वैसे तो आप ने बहुत सी खूबसूरत और बड़ी बड़ी इमारते देखि होगी पर आज हम आप को कुछ ऐसी इमारतों की तस्वीरें देखने वाले है जिन्हे देखने के बाद आप को लगे गए की इन इमारतों के इंजीनियर्स सिरफिरे से काम नहीं है पर इस सभी तस्वीरों को देखने के बाद आप अपनी हसी रोक नहीं पाएंगे।
भाई रेलिंग तक तो ठीक हैं पर निचे की सीढ़ियों का क्या हुआ
अब आप हो बताओ इस दरवाजे तक जाये तो जाये कैसे
अपने काम को पूरा करने की बहुत जल्दी थी इस पेंटर को
अब इसके बारे में हम क्या ही बोले
हर चीज धूल जाती हैं यहाँ
लगता है यह खानदानी दरवाज़ा आखिरी बार अंग्रेजों के टाइम पे खुला था.
भाई ने क्रिएटिविटी दिखाने के चक्कर में कबाड़ा कर दिया.
अगर आप को नहाना हैं तो आप इस वशवसिंग में भी नहा सकते हैं
लगता हैं इस घर में हर कोई पस पास में रहता हैं
इस ज़ेबरा क्रॉसिंग पर तो असली वाला ‘ज़ेबरा’ ही चल सकता है.
इन सीढ़ियों पर अगर कोई एक बार चढ़ गया तो वो दुबारा निचे नहीं आ सकता
इस घर को बनाने के लिए शायद मंगल गृह के इंजिनियर को बुलाया गया था
इस घर के अंदर आते समय बड़े बड़े शहंशाह को भी सिर झुका कर अंदर आना पड़ता हैं
मेहमानों से बचने का यह तरीका अच्छा है.
अब ये सीढ़ी इस डिश का ज़िन्दगी भर साथ निभाएगी.
इसे कहते हैं सफलता की सीढ़ी.
लगता है भाई को किसी से बदला लेना था.
अंग्रेज़ इसी रास्ते से भारत आये होंगे.
इस रास्ते को कभी किसी की नज़र नहीं लगेगी.
इस घर में तो बिजली का बिल भी बहुत कम आता होगा.
इसे कहते हैं नागिन डांस.
अच्छा हुआ के ताज महल को इनसे नहीं बनवाया गया
अब आप यह भी चुप कर नहीं कर सकते
जो लोग अंदर नहीं बेथ पाते हैं उनके लिए ये जगह बानी गयी हैं शायद
अब दरवाजा तोड़ें कि खम्बा.
लगता है भाई बोर्ड लगाते वक्त अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में सोच रहा था.
शायद कारीगर को आधे ही पैसे दिए गए थे
इसे कहते हैं तगड़ा जुगाड़
यहां बॉल डालने के बाद आप कहीं और कुछ डालने के काम के नहीं रहोगे.
कितना भी ज़ोर से प्रेशर हो, इस टॉयलेट को देख के रूक जायेगा.
इसको बनाने वाले को तो नरक में भी जगह नहीं मिलेगी.
इस बालकनी में केवल भूत जा सकते हैं. हमारी तो हिम्मत है नहीं.