मोदी जी 60 पार हैं. मगर लगते नहीं. लोग कहते हैं बड़ी एनर्जी है उनमें. इस एनर्जी का राज क्या है? गालियां! सच. मोदी जी की ऊर्जा का राज रोज किलो-दो किलो गालियां खाना है.
प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन गए हैं. पांच दिनों की यूरोप यात्रा में ब्रिटेन उनका दूसरा पड़ाव है. 18 अप्रैल की दोपहर को उन्होंने प्रिंस चार्ल्स और ब्रिटिश PM टरीजा मे से मुलाकात की. शाम को एक खास कार्यक्रम ‘भारत की बात, सबके साथ’ में उन्होंने यहां रहने वाले हिंदुस्तानियों से बात की. भाषण दिया. लोगों के सवालों का जवाब दिया. इसी दौरान किसी ने उनसे उनकी ऊर्जा का राज पूछा. कि वो क्या खाते हैं कि इतने सेहतमंद हैं. इसके जवाब में मोदी जी ने बड़ी मजेदार बात कही. इतनी मजेदार कि वहां आने वालों का जैसे पैसा वसूल हो गया हो.
मोदी जी का जवाब था-
इस सवाल के कई जवाब हो सकते हैं. लेकिन अगर इस शाम का खयाल रखते हुए हल्का-फुल्का जवाब दूं, तो कहूंगा. कि मैं पिछले करीब दो दशक से, यानी लगभग 20 साल से हर दिन एक किलो, दो किलो गालियां खा रहा हूं.
उनका ये कहना था कि वहां मौजूद लोग लोटपोट हो गए. लोग तो हंसे ही हंसे, मोदी जी भी अपनी ही बात पर खूब ठहाके लगाकर हंसे. हा हा हा करके बड़ी देर तक हंसते रहे. हंसी की हंसी. और लगे हाथों विपक्षियों पर भी निशाना साध लिया मोदी जी ने. मोदी जी की इस बात में बड़ी कंसिस्टेंसी है. जब भी विदेश जाते हैं, विपक्ष का जिक्र जरूर करते हैं. वैसे ये नई बात थी. हम तो गालियों को खराब समझते थे. अब पता चला है कि वो इतनी फायदेमंद होती हैं
बहरहाल आप वो वीडियो देख लीजिए: