जन्माष्टमी पर विशेष रूप से मेरे खंड-काव्य से कुछ घनाक्षरी
नटखट नंदलाला खेल त है गैंद तीर, गैंद जाय मारी देखो जमुना के नीर में।
तुमहि अब जाओ लाला, गैंद हमारी लाओ, मार दई कालीयै के दह वाले नीर में।
कस लई कछनी तो कूद गए दह मांही, तरन लगे है कान्हा जमुना के नीर में।
श्याम सलौने को जो देखा नागिन भय भई, कहाँ से आये हो लल्ला काल की कुटीर में।१।
कारे कारे केश तेरे, कारो ही तो रंग भयो, कारे कारे कजरारे नयन विशाल है।
मुख ते आवे सुवास, काचे काचे दूधन की, कहाँ से आये हो लल्ला, कैसो ये धमाल है।
जाओ लल्ला लौट जाओ, हम पे दया दिखाओ, जाओ जाओ सोया हुआ अभी महाकाल है।
जागन ते पैली भाग, मन को चुराने वाले, है तूं चित्तचोर कौन, किसका तूं लाल है।२।
अधर मधुर लागे, श्यामल हैं गात तोरे, चंचल है चित्तचोर नैन मतवारे हैं।
भंवर करत गुंजार मानहु पंकज पै, उलझी सी लट वाले केश कारे कारे हैं।
शीश पै सुशोभित है मोरपंख मतवारी, कछनी कसी कमर मुरलिया धारे है।
सांवले सलौने कहो किसको है लाल प्यारो, केहि कारण आयो लल्ला काल के द्वारे है।३।
मोहनी मुरतिया ने छीन लियो चैन लल्ला, सांवली सुरतिया में जान अब अटकी।
तिरछी सी चितवन तेरी अति प्यारी लागे, नयन कटारी अब कारजे में खटकी।
हंसी तेरी अधरों की हमको लगे प्यारी, जादूगारी चाल तेरी जैसे कोई नट की।
बात हमारी मानो लल्ला तुम वापस जाओ, काहे को आए हो इत, काल वाली कटकी।४।
गैंद लेन आयहुं खाली नहीं जाऊंगो मैं, गैंद बिना पाछो एक पग नहीं धारूंगो।
बिना गैंद खेल हम कैसे खेलें ग्वाल बाल, गैंद लिये बिना अब मैं तो नहीं मानूंगो।
कालीयै के डर से डराय रही मोको तूं जो, फणधारी व्याल ते न डर कर भाजूंगो।
जाके कह दो कालीयै से गैंद हमारी दे दे, नहीं तो मैं कालीयै के फण पर नाचूंगो।५।
अति भारी विषधारी फण तो उठान लगो, कस मस करै लागो डील नै मरोङ दे।
बङो भारी बलकारी नाग यूं फुंकारै लागो, जानै कोई झंझावात बिरछ नै तोङ दे।
कालियो जागन लाग्यो जानै जाग्यो शेषनाग, फण ऐसो पटकै पताळ तक फोङ दे।
धूजती सी नागणी यूं कान्है सूं अरज करै, मान जाओ बात लल्ला जिद अब छोङ दे।६।
कालियै के फण पर नाचन लग्यो है कान्ह, दे दे ताली नाच रह्यो मुरली की तान पे।
ठुमक ठुमक नाचै, कमर पै हाथ रख, नाच रह्यो नटवर अपनी ही तान पे।
इत झुकै उत झुकै घणा बळ खाय रह्यो, लचक मचक नाच रह्यो लय तान पे।
कान्है को यो नाच देख मुदित भये पुरारी, नटराज नाच उठे कान्हजी की तान पे।७।
- मनोज चारण (गाडण) "कुमार" लिंक रोड़, वार्ड न.-३, रतनगढ़ (चुरू) मो. ९४१४५८२९६४