की आंच पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार तक पहुंच गई है।आरोपियों के पक्ष में हिंदू एकता मंच की रैली में गए बीजेपी के दो मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा ने शुक्रवार शाम पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को इस्तीफे सौंप दिए। उधर,यूपी केउन्नाव रेप से जुड़े तीन मामलों की सीबीआई जांच की सिफारिश के 5 घंटे के भीतर सीबीआई ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। नाबालिग से रेप के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया गया। भास्कर ने दोनों जगह पड़ताल की।
कठुआ के रसाना गांव से गोविंद चौहान की ग्राउंड रिपोर्ट
गांव की गलियां सूनी पड़ी हैं, पीड़ित परिवार घर छोड़कर जा चुका है
– आठ साल की बच्ची के साथ ज्यादती के बाद पिछले तीन महीने के दौरान कठुआ के रसाना गांव की सूरत बिल्कुल बदल चुकी है।
– गलियां सूनी पड़ी हुई हैं। जो कुछ घर आबाद हैं, वहां सिर्फ बच्चे और महिलाएं हैं। गांव के एक छोर पर उस बच्ची का भी घर है। जिसमें अब काेई नहीं।
– बच्ची के परिवार वाले अपने मवेशियों के साथ कश्मीर की ओर निकल चुके हैं। पुलिस का गांव के बाहर पहरा लगा है।
बच्ची को मौसा ने गोद लिया था
– दुष्कर्म पीड़ित बच्ची को उसके मौसा ने गोद लिया था। क्योंकि मौसा के दो बेटों की दुर्घटना में मौत हो गई थी। गांव से दूर जंगल में उनकी अपनी जमीन है। यहीं पर मकान है।
– गांव के सरपंच कांत कुमार कहते हैं कि बच्ची गांव की आंगनबाड़ी में ही पढ़ती थी। हर दिन गांव में पानी लेने, खेल ने और मवेशी लेकर आती थी।
गांव के लोग धरने पर, सांझी राम को बता रहे बेगुनाह
– बच्ची के साथ हुई वारदात को गांव में सभी गलत बता रहे हैं, लेकिन क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट को भी कोई सही मानने को तैयार नहीं।
– इसके विरोध में गांव के ज्यादातर लोग भूख हड़ताल पर हैं। इनमें महिलाएं भी हैं। इन्हीं में आरोपी सांझी राम की बेटी मधु भी शामिल है। अपने पिता को निर्दोष बताते हुए वह एक अलग ही कहानी बताती हैं।
– मधु कहती हैं- बच्ची लापता होने से चार दिन पहले उसके मौसा का भाई (बच्ची का चाचा) के साथ झगड़ा हुआ था। कुले को आग लगा दी गई। जब बच्ची लापता हुई थी तो पुलिस ने चाचा से पूछताछ की थी। बच्ची का शव मिलने के बाद से चाचा गायब है। मधु कहती हैं कि पूरा गांव उसके पिता और भाई के समर्थन में है। इसलिए वह भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
दोषियों को सजा मिले, बेगुनाह को नहीं
– लोगों का कहना है कि सालों से गांव में सभी मिलकर रह रहे थे। हमें दुख है कि बच्ची के साथ ऐसा हुआ। दोषियों को सजा मिले, बेकसूरों को नहीं।
– गांव में डेरे में रहने वाले मोहम्मद कालू बकरबाल बताते हैं कि वह लोग 40 साल से गांव में डेरा लगाते थे। कालू की पत्नी गुल जान कहती हैं कि गांव में आज तक कभी धर्म को लेकर कोई झगड़ा नहीं हुआ है। अब तो उनकी बेटी भी घर से बाहर जाने से डरती है। वह इंसाफ चाहते हैं।
देवस्थान पर तहखाना नहीं
– रसाना गांव में जो देवस्थान है। उसमें कोई तहखाना नहीं है। उसके तीन दरवाजे है। सामने जंगल है। चार्जशीट में जिक्र किया गया है कि बच्ची को देवस्थान के तहखाने में रखा गया। पर देवस्थान सिर्फ एक ही कमरे का है। उसकी तीन चाबी है।
उन्नाव के माखी गांव से रवि श्रीवास्तव की ग्राउंड रिपोर्ट
आरोपी और पीड़िता के घरों में 100 मीटर का फासला
– उन्नाव का माखी गांव जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर है। 12 हजार गांव की आबादी है। उन्नाव रेप केस की पीड़िता और आरोपी बीजेपी विधायक विधायक कुलदीप सेंगर इसी गांव के रहने वाले हैं। दोनों के घर महज 100 मीटर की दूरी पर हैं। पीड़िता के घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर गांव का ही चौराहा है। यहीं पर 3 अप्रैल की शाम को रेप पीड़िता के पिता को विधायक के भाई अतुल सिंह ने घर से घसीटते हुए लाकर पिटाई की थी। जिनकी बाद में 9 अप्रैल को मौत हो गई थी।
लोगों ने कहा- विधायक किसी को मरवा सकते हैं, रेप नहीं कर सकते
– भास्कर ने माखी गांव में लोगों से बात की तो लोगों ने विधायक को दबंग तो बताया, पर रेप करने की घटना को सही नहीं माना। लोग कहते हैं, विधायक जी किसी को मरवा तो सकते हैं, पर रेप नहीं कर सकते हैं।
– माखी चौराहे पर एक युवक ने कहा कि पूरे गांव में किसी से भी पूछ लीजिए कोई विधायक को चरित्रहीन नहीं कहेगा।
पीड़िता के पिता काे विधायक के भाई ने चौराहे पर लाठियों से पीटा था
– विधायक के घर से 100 मीटर दूर एक घर के बाहर बुजुर्ग चारपाई पर बैठे हुए हैं। कहते हैं कि पीड़िता के पिता को मारते हुए सभी ने देखा। उन्हें पहले गांव में पीटते हुए घुमाया। फिर चौराहे पर लाठियों से पीटा। वो असहाय होकर बस गाली दे रहे थे।
– कुछ युवकों ने बताया कि कुलदीप के भाई अतुल सिंह और मनोज सिंह हैं। दोनों विधायक के बलबूते गुंडई करते हैं। 2012 में कुलदीप ने विधायकी जीतने के बाद एक जर्नलिस्ट, जो उनके खिलाफ लिखता था, उसको सरे बाजार पीटा था।
विधायक के स्कूल में पीड़िता के भाई और बहनें पढ़ती हैं
– पीड़िता की तीन बहन और एक भाई है। सबसे छोटी बहन और छोटा भाई विधायक के स्कूल वीरेन्द्र सिंह शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में ही पढ़ते हैं। पीड़िता के भाई और बहन ने घटना के बाद स्कूल जाना छोड़ दिया है।