भारत के लोग व्हाट्सऐप के जरिए झूठ फैलाने में कितने आगे हैं ये व्हाट्सऐप को पता चल चुका है. ये इंटरनेशनल मैसेजिंग ऐप है. व्हाट्सऐप मैसेज की वजह से यहां मोब लिंचिंग हो रही हैं. मैसेंजर की बदनामी हो रही है. इसलिए उसने अक्ल से पैदल लोगों के हाथ बांधने का फैसला किया है. यहां लोग अब कोई मैसेज 5 बार से ज्यादा फॉरवर्ड नहीं कर पाएंगे. टेक्स्ट मैसेज हो या फोटो/वीडियो. और ये व्यवस्था सिर्फ भारत के लिए है. 19 तारीख के व्हाट्सऐप ब्लॉग में इसकी जानकारी दी गई है.
इसमें लिखा है कि “आज हम एक टेस्ट लॉन्च कर रहे हैं. जो फॉरवर्ड सर्विस को लिमिटेड करेगा. भारत में और देशों के मुकाबले लोग ज्यादा मैसेज, फोटो और वीडियो फॉरवर्ड करते हैं. हम चैट लिमिट भी कम से कम 5 पर लाने का प्रयास करेंगे और फोटो-वीडियो से क्विक फॉरवर्ड बटन को हटा देंगे.”
व्हाट्सऐप का ये कदम बेहतरीन है. लेकिन हमारे लिए शर्मिंदगी की वजह है. हमारे देश में लोग व्हाट्सऐप फॉरवर्ड को जितना सीरियसली लेते हैं उतना वेद और शास्त्रों को नहीं लेते. मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं. पिछले दिनों महाराष्ट्र और त्रिपुरा में बच्चा चोरी के मैसेज व्हाट्सऐप पर फैले. जिनकी वजह से बैक टू बैक मोब लिंचिंग की घटनाएं हुईं. कई लोगों को भीड़ ने पकड़कर मार दिया.
फ़ेक न्यूज पर रोक लगाने में प्रशासन अभी तक नाकाम है. सरकार की तरफ से कानून मंत्री ने फेसबुक और व्हाट्सऐप को कड़ा संदेश दे दिया था. कि वो वादे नहीं करे, ठोस कदम उठाए. तो व्हाट्सऐप अब कदम उठा रहा है. फेसबुक पर भी काम चालू हो चुका है. बीते दिनों पोस्टकार्ड नाम की फ़ेक न्यूज वेबसाइट का पेज डिलीट कर दिया गया.