पिछले एक महीने से तेल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. तेल के बढ़ते दामों पर सरकार अपने तर्क दे रही है और विपक्ष अपने तर्क. पक्ष और विपक्ष के तर्कों-कुतर्कों के बीच महंगाई की सबसे बड़ी मार हमारी और आपकी जेब पर पड़ रही है. लोगों की परेशानियों को अपनी सियासत से जोड़ते हुए पूरे देश की विपक्षी पार्टियों ने 10 सितंबर को भारत बंद किया. ये बंद कांग्रेस की तरफ से बुलाया गया था, जिसमें देश में विपक्ष में बैठी कुल 24 पार्टियां शामिल हुईं. और जब भारत बंद शुरू हुआ तो लोगों को पता लगा कि एक बार फिर से पेट्रोल 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल 22 पैसे प्रति लीटर बढ़ गया है. इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 80.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल 72.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है. कोलकाता में पेट्रोल 83.61 रुपये, डीजल 75.68 रुपये है. मुंबई में पेट्रोल 88.12 रुपये और डीजल 77.32 रुपये है. चेन्नई में पेट्रोल 83.91 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 76.98 रुपये है. लेकिन इस बंद के दौरान बिहार के जहानाबाद में दो साल के एक बच्चे की मौत हो गई है.
कौन-कौन सी पार्टियां हैं भारत बंद में शामिल
10 सितंबर वाले भारत बंद की अगुवाई कांग्रेस कर रही है. इस बंद को कुल 21 पार्टियों ने समर्थन दिया है. इन पार्टियों में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, शरद पवार की एनसीपी, अजित सिंह की आरएलडी, लालू यादव की आरजेडी, के अलावा सीपीआई, सीपीएम, AIDUF, नेशनल कॉन्फ्रेंस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा, तेलगु देशम पार्टी, डीएमके, केरला कांग्रेस (M), RSP, IUMP, लोकतांत्रिक जनता दल और स्वाभिमान पक्ष शामिल हैं. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी भारत बंद का समर्थन तो किया है, लेकिन वो सड़क पर नहीं उतरे हैं.
बिहार में हिंसक हुआ प्रदर्शन, कई जगहों पर आगजनी, बच्ची की मौत
भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में पड़ा है. बिहार के जहानाबाद में बंद के दौरान एक एम्बुलेंस जाम में फंस गई थी. इस एम्बुलेंस में गंभीर रूप से बीमार एक बच्चा था. बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कठियार इलाके में उसे चारों तरफ से घेर लिया और निकलने भी नहीं दिया. जब तक जाम से एम्बुलेंस को निकालकर बच्चे को अस्पताल पहुंचाया जाता, बच्चे की मौत हो चुकी थी. वहीं बिहार की राजधानी पटना में राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल के बाहर बसों में तोड़फोड़ की गई है. कहा जा रहा है कि ये तोड़फोड़ सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की है.
वहीं बिहार के आरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एनएच 30 को जाम कर दिया है. जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर आगजनी करके ट्रेनें रोक दी गई हैं.
दिल्ली में प्रदर्शन करने निकले राहुल गांधी, सोनिया भी पहुंचीं
राजधानी दिल्ली में भारत बंद की अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर रहे हैं. कैलास मानसरोवर यात्रा से लौटे राहुल गांधी 10 सितंबर को दिल्ली के राजघाट पर पहुंचे. वहां कैलास मानसरोवर से लाया जल महात्मा गांधी की प्रतिमा को चढ़ाया और फिर शांति मार्च में शामिल हो गए.
छत्तीसगढ़ में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के कार्यकर्ता हाथ में बैनर-पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे और तेल की बढ़ती हुई कीमतों का विरोध किया.
राजस्थान की राजधानी में पसरा सन्नाटा
जब पूरे देश में 10 सितंबर को तेल के दाम बढ़े तो राजस्थान की वसुंधरा सरकार ने तेल पर लगने वाले वैट में कमी कर दी, जिससे करीब तेल की कीमतें 4 रुपये प्रति लीटर कम हो गईं. इसके बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वहां विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि इस दौरान राजधानी जयपुर में सुरक्षा तगड़ी की गई थी.
गुजरात में हुई आगजनी, बसों के टायर जलाकर रोक दिया ट्रैफिक कांग्रेस बंद का असर गुजरात पर भी पड़ा है. गुजरात के भरूच जिले में कांग्रेस प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क पर बसों के पुराने टायर जलाए और ट्रैफिक रोक दिया. भारत बंद के दौरान कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया गया है. गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव, गुजरात काग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा समेत अन्य कांग्रेसी पुलिस हिरासत में हैं.
आंध्र प्रदेश में वाम दलों ने संभाली प्रदर्शन की कमान
आंध्र प्रदेश में वामपंथी दलों ने विरोध प्रदर्शन की अगुवाई की. सीपीआई और सीपीएम के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बढ़ती हुई तेल कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए.
तेलंगाना में सड़क पर बैठकर दिया धरना तेलंगाना के यदाद्री भुवनगिरी जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत बंद किया. वहीं हैदराबाद के मुर्शिदाबाद बस डिपो के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर धरना दिया.
ओडिशा में भी रोक दी ट्रेन
ओडिशा में भी भारत बंद का खासा असर दिखा. राजधानी भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर मार्च निकाला, बीच सड़क बैठकर अखबार पढ़ा और फिर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया.
संभलपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी.
मध्यप्रदेश के उज्जैन में पेट्रोलपंप पर तोड़फोड़
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में पेट्रोलपंप पर तोड़फोड़ कर दी. आरोप है कि इस दौरान एक पुलिसवाले की पिटाई भी की गई.
महाराष्ट्र में मनसे ने जबरन दुकानें बंद करवाईं
बंद का असर महाराष्ट्र पर भी पड़ा है. वहां पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बंद का समर्थन किया है. बंद को सफल बनाने के लिए मनसे कार्यकर्ता सड़क पर उतरे हैं और जबरन दुकानें बंद करवा रहे हैं.
प्रदर्शनों में हुई हिंसा पर गाइडलाइन्स जारी कर चुका है सुप्रीम कोर्ट
भारत बंद शुरू हो गया है और इसके साथ ही हिंसा भी शुरू हो गई है. जब भी विरोध प्रदर्शन होते हैं, हिंसा हो ही जाती है. और हिंसा करने वाले प्रदर्शन के बाद अपने-अपने घरों में लौट जाते हैं. हिंसा का जख्म उन लोगों को झेलना पड़ता है, जिनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. लेकिन उस नुकसान की भरपाई करने वाला कोई नहीं होता है. 2009 में एक मुकदमे की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जब भी प्रदर्शन होते हैं, हिंसा हो जाती है. फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर किसी भी सार्वजनिक या निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचता है, तो इसकी जिम्मेदारी कार्यक्रम के आयोजकों की होगी. उसी वक्त सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि प्रदर्शनों की वीडियोग्राफी करने की जिम्मेदारी पुलिस की है. वहीं 10 अगस्त 2018 को भी चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड की खंडपीठ ने कहा था कि अगर कोई कानून अपने हाथ में लेता है, तो पुलिस सख्त कदम उठाए.